प्राकृतिक चिकित्सा जो मधुमेह को ठीक कर सकती है

 

मधुमेह एक आम समस्या है, जो बदलती हुई जीवनशैली के कारण आजकल हर व्यक्ति को हो रही है। ये एक खतरनाक बीमारी है क्योंकि इसके कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और शरीर को अन्य कई गंभीर बीमारियां हो जाती हैं। मधुमेह को आम भाषा में लोग शुगर भी कहते हैं क्योंकि इसमें ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ जाता है।

 

 

मधुमेह होने के कई कारण होते हैं, जैसे अनुवांशिक, अनियमित जीवन शैली, अधिक धूम्रपान या शराब का सेवन आदि। वैसे देखा जाये तो मधुमेह का पूरी तरह इलाज संभव नहीं, लेकिन नियमित खानपान और व्यायाम की मदद से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा कुछ प्राकृतिक चिकित्सा की मदद से भी मधुमेह के लक्षणों को कम किया जा सकता है।

 

 

आइये जानते है कुछ प्राकृतिक चिकित्सा के बारे में जो मधुमेह को ठीक कर सकती है।

 

 

मधुमेह से बचने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा

 

 

बेल के पत्तें

 

  • बेल के पत्तों का सेवन करके मधुमेह को कम किया जा सकता है, यह एक प्राकृतिक चिकित्सा है। इसमें एन्टी डाइबिटीक गुण होता है, जो कि ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर सकता है। ये एक लो ग्लिसेमिक इंडेक्स वाला हर्ब है, इसके पत्ते पैनक्रियाज़ से इन्सुलिन के उत्पादन में मदद करते हैं, जो कि ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायता करता है।

 

  • आप रोज़ाना सुबह खाली पेट 4 से 5 बेल के पत्ते चबाकर खा सकते हैं। ऐसा करने से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान बेल के पत्ते का सेवन न करें।

 

 

दालचीनी का प्रयोग

 

  • अध्ययन से पता चलता है कि दालचीनी मधुमेह को नियंत्रित करने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दालचीनी लगभग हर घर में पाया जाता है। यह हानिकारक कोलेस्ट्रोल को कम करता है और आपके शरीर में रक्त शर्करा कि मात्रा को भी घटाता है जिससे मधुमेह के रोगियों को बहुत हीं लाभ पहुँचता है।

 

  • जो लोग मधुमेह के शिकार हो चुके हैं और उसके लिए दवाइयां ले रहे हैं, वे दालचीनी का उपयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। लेकिन जिन्हें मधुमेह नहीं हुआ है या जो अब तक मधुमेह कि दवाइयां नहीं ले रहे हैं वे अगर दालचीनी का नियमित रूप से सेवन करें तो वे ड़ायबिटिज का शिकार होने से बच सकते हैं।

 

 

अंजीर के पत्ते

 

यह कई प्रकार के रोगों के उपचार में लाभ पहुँचाता हैं, जैसे की – ब्रोंकाइटिस, लीवर सिरोसिस, उच्च रक्तचाप इत्यादि। लेकिन मधुमेह के इलाज के लिए अंजीर के पत्ते सर्वश्रेष्ठ माने जाते हैं। अंजीर के पत्तों से न सिर्फ मधुमेह का उपचार किया जाता है बल्कि ये पत्ते और भी कई बीमारियों में लाभ पहुंचाते है। इसके पत्ते को उबालकर, छानकर, पानी को ठंडा करके पीया करें।

 

 

आम के पत्ते

 

  • वैसे तो आम मधुमेह के मरीजों के लिए पूरी तरह से वर्जित होता है, लेकिन इसके विपरीत इसके पत्ते मधुमेह के मरीजों के लिए काफी लाभकारी होते हैं। यह मधुमेह के लिए एक बहुत ही प्रभावी प्राकृतिक चिकत्सा है।

 

  • इसका सेवन करने के लिए आम के कुछ ताजे पत्तों को एक ग्लास पानी में उबाल लें और रात भर उसे वैसे हीं छोड़ दें। सुबह होने पर पानी को साफ़ कपडे से छान कर खाली पेट पी ले। ऐसा नियमित रूप से कई दिनों तक करने से मधुमेह के मरीजों को काफी फायदा पहुंचता है।

 

 

करेले का रस

 

मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए ताजे करेले का रस भी बहुत हीं प्रभावकारी प्राकृतिक चिकित्सा है। एक छोटे से करेले का बीज निकाल लें और करेले का रस निकालकर रोजाना सुबह-सुबह खाली पेट में सेवन करें। यह आपके लीवर और अग्न्याशय को स्वस्थ रखता है जिससे कि इंसुलिन का उत्पादन सुचारू रूप से होता रहता है और आपके रक्त में रक्त शर्करा की मात्रा बढ़ नहीं पाती।

 

 

इन प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाकर आप रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित कर सकते हैं। लेकिन, याद रखें इसके साथ ही आपको संतुलित आहार भी अपनाना चाहिए। साथ ही आपको चाहिए कि इन उपायों को आजमाने से पहले आपको डॉक्टर से सलाह भी ले लेनी चाहिए।

 

 


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