आंखों में दर्द क्यों होता है, जाने इसके लक्षण, कारण और उपचार

 

आंखों में दर्द होना एक आम समस्या है, जो विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे की – आँखों में जलन, चुभन, आंखों में कुछ पड़ जाने जैसी अनुभूति, दर्द, फड़कन, या अचानक तेज दर्द आदि। सिरदर्द और साइनस के लक्षण भी आंखों के दर्द के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं। इसलिए अगर आँख से संबंधित कोई भी समस्या हो, तो तुरंत ही डॉक्टर से सम्पर्क करे और सही से इलाज कराएं।

 

 

आंखों में दर्द के कारण?

 

 

इसके कुछ आम कारण हैं-

 

 

  • आँखों में धूल के जाने से भी आंखों में दर्द हो सकता है

 

  • संक्रमण होना और चोट लगना

 

  • कार्नियल पर चोट या घाव का होना

 

  • आंखों की सर्जरी की वजह से भी आंखों में दर्द हो सकता है

 

  • ग्लूकोमा (आंखों पर दबाव बढना)

 

  • माइग्रेन का दर्द भी आंखों में दर्द का कारण बन सकता है

 

  • साइनस

 

  • पलक पर फुंसी (होर्डिओलम)

 

 

आंखों में दर्द होने के लक्षण

 

 

आंखों में दर्द से पीड़ित लोगों में निम्नलिखित लक्षण मिल सकते हैं, जैसे की –

 

  • आंख या इसके आस-पास दर्द

 

  • द़ष्टि कमजोर पड़ना

 

  • प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता

 

  • धुंधला दिखाई पड़ना या दो-दो चीजें दिखना

 

  • हवा में बुलबुले, धब्बे या छाया दिखना

 

  • आंखों में दर्द होने पर तेज सिरदर्द होना

 

 

आंखों में दर्द की आपातकालीन स्थिति 

 

यदि आपको आंखों में दर्द के अलावा दृष्टि हानि का अनुभव होने लगा है, तो यह एक आपातकालीन स्थिति का संकेत हो सकता है। अन्य लक्षणों में तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है:

 

  • आंखों में तेज दर्द

 

  • आघात या किसी रसायन या प्रकाश के संपर्क में आने से आंखों में दर्द

 

  • पेट दर्द और उल्टी जो आंखों के दर्द के साथ होती है

 

  • दर्द इतना गंभीर है कि आंख को छूना असंभव हो जाना

 

 

आंखों में दर्द की जांच और रोग की पहचान

 

 

डॉक्टर आपसे आंखों में दर्द के बारे पूछ में सकते है और आंखों में चोट या सर्जरी का अगर कोई इतिहास रहा हो, तो उससे संबंधित तथ्य भी पूछा जा सकता है, ताकि डॉक्टर सही से इलाज कर सके।

 

डॉक्टर आंखों में दर्द की जांच के लिए कुछ जांच करेगें, जैसे-

 

  • ऑप्थेल्मोस्कोप (Ophthalmoscope) के द्वारा आंखों की जांच : इस जांच में डॉक्टर ऑप्टिक डिस्क औऱ रक्त नलिकाएं की जांच कर सकते है।

 

  • फ्लोरेसिन जांच : इस जांच में डॉक्टर आंख में फ्लोरेसिन नाम का एक रंजक डालते है, जिससे घर्षण, घाव या कॉर्निया में किसी भी समस्या का पता लगाया जा सकता है।

 

  • स्लिट लैंप परीक्षण।

 

 

आंखों में दर्द के उपचार

 

 

आंखों में दर्द का कारण छोटी सी फुंसी से लेकर बहुत गंभीर समस्याएं, जैसे-ग्लूकोमा हो सकती है। इस समस्या का उपचार नेत्ररोग विशेषज्ञ पर निर्भर करता है औऱ इस समस्या को सही से समझ सकते है।

 

आँख लाल होना (कंजक्टिवाइटिस)-

 

बैक्टीरिया या वायरस से आँख में अगर संक्रमण हो जाए तो, उसे आई ड्रॉप, मल्हम, और दर्द की दवाओं से इसका इलाज किया जाता है। एलर्जी से कंजक्टिवाइटिस होने पर इसके इलाज में एंटीहिस्टामिन, या दूसरी एंटीएलर्जिक आई ड्रॉप का उपयोग किया जाता है।

 

कॉर्नियल घर्षण या घाव

 

आँखों पर चोट लगना  या घाव बन जाना, इसे कॉर्नियल घर्षण कहते है। आँखों के संक्रमण को रोकने के लिए एंटीबायोटिक आई ड्रॉप आंखों का मल्हम, और दर्द की दवाओं का उपयोग किया जाता है।

 

 

आपको ऊपर बताये गए लक्षणों में से कोई भी लक्षण नजर आ रहे हो या आंखों में दर्द से संबंधित कोई भी समस्या हो रही हो, तो तुरंत ही डॉक्टर से संपर्क करे

 

 


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