दिल्ली-एनसीआर की हवा में तेजी से फ़ैल रहा है काला जहर जाने बचने के उपाय

धान की फसल काटने के बाद किसान गेहूं लगाने की तैयारी कर रहे हैं, इसके लिए खेतों को साफ करना जरूरी है. सुप्रीम कोर्ट, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सरकारों की तमाम सख्ती के बावजूद किसान धड़ल्ले से पराली जला रहे हैं. नतीजा ये कि दिल्ली के ऊपर धुएं का बादल छाने लगे हैं.

 

मौसम के करवट लेते ही दिल्ली की आवोहवा फिर जहरीली होने लगी है. दिल्ली में पिछले पांच दिन से प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. दिल्ली के आरकेपुरम इलाके में आज प्रदूषण का स्तर 229 पहुंच गया है जो सेहत के लिहाज से बेहद खतरनाक है. दिल्ली की इस बदहाली की एक बड़ी वजह है दिल्ली से सटे हरियाणा और पंजाब में फसलों के बचे खुचे हिस्से यानि पराली को जलाना.

 

धान की फसल काटने के बाद किसान गेहूं लगाने की तैयारी कर रहे हैं, इसके लिए खेतों को साफ करना जरूरी है. सुप्रीम कोर्ट, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सरकारों की तमाम सख्ती के बावजूद किसान धड़ल्ले से पराली जला रहे हैं. नतीजा ये कि दिल्ली के ऊपर धुएं का बादल छाने लगे हैं.

 

दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण से बचने के उपाय

 

सरसों के तेल का इस्‍तेमाल

 

दिल्ली की सड़कों पर आप निकलेंगे तो प्रदूषण से सामना होना लाजमी है लेकिन अगर आप अपनी नासिका छिद्र के आस-पास सरसों का तेल लगा लेते हैं, तो यह धूल के कणों को आपके फेफड़ों में प्रवेश करने से रोकता है। तो अब से आप जब घर से बाहर निकले तो अपनी नाक के छिद्र के आस-पास सरसों का तेल जरूर लगा लें।

गुड़ और शहद का जादू

 

बढ़ते स्मॉग की वजह से फॉग बड़ी मुश्किल खड़ी करता है। इससे सांस लेने में दिक्कत होती है और बीमार लोगों के साथ ही सेहतमंद लोगों को भी तकलीफ हो सकती है। लेकिन अगर आप गुड और शहद को अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो ये वायु प्रदूषण से हमारे शरीर को होने नुकसान से बचाता है। ऐसा करने से सेहत पर प्रदूषण का असर नहीं होता है। वैसे यह कोई नहीं बात नहीं है क्‍योंकि पुराने समय से ही गुड़ और शहद का इस्तेमाल शरीर को रोगों से बचाने के लिए किया जाता रहा है।

 

काली मिर्च साफ करे सारा कफ

 

दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने से अस्थमा और सांस संबंधी दिक्कतें सामने आ रही हैं। इस समस्‍या से बचने के लिए आप काली मिर्च का इस्‍तेमाल कर सकते है। बहुत काम आने वाली हर किचन में मौजूद काली मिर्च को अगर आप मसल या कूटकर पाउडर बनाकर शहद के साथ लेते हैं तो छाती में जमा सारा कफ साफ हो जाता है।

 

लहसुन और हल्‍दी का सेवन

 

सोते समय हल्दी को दूध में उबालकर पिएं। यह एंटी-एलर्जिक, एंटी-बॉयोटिक व एंटी-टॉक्सिन का काम करता है। जो आपकी इम्‍यूनिटी को मजबूत बनाकर बहुत सारी बीमारियों से दूर रखता हैं। इसके अलावा लहसुन प्रदूषण के वजह से होने वाले कफ से आप के शरीर को बचाता है। इसमें एंटी-बॉयोटिक गुण पाये जाते हैं। लहसुन की कलियों को छिलकर अच्छे से मसलकर, एक चम्मच मक्खन में अच्छी तरह पका लें। फिर इसे खा लें और लेकिन ध्‍यान रहें इसके सेवन के बाद आधे घंटे तक पानी ना पिएं।

 

अन्‍य उपाय

 

दिल्‍ली में प्रदूषण का स्‍तर खतरनाक स्‍तर तक पहुंच गया है। ऐसे में अगर आप अपने आहार में विटामिन सी, ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे अलसी, अखरोट, तुलसी, अदरक, नींबू और मैग्‍नीशियम से भरपूर आहार लेते हैं तो यह प्रदूषण के असर कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा दिन में 4 लीटर तक पानी पीएं। प्यास लगने का इंतजार ना करें। इससे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई बनी रहेगी।

 

इन उपायों के अलावा स्‍मॉग अक्सर सुबह या रात के वक्त ही होता है। इस समय बाहर निकलने से बचें। यदि बाहर निकलना पड़े तो मास्क लगा लें। इन दिनों में धूप नहीं होती तो ज्यादा सावधानी बरतें। दमे के मरीज इन्हेलर लेकर ही निकलें। बच्चों को बाइक या स्‍कूटर पर लेकर ना जाएं। सांस लेने में ज्यादा तकलीफ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।


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