जानिए खूनी खांसी के कारण, लक्षण और बचाव

 

खूनी खाँसी

 

खूनी खाँसी या खाँसी में खून आना स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। खूनी खाँसी को हेमोटाईसिस के नाम से भी जाना जाता है। जब कोई व्यक्ति खाँसता है, या थूकता है और उसके खाँसी या थूक में खून आता है तो उसे हेमोटाईसिस का संकेत माना जाता है। खून या थूक में खून आना स्वास्थ्य के लिए चिंताजनक हो सकता है। अधिकांश मामलों में, यह फेफड़े या पेट की स्थिति के परिणामस्वरूप होता है। रक्त के खाँसी की गंभीरता उसकी अवधि यानि की खांसी में रक्त कितने दिनों से आ रहा है, और खाँसी में आने वाली रक्त की मात्रा पर निर्भर करता है। यदि खूनी खाँसी लम्बे वक़्त तक रहे या रक्त की मात्रा खाँसी में ज्यादा रहे तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए

 

 

खूनी खांसी के कारण

 

 

खूनी खाँसी आने के कई कारण हो सकते हैं। मुख्य कारण इस प्रकार हैं-

 

  • खाँसी का लम्बे समय तक रहना: यदि खाँसी लम्बे समय तक रहती है तो यह गंभीर रूप ले सकती है जिसमें खाँसी में से खून आने की सम्भावना बढ़ जाती है।

 

  • सीने में संक्रमण होना: सीने में किसी प्रकार का संक्रमण होना और लम्बे समय तक रहना भी खूनी खाँसी होने का मुख्यकारण हो सकता है।

 

  • फेफड़ों का कैंसर होना: यह सामान्यतया वृद्ध व्यक्ति या धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों में होता है।

 

  • गले में कैंसर होना: गले का कैंसर भी खूनी खाँसी का एक मुख्य कारण हो सकता है।

 

  • टीबी: यह एक गंभीर संक्रामक बीमारी है। जो फेफड़ो को बुरी तरह से नुकसान पहुँचाता है। टीबी के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसी अथवा छींक से फैलता है, या टीबी से पीड़ित व्यक्ति से बात करने से भी फैलता है। यह एक प्रकार का फेफड़ों का संक्रमण होता है। टीबी खाँसी या बुखार के लम्बे समय तक रहने के कारण होता है।

 

  • नशीले पदार्थो का सेवन करना: नशीले पदार्थ (जैसे- कोकीन,एलएसडी इत्यादि) के सेवन करने से भी खूनी खाँसी हो सकती हैं।

 

 

खुनी खाँसी के संकेत और लक्षण

 

 

खूनी खाँसी के मुख्य संकेत और लक्षण इस प्रकार हैं

 

  • साँस सम्बन्धी लक्षण, जैसे- अत्यधिक खाँसी होना या साँस लेने में परेशानी होना

 

  • खूनी खाँसी का अधिक आना

 

  • थकान महसूस करना

 

  • चक्कर आने पर गला सुखना

 

  • सामान्य काम करते वक़्त भी साँस लेने में दिक्कत होना, अत्यधिक पसीना आना और दिल का तेज धड़कना

 

 

  • वजन घटना

 

 

खूनी खाँसी से बचाव

 

 

  • नशीली पदार्थों के सेवन से बचना

 

 

  • अत्यधिक प्रदुषित स्थानों पर जाने से बचना

 

 

खूनी खाँसी के कोई भी लक्षण दिखने या महसूस करने पर जरूरी जांच करानी चाहिए, कुछ जाँच इस प्रकार हैं

 

 

  • पेशाब की जाँच कराना

 

  • आर्टेरिअल ब्लड गैस

 

  • शारीरिक परीक्षण कराना

 

  • छाती का एक्स रे कराना

 

  • कम्प्लीट ब्लड काउंट जाँच कराना

 

 

यदि कोई भी व्यक्ति खूनी खाँसी से पीड़ित है, या उसके लक्षणों को महसूस करता हैं तो उसे डॉक्टर से तत्काल सलाह लेनी चाहिए। डॉक्टर ही यह जाँच कर सकता है की लक्षण मामूली हैं या गंभीर हैं और उसके उपचार का क्या तरीका होना चाहिए।

 


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