बुजुर्ग लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैसे बढ़ाया जाए?

 

 

बुजुर्ग लोगों की मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली होना बहुत जरुरी है, खासकर ठंड और फ्लू के मौसम के दौरान। दरअसल बुजुर्गों को संक्रमण होने का खतरा अधिक होता हैं, इसलिए हमारे माता-पिता और घर के बुजुर्ग लोगों का स्वस्थ रहना ज्यादा जरुरी है। उन्हें अपने स्वास्थ्य के साथ अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। एक तरफ जहाँ पूरी दुनिया कोरोनावायरस के प्रकोप से परेशान है उसे देखते हुए अभी तक डॉक्टर्स का भी यही कहना है की इस बीमारी को वही व्यक्ति हरा सकता है जिसकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत है।

 

इसी बात को ध्यान में रखते हुए बुजुर्ग लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कैसे बढ़ाएं, हम आपको इसी से जुड़ी कुछ बातें बताएंगे। जिन्हें आप रोजाना कर सकते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे शरीर के अन्य अंग पहले के मुकाबले धीरे काम करने लगते है और उतना ही अधिक बुजुर्गों को संक्रमण और अन्य बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए आपको स्वस्थ रहने की रणनीतियाँ बनानी हैं। बुजुर्ग कैसे अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाएं, जो तेजी से ठीक होने में उनकी मदद करेंगी आइये जानते हैं।

 

 

 

बुजुर्ग कैसे मजबूत करें प्रतिरक्षा प्रणाली

 

हर्बल सप्लीमेंट या मल्टीविटामिन पर विचार करें

 

संक्रमण से लड़ने और पोषक तत्वों को बढ़ाने के लिए एक विकल्प, बुजुर्गों को अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करने के लिए मल्टीविटामिन या प्रोबायोटिक्स जैसे जड़ी बूटियों का सेवन करना चाहिए, लेकिन इसके सेवन से पहले आप अपने डॉक्टर से भी सलाह जरूर लें।

 

 

 

स्वस्थ, पोषक तत्वों से भरपूर आहार खाएं

 

अक्सर ऐसा होता है कि बुजुर्ग लोग कम भोजन करते हैं और उनके आहार में पोषक तत्वों की भी कमी होती है। बीटा-कैरोटीन, विटामिन सी और ई से भरपूर फल और सब्जियां का सेवन उनके स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं और ये उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।

 

 

 

व्यायाम करें

 

बुजुर्गों का नियमित व्यायाम या शारीरिक गतिविधि उनके हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है और शरीर और मस्तिष्क को आराम देती है। आप चाहें तो साइकिल चलाना भी बुजुर्गों के लिए एक अच्छा विकल्प होगा या टहलने जाएं। ऐसा करने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है ऐसा करने से वह संक्रमण से भी बचे रहते हैं।

 

 

 

तनाव ना लें

 

तनाव दिल की बीमारी और पेट की समस्याओं सहित कई बीमारियों से जुड़ा हुआ है। तनाव एक बुजुर्गों की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है। इसकी वजह से वह बड़ी आसानी से ही कई तरह की गंभीर बीमारियों का शिकार होते हैं।

 

 

 

भरपूर नींद लें

 

यदि बुजुर्ग लोग प्राकृतिक रूप से अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाना चाहते हैं उन्हें भरपूर नींद लेनी होगी ,ऐसा करने से वह शरीर में होने वाली सूजन और तनाव से भी बचे रहेंगे।

 

 

 

हाइड्रेटेड रहें

 

बुजुर्गों लोगों को युवाओं के मुकाबले पानी की प्यास कम लगती है। लेकिन बुजुर्गों लोगों को दिनभर में कम से कम 8 से 9 गिलास पानी पीना चाहिए। जब आपके शरीर में तरल पदार्थ रहेगा तो आप हाइड्रेटेड रहेंगे और मामूली फ्लू होने की संभावना भी कम रहेगी। आप चाहें तो कॉफी, सब्जियों का सूप, चाय भी पी सकते हैं।

 

 

 

प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने वाले फल

 

 

  • संतरे (Orange)

 

 

  • अनानास (Pineapple)

 

 

  • जामुन (Berries)

 

 

  • पपीता (Papaya)

 

 

  • कीवी (Kiwi)

 

 

  • अमरूद (Guava)

 

 

 

प्रतिरक्षा प्रणाली बढ़ाने वाली सब्जियां

 

 

  • गाजर (Carrot)

 

 

  • टमाटर (Tomatoes)

 

 

  • पालक (Spinach)

 

 

  • पत्ता गोभी (Cabbage)

 

 

  • गोभी (Cauliflower)

 

 

  • ब्रॉकली (Broccoli)

 

 

  • अंडा (Egg)

 

 

  • बैंगन (Brinjal)

 

 

  • शिमला मिर्च (Capsicum)

 

 

  • बेल मिर्च (Bell Perppers)

 

 

 

बुजुर्ग लोग इन सभी चीजों का सेवन करके और कुछ स्वस्थ आदतों को अपना कर वह अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा सकते हैं, इसके अलावा आप अपने खाने में हल्दी, अदरक, लहसुन, नींबू का सेवन भी करें, ये बुजुर्गों की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में उनकी मदद करेगी। यदि आप आम संक्रमण और कोरोनावायरस से बचना चाहते हैं तो आप इन सभी चीजों को अपने रोजाना आहार में शामिल करें।


Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।