ठंड में बढ़ जाता है हाइपोथर्मिया का खतरा, जाने बचने के उपाय!

बच्चों और बुजुर्गों शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं ऐसे में इन लोगों में हाइपोथर्मिया होने का खतरा ज्यादा होता है। इम्यूनिटी कमजोर होने की वजह से ऐसा होने की संभावना बढ़ जाती है। (hypothermia in hindi)

 

क्या है हाइपोथर्मिया – (What is hypothermia In Hindi)

 

हाइपोथर्मिया होने पर बच्चे और बुजुर्गों के शरीर का तापमान, अत्यधिक कम हो जाता है। हाईपोथर्मिया से पीड़ित वे बच्चे होते हैं, जो अत्यधिक कमज़ोर होते हैं। गांव में रहने वाले अधिकतर बच्चे हाइपोथर्मिया के शिकार हो जाते हैं और इसी कारण से इन बच्चों की मृत्यु दर बढ़ जाती है।

 

जब तक बच्चा माँ के पेट में रहता है, तब तक उसका तापमान कुछ और रहता है, लेकिन जन्म लेने के बाद ही वह बाहर के तापमान में आ जाता है, जिसे वह एकदम नहीं सह पाता है। इस समय बच्चों को ठंड लग जाती है और वह निमोनिया का शिकार हो जाता है।

 

हाइपोथर्मिया में क्या होता है – (What happens in hypothermia In Hindi)

 

 

जब बच्चें और बुजुर्गों के शरीर का तापमान अत्यंत कम हो जाता है तो उसका हार्ट, नर्वस सिस्टम और कई अंग सही से काम नहीं करते। और यदि समय से इसका इलाज न हो तो कुछ समय के बाद वह जानलेवा साबित हो सकते हैं।

 

हाइपोथर्मिया को अल्पताप भी कहा जाता है। यह बच्चे के शरीर की एक ऐसी स्थिती होती है, जिसमें शरीर का तापमान सामान्य से कम हो जाता है।जब तापमान बहुत कम हो जाए या शरीर की गर्मी पैदा करने की क्षमता कम होने लगे तो हाइपोथर्मिया होता है.

 

हाइपोथर्मिया के लक्षण (Symptoms of Hypothermia In Hindi )

 

 

  • धीमा और उखड़ा हुआ श्वांस|

 

  • कमजोर प्लस|

 

  • अडचन या समन्वय की कमी|

 

 

  • भ्रम या स्मृति हानी और बेहोशी|

 

  • शिशुओं में लाल चेहरा और त्वचा ठंडी पड़ जाती है|

 

 

हाइपोथर्मिया के कारण (Hypothermia Causes in Hindi)

 

हाइपोथर्मिया तब हो सकती है जब आपका शरीर इसे उत्पन्न करने से तेज़ी से गर्मी खो देता है। हाइपोथर्मिया के लिए सबसे आम कारण ठंडा मौसम की स्थिति या ठंडे पानी के संपर्क में विस्तार हुआ। हालांकि आपके प्राकृतिक शरीर के तापमान से ठंडा होने वाले किसी भी पर्यावरण के विस्तारित जोखिम से हाइपोथर्मिया हो सकती है यदि आप उचित रूप से कपड़े पहने या शर्तों को नियंत्रित नहीं करते हैं।

 

हाइपोथर्मिया से बचाव (Prevention of Hypothermia in Hindi)

 

  • घर से बाहर निकलने के दौरान ध्यान रखें कि आपका सिर, गला और कान पूरी तरह से ढका हुआ हो।

 

  • घर से बाहर निकलने से पहले स्नैक या खाना खाकर जरूर निकलें।

 

  • अगर काफी थके हों तो आराम कर लें क्योंकि थकान के दौरान खुद को गर्म रख पाना काफी मुश्किल होता है।

 

  • शरीर को गर्म रखने के लिए कपड़े खूब पहनें।

 

  • खुद को गर्म रखने के लिए नशीले पेय जैसे कॉफी या चाय का सेवन न करें।

 

  • वॉर्म कूलर के सीधे एक्सपोजर से बचें।

 

  • अगर समस्या ज्यादा हो तो लेट लतीफी न करें और डॉक्टर से तुरंत परामर्श लें।

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