बच्चों के लिए विटामिन ई का महत्व क्या है

 

आज हम जानेंगे बच्चों के लिए विटामिन ई (Vitamin E) का महत्व क्या है, वैसे तो बच्चों में किसी भी विटामिन की कमी हो जाए, तो उन्हें बहुत सी परेशानी झेलनी पड़ती है। क्योंकि उन्हें कोई भी इन्फेक्शन होने का खतरा ज्यादा होता है। लेकिन अपने बच्चे का पूरा ख्याल रखने की जिम्मेदारी उसके माता पिता की होती है। मगर बच्चे तो चंचल होते है और उनके नखरे करने की भी आदत होती है, जिस वजह से वह बहुत कम चीजें खाना पसंद करते है और उनके शरीर में विटामिन की कमी हो जाती है।

 

विटामिन ई क्या होता है ?

 

विटामिन-ई वसा में घुलनशील विटामिन होते है, दरअसल इसमें बहुत से शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) पाए जाते हैं। जो बच्चों की त्वचा को नुकसान होने से भी बचाते है। विटामिन-ई में आठ तरह के विभिन्न यौगिक मौजूद होते है, ये त्वचा के लचीलेपन को बनाए रखते है। यह खून में लाल रक्त कोशिका (Red Blood Cell) को बनाने का काम करता है। ये कई खाद्य पदार्थ में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है।

 

बच्चों में विटामिन ई की कमी होने पर क्या होता है ?

 

मांसपेशियों में कमजोरी : जब बच्चों में विटामिन ई की कमी हो जाती है, तो उनकी मांसपेशिया (Muscle) कमजोर होने लगती है। जिसकी वजह से बच्चों में काफी कमजोरी रहने लगती है। यदि बच्चों में इसकी कमी शुरुआत से ही होने लगेगी तो आगे उन्हें बहुत दिक्कत हो सकती है।

 

नजर कमज़ोर हो जाती है : कई बार इस विटामिन की कमी होने से कुछ बच्चों की आँखे भी कमजोर होने लगती हैं। जिसकी वजह से बच्चों को धुंधला दिखने लगता है।

 

 खून की कमी : विटामिन ई की कमी के कारण बहुत से बच्चों में खून (Blood) की कमी भी हो जाती है। जिसके बाद डॉक्टर उन्हें विटामिन ई की गोलिया देते है। यदि इस विटामिन की कमी माँ में होती है तो पैदा होने वाले बच्चे का वजन भी कम होता है।

 

त्वचा संबंधी बीमारी : बच्चों की त्वचा (Skin) बहुत नाजुक होती है, विटामिन ई की कमी से बच्चों की त्वचा में सूखापन आने लगता है। इसके अलावा यह त्वचा में कोशिकाओं के नवनिर्माण में भी सहायता करता है। इसलिए विटामिन ई की कमी न होने दें।

 

क्या है बच्चों के लिए विटामिन ई के स्त्रोत

 

बादाम : अपने बच्चों को रोज सुबह बादाम खिलाए। इससे उनका दिमाग तेज होगा और बहुत जल्द विटामिन ई की कमी दूर हो जाएगी। यदि आप बादाम को रात में भिगो दें और सुबह उसे अपने बच्चे को खिलाए तो ये उसके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा।

 

अखरोट : अखरोट में विटामिन ई की अच्छी मात्रा होती है इसका सेवन आप दिन में कभी-भी कर सकते है। अपने बच्चे को दिन भर में 2 अखरोट का सेवन जरूर कराएं। इसका सेवन सभी उम्र  के लोग कर सकते है।

 

पीनट बटर या मूंगफली : पीनट बटर (Peanut Butter) भी बच्चों में विटामिन ई की कमी को दूर करता है। इसे आप अपने बच्चे को ब्रेड पर लगा कर खिलाए। कुछ बच्चों को पीनट बटर पसंद नहीं होता है तो आप उन्हें मूंगफली खिलाए।

 

हरी पत्तेदार सब्जियां : कई पत्तेदार सब्जियां होती है जिनमें भरपूर मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है। जैसे पालक, मेथी, धनिया, ब्रोकली आदि। इन सभी में विटामिन ई की अच्छी मात्रा होती है।

 

एवोकाडो : आपके आसपास के सबसे लोकप्रिय सुपर फूड्स में से एक है एवोकाडो (Avocado), यह स्वस्थ पोषक तत्वों से परिपूर्ण होता है। आपको बता दें की 100 ग्राम एवोकाडो में 14 प्रतिशत विटामिन ई पाया जाता है।

 

सूरजमुखी के बीज : सूरजमुखी के बीजों का सेवन हेल्दी स्नैक्स के रूप में अपने बच्चे को कराए। पॉलीअनसेचुरेटेड वसा से भरपूर होने के साथ-साथ विटामिन ई का अच्‍छा स्रोत माना जाता है।

 

सोयाबीन आयल : यदि आप अपने घर में सोयाबिन आयल का प्रयोग करते है, तो ये आपके बच्चे के लिए बहुत अच्छा होगा। दरअसल 100 ग्राम रिफाइंड सोयाबीन तेल में 8.8 मिलीग्राम विटामिन ई पाया जाता है।

 

शिमला मिर्च : शिमला मिर्च भी विटामिन ई का एक अच्छा स्त्रोत है। अगर आप 149 ग्राम लाल या हरी शिमला मिर्च का सेवन करते हैं तो इससे आपको 2.4 मिलीग्राम विटामिन ई प्राप्त होता है।

 

विटामिन ई बच्चों की स्मृति क्षमता को बढ़ाता है और अनेक बीमारियों से उनकी रक्षा भी करता है। यह कोशिकाओं को मजबूत बनाने के साथ साथ बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि करता है। विटामिन-ई के सेवन से बच्चों की याद्दाश्त भी अच्छी रहती है। जिन बच्चों को भूलने की आदत होती है उन्हें इसका सेवन जरूर करना चाहिए। यदि आपको अपने बच्चे के शरीर में विटामिन की कमी दिखाई देती है तो आप हमारे डॉक्टर से संपर्क कर सकते है


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