कैफीन (Caffeine) एक उत्तेजक (stimulant) पदार्थ है जो दुनिया भर में ड्रग के रूप में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। रोजाना लाखों लोग खुद को एक्टिव रखने, थकान दूर करने एवं एकाग्रता एवं ध्यान को बेहतर करने के लिए किसी न किसी रूप में कैफीन का सेवन करते हैं। आमतौर पर कैफीन कॉफी, चाय और चॉकलेट एवं अन्य खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।
माना जाता है कि हर दिन 400 मिलीग्राम से अधिक कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए अन्यथा यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। एथलीट अपने शरीर को एक्टिव रखने के लिए कैफीन का अधिक सेवन करते हैं। इसके अलावा ज्यादातर लोग एनर्जी ड्रिंक (energy drink) के रूप में भी कैफीन का सेवन करते हैं।
कैफीन क्या है (What is Caffeine in Hindi)
कैफीन को वैज्ञानिक रूप से मेथिल थियोब्रोमीन (Methyl thebromine) के नाम से जाना जाता है। यह क्षारीय (alkaloid) प्रकृति का होता है। यह एक प्राकृतिक पदार्थ है जो कॉफी बीन्स, चाय, कोला सहित 60 से अधिक पेड़ों की पत्तियों, बीजों एवं फलों से प्राप्त किया जाता है।
कैफीन के फायदे
रिसर्च में पाया गया है कि दुनियाभर में करीब 90 प्रतिशत लोग दवा के रूप में कैफीन का हर दिन सेवन करते हैं। कैफीन का सेवन दवाओं के रूप में तो किया ही जाता है साथ में चाय एवं कॉफी जैसे पेय पदार्थों (beverage) में भी भरपूर मात्रा में कैफीन पाया जाता है जिसके सेवन से शरीर एक्टिव रहता है और शरीर के विभिन्न विकारों को दूर करने में यह फायदेमंद होता है।
वजन घटाने में
प्रतिदिन कैफीन का सेवन करने से शरीर का वजन घटता है और व्यक्ति को मोटापे की समस्या नहीं होती है। एक स्टडी में पाया गया है कि कैफीन भूख को कम करता है जिसके कारण व्यक्ति का वजन नहीं बढ़ता है। प्रतिदिन 300 से 400 मिलीग्राम कैफीन का सेवन कोला, चाय या कॉफी के रूप में करने से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है।
सिर दर्द दूर करने में
रात में एल्कोहल का सेवन करने वाले ज्यादातर लोगों को अगले दिन सिर दर्द की समस्या हो जाती है। ऐसी स्थिति में एक कप ब्लैक कॉफी पीने से सिर का दर्द दूर हो जाती है। कैफीन में शक्तिशाली न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव होता है जो दर्दनिवारक का काम करता है। यह सिरदर्द के साथ ही माइग्रेन को ठीक करने में भी मदद करता है।
याददाश्त सुधारने में
मस्तिष्क में एसिटीलकोलीन नामक न्यूरोट्रांसमीटर का स्तर बढ़ाने में कैफीन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इससे ध्यान, एकाग्रता, स्मृति और सीखने की क्षमता बढ़ती है। इसलिए कैफीन का मस्तिष्क और याद रखने की क्षमता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। स्वस्थ मस्तिष्क के लिए कैफीन उत्कृष्ट माना जाता है।
काले दब्बे दूर करने
डिहाइड्रेशन, एलर्जी, अनिद्रा एवं आनुवांशिक कारणों से आंखों के नीचे काले घेरे (Dark Circles) हो जाते हैं। कैफीन आंखों के नीचे रक्त के संचय को कम करता है और काले घेरे को दूर करने में मदद करता है। कैफीन युक्त टी बैग को गीला करके आंखों के नीचे रगड़ने से काले घेरे खत्म हो जाते हैं।
त्वचा को सही रखने में
चेहरे की फाइन लाइन (fine lines) को टाइट रखने में कैफीन की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे त्वचा हमेशा जवान रहती है और उम्र का असर दिखायी नहीं देता है। कैफीन का उपयोग स्किन को टाइट रखने वाली क्रीम बनाने में बी किया जाता है। कैफीन त्वचा कैंसर (Skin Cancer) उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं को नष्ट करने में भी मदद करता है। सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों में कैफीन बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।
झड़ते बालों को रोकने के लिए
पुरुषों में डिहाइड्रोटेस्टोस्टीरोन (DHT) नामक मेल हार्मोन के प्रभावित हो जाने के कारण हेयर फॉलिकल कमजोर हो जाते हैं। इसका नतीजा यह होता है कि हेयर फॉलिकल छोटे और अंत में गायब हो जाते हैं जिसके कारण पुरुषों में गंजेपन की समस्या हो जाती है। कैफीन को बालों की जड़ों में लगाने से यह हेयर फॉलिकल को उत्तेजित करता है और बाल झड़ने एवं गंजापन को रोकता है।
कैंसर से बचाव
एक स्टडी में पाया गया है कि कैफीन का सेवन प्रतिदिन कॉफी के रूप में करने से कैंसर की संभावना 18 प्रतिशत कम हो जाती है। कैफीन में एंटी इंफ्लैमेटरी एवं एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जो प्रोस्टेट कैंसर, एंडोमेट्रियल कैंसर, मेलानोमा, स्किन कैंसर एवं लिवर कैंसर से बचाने में मदद करता है।
डायबिटीज के इलाज में
4 वर्षों तक लगातार एक कप से अधिक कैफीन युक्त कॉफी का सेवन करने से पुरुष एवं महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज की संभावना 11 प्रतिशत तक कम हो जाती है। इसके अलावा चार हफ्तों तक लगातार अधिक कैफीन का सेवन करने से शरीर में इंसुलिन की सांद्रता बढ़ती है जिससे कि डायबिटीज रोग के लक्षण कम होते हैं।
अल्जाइमर रोग के लिए
एक रिसर्च में पाया गया है कि आजीवन कैफीन का सेवन करने से अल्जाइमर(Alzheimer) रोग नहीं होता है। इसके अलावा उच्च मात्रा में कैफीन युक्त कॉफी का सेवन करने से पार्किंसन रोग होने की संभावना भी कम हो जाती है।
लीवर के लिए
हमारे शरीर में लीवर एक ऐसा अंग है जो शरीर की सैकड़ों महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करता है। हेपेटाइटिस, फैटी लिवर, साइरोसिस (cirrhosis) सहित विभिन्न रोगों से लिवर कमजोर हो जाता है। लिवर की बीमारियों से बचने के लिए दिन में चार कप या इससे अधिक कॉफी का सेवन करने से इन बीमारियों का खतरा 80 प्रतिशत कम हो जाता है और लीवर भी मजबूत रहता है।
हृदय रोगों एवं स्ट्रोक से बचने के लिए
लोग अक्सर यह दावा करते हैं कि कैफीन के सेवन से रक्तचाप (blood pressure) बढ़ जाता है। हालांकि यह सच भी है लेकिन इसका प्रभाव बहुत जरा सा होता है। प्रतिदिन कॉफी का सेवन करने से ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता है। प्रतिदिन उच्च कैफीन युक्त कॉफी के सेवन से स्ट्रोक का खतरा 20 प्रतिशत कम हो जाता है और हृदय रोगों से भी बचाव होता है।
कैफीन के नुकसान
कैफीन एक ऐसा उत्तेजक पदार्थ है जो शरीर को एक्टिव रखने एवं बहुत सी बीमारियों के इलाज में दवा के रूप में उपयोग किया जाता है लेकिन इसका अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से इसका नुकसान भी हो सकता है। आइये जानते हैं कैफीन से होने वाले नुकसान के बारे में।
- इसको मस्तिष्क के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन कैफीन के लत से व्यक्ति को परेशानी हो सकती है।
- कैफीन के अत्यधिक सेवन से चिंता (anxiety), घबराहट, बेचैनी, कंपकपी, दिल की धड़कन बढ़ना एवं नींद आने में परेशानी हो सकती है।
- आवश्यकता से अधिक कैफीन का सेवन करने से सिर दर्द, माइग्रेन, हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
- प्रेगनेंट महिलाओं (Pregnant women) को अधिक कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि कैफीन आसानी से गर्भनाल (placenta) से गुजर सकता है जिससे गर्भपात और कम वजन के शिशु के जन्म की संभावना बनी रहती है।
- यदि आप किसी दवा का सेवन कर रहे हों तो उस दौरान कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि यह कुछ दवाओं के प्रभाव को खत्म कर देता है।
- प्रतिदिन कैफीन का अधिक मात्रा में सेवन करने से रक्त शर्करा (blood sugar) का स्तर बढ़ सकता है जिससे डायबिटीज रोगियों के लिए समस्या हो सकती है।
- कैफीन की अधिक मात्रा हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकती है जिससे व्यक्ति को ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) की समस्या हो सकती है।
- कैफीन अनिद्रा की बीमारी को अधिक बढ़ा सकता है जिसके कारण दिन भर थकान बनी रह सकती है और नींद भी गड़बड़ हो सकती है।
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