वेरीकोस वेंस की समस्या बन सकती है व्यस्त जीवन का अभिशाप। आजकल हर व्यक्ति अपने काम को लेकर इतना व्यस्त हो जाते है की अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते। जिस वजह से उन्हें आगे चलकर कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह एक ऐसी समस्या है, जिसमे नसें बढ़ जाती है, नसों में सूजन हो जाती है, जो अक्सर नीले या गहरे बैंगनी रंग की दिखाई देती हैं।
वेरीकोस वेंस की समस्या तब होती है जब नसों में वॉल्व ठीक से काम करना बंद कर देती हैं और इस वजह से नसों में खून इकट्ठा हो जाता है और नसे फूल जाती हैं।
संयुक्त राज्य में लगभग 4 में से 1 वयस्क वेरीकोस वेंस से प्रभावित है। यह समस्या ज्यादातर व्यस्को को होती है।
वेरीकोस वेंस होने का कारण
अनुवांशिक होने के साथ-साथ वेरीकोस वेंस के विकसित होने के और भी कई कारण होते हैं, जैसे की –
- बढ़ती उम्र।
- ज्यादा समय तक खड़े रहना।
- ज्यादा वजन होना।
- अत्यधिक धूम्रपान करना।
- व्यायाम न करना।
- गर्भावस्था के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव।
- बर्थ कंट्रोल पिल्स के अधिक इस्तेमाल से वेरीकोस वेंस की समस्या हो सकती है।
- कई घंटों तक एक ही कुर्सी पर पैर लटकाकर बैठे रहना।
- नसों में चोट लगना आदि।
वेरीकोस वेंस होने का लक्षण
- नीले रंग की नसे दिखाई पड़ना।
- पैरो में भारीपन लगना और दर्द महसूस होना।
- मांशपेशियों में ऐठन।
- नसों के आसपास खुजली होना।
वेरीकोस वेंस का परीक्षण
डॉक्टर वेरीकोस वेंस के बारे में पता करने के लिए कुछ परीक्षण करते है, जैसे की –
- नसों की जांच के लिए वेनोग्राम किया जाता है।
- खून की प्रवाह को जांचने के लिए अल्ट्रासाउंड किया जाता है।
- एक्स-रे।
वेरीकोस वेंस के लिए इलाज
इस समस्या को पूरी तरह से रोकने का कोई तरीका नहीं है, लेकिन कुछ बातों को ध्यान में रखकर वेरीकोस वेंस की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
- नियमित रूप से रोज व्यायाम करे।
- अपने वजन को बढ़ने न दे।
- अत्यधिक नमक वाले और फाइबर वाले भोजन का सेवन न करे।
- अधिक ऊँची हील वाले जूते न पहने।
- बहुत देर तक खड़े न रहे।
- घंटों तक एक ही जगह पर बैठ कर काम न करे, थोड़ी-थोड़ी देर का ब्रेक लेते रहे।
- जीवनशैली में परिवर्तन लाकर वेरीकोस वेंस जैसी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
- अगर वेरीकोस वेंस की समस्या अधिक बढ़ जाती है और वेंस में अत्यधिक दर्द रहता हो तब डॉक्टर सर्जरी कराने की सलाह देते है।
वेरीकोस वेंस से बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय
सेब साइडर सिरका
- यह वेरीकोस वेंस के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह शरीर की सफाई करने में बहुत ही मददगार है और साथ ही रक्त प्रवाह और रक्त के परिसंचरण में सुधार करने में भी मदद करता है।
- एक गिलासा में पानी ले और उसमें दो चम्मच सेब साइडर सिरके को मिला ले और फिर इसे पीये। इसका सेवन दिन में दो बार करें।
लाल शिमला मिर्च
- लाल शिमला मिर्च में विटामिन सी और बायोफ्लेवोनॉयड्स का समृद्ध स्रोत होने के कारण इसे वेरीकोस वेंस के इलाज लिए बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। यह रक्त परिसंचरण को बढ़ाने और संकुलित और सूजी हुई नसों के दर्द को आसान बनाता है।
- गर्म पानी में एक चम्मच लाल शिमला मिर्च के पाउडर को मिलाकर, इस मिश्रण का एक से दो महीने के लिए दिन में तीन बार सेवन करें।
जैतून के तेल की मालिश
वेरीकोस वेंस के इलाज के लिए जैतून के तेल की मालिश से रक्त परिसंचरण को बढ़ाने में मदद मिलती है, इससे दर्द और सूजन कम होता है।
अगर आपकों अपने शरीर पर कहीं भी वेरीकोस वेंस के लक्षण, जैसे की – नीले रंग की नसे दिखाई देना, या नसों में दर्द महसूस हो, तो इसे अनदेखा न करे, नहीं तो यह शरीर, हाथ व पैर के लिए बड़ी महंगी पड़ सकती है। यदि आपको शरीर के किसी भी भाग में ऊपर बताए गए लक्षणों में से एक भी लक्षण नजर आ रहे हो और ऊपर लेख में बताये गए उपायों से भी आराम नहीं मिल रहा हो तो तुरंत ही डॉक्टर को दिखाकर उनसे परामर्श लें।
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