जानिए क्या है मैनिंजाइटिस की बीमारी के लक्षण, कारण, और उपचार

मैनिंजाइटिस यानी दिमागी बुखार है आमतौर पर वायरस ,बैक्टीरिया , कवक , परजीवी , और कुछ जीवो के संक्रमण के कारण होता है। यह एक प्रकार का इन्फेक्शन है, जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की रक्षा करने वाले मेम्ब्रेन में सूजन पैदा करता है। मैनिंजाइटिस को मस्तिष्क की सूजन के रूप में भी जाना जाता है। यह बीमारी मस्तिष्क और तंत्रिका की क्षति का कारण बनती है।

 

मैनिंजाइटिस रोग आम तौर पर सिरदर्द, बुखार और कठोर गर्दन जैसे लक्षणों को ट्रिगर करता है। मैनिंजाइटिस शिशुओं और बच्चों को अधिक प्रभावित करता है। वयस्कों में इसके लक्षणों हल्के होते हैं तथा अधिकांश स्थितियों में यह गंभीर नहीं होता है, लेकिन बच्चों के लिए यह काफी जोखिमदायक होता है। यदि इस बीमारी को समय पर इलाज़ न किया जाये तो यह जीवन के लिए जोखिमदायक समस्याओं का कारण बन सकती है, तथा जिसकी वजह से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। अतः प्रत्येक व्यक्ति को इस बीमारी के लक्षणों की समय पर पहचान कर उचित इलाज करना चाहिए।

 

मैनिंजाइटिस क्या है  (Meningitis In Hindi)

 

मैनिंजाइटिस यानि दिमागी बुखार संक्रामक रोग है, जो सबसे ज्यादा छोटे बच्चों को होता है। ये वायरस, बैक्टीरिया और फंगी के माध्यम से फैलता है। ये एक खतरनाक रोग माना जाता है, क्योंकि कई बार मैनिंजाइटिस के इलाज में घंटे भर की देरी भी जानलेवा हो सकती है और कई बार ये ठीक तो हो जाता है, लेकिन इसके दुष्प्रभाव जिंदगी भर रहते हैं।

 

ये आसपास तरल पदार्थों से घिरा रहता है और इसी तरल पदार्थ में ये वायरस संक्रमण पैदा करते हैं, जिस वजह से इंसान को दिमागी बुखार आ जाता है। वायरल मैनिंजाइटिस का खतरा सबसे ज्यादा छोटे बच्चों को होता है जबकि बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस का खतरा युवाओं को होता है। आमतौर पर इसे मस्तिष्कावरण की सूजन के रूप में भी जाना जाता है।

 

मैनिंजाइटिस के प्रकार  ( Types Of Meningitis In Hindi)

 

मैनिंजाइटिस के अनेक प्रकार हो सकते हैं – वायरल मैनिंजाइटिस, बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस, फंगल मेनिंजाइटिस , परजीवी मैनिंजाइटिस ।

 

1. वायरल मैनिंजाइटिस –

 

वायरल मैनिंजाइटिस, मैनिंजाइटिस का सबसे सामान्य प्रकार है। ऐंट्रोवायरस समूह का वायरस इसका मुख्य कारण बनता है। यह मैनिंजाइटिस बीमारी गर्मीयों के दौरान व्यक्तियों को बहुत ज्यादा प्रभावित करती है।

 

वायरल मैनिंजाइटिस का कारण बनने वाले ऐंट्रोवायरस :

 

  • कॉक्सस्कीविरस ए (coxsackievirus A)

 

  • कॉक्सस्कीविरस बी (coxsackievirus B)

 

  • इकोवायरस (echoviruses)

 

और भी अन्य वायरस है जो मैनिंजाइटिस का कारण बन सकते हैं। इसमें शामिल है:

 

  • इंफ्लुएंजा (influenza)

 

  • मम्प्स (Mumps)

 

  • एचआईवी (HIV)

 

  • खसरा (measles)

 

  • हर्पस वायरस (herpes viruses)

 

वायरल मैनिंजाइटिस आमतौर पर इलाज़ के बिना ही गायब हो जाता है। लेकिन, कुछ मामलों में इसका इलाज कराने की आवश्यकता होती है।

 

2. बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस 

 

बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस सबसे अधिक संक्रामक होता है। अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया जाता है, तो यह जीवन के लिए घातक हो सकता है। यह रोग मृत्यु का कारण भी बन सकता है। यह संक्रमण कुछ बैक्टीरिया की वजह से होता है।

 

बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस का कारण बनने वाले बैक्टीरिया :

 

 

1. स्ट्रेप्टोकोकस न्यूमोनिया 

 

इसे न्यूमोकोकल मैनिंजाइटिस कहा जाता है। जो आमतौर पर श्वसन तंत्र (respiratory tract), साइनस (sinuses) और नाक में संक्रमण का कारण बनता है।

 

2. निसेरिया मेनिंगिटिडीस 

 

यह बहुत ही संक्रामक संक्रमण है, जो मुख्य रूप से किशोरों और युवा वयस्कों को प्रभावित करता है।

 

3. हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा 

 

हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा मेनिनजाइटिस संक्रमण के साथ-साथ रक्त संक्रमण, श्वास नली में सूजन, सेल्युलाइटिस और संक्रामक गठिया का कारण बन सकता है।

 

4. लिस्टरिया मोनोसाइटोजेनेस 

 

यह वायरस लिस्टरिया मोनोसाइटोजेनेस (Listeria monocytogenes ) का कारण बनता है। जो गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को सबसे अधिक प्रभावित करता है।

 

5. स्टाफीलोकोकस ऑरियस 

 

यह वायरस आमतौर पर त्वचा और श्वसन मार्ग में पाया जाता है, और स्टाफीलोकोकस मेनिंगजाइटिस का कारण बनता है।

 

3. परजीवी मैनिंजाइटिस (Parasitic meningitis)

 

परजीवी मैनिंजाइटिस (Parasitic meningitis) अन्य प्रकार की मैनिंजाइटिस से काफी दुर्लभ है और यह परजीवी (parasites) के कारण होता है। इसे इओसिनोफिलिक मेनिनजाइटिस (ईएम) (eosinophilic meningitis) कहा जाता है।

 

मैनिंजाइटिस के लक्षण  (Meningitis  Symptoms in hindi)

 

 

वायरल और बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस के शुरुआती लक्षण समान हो सकते हैं । आमतौर पर बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस के लक्षण अधिक गंभीर होते हैं। आयु के आधार पर इसके लक्षणों में भिन्नता पाई जा सकती है।

 

मैनिंजाइटिस के प्रकारों के आधार पर इसके लक्षण निम्न हैं :

 

  • भूख में कमी

 

  • चिड़चिड़ापन

 

  • आलस्य

 

  • बुखार,

 

  • सिर दर्द

 

  • गर्दन में अकड़न

 

  • चमकीले प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता

 

  • सुस्ती

 

  • बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस के लक्षण

 

बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस के अचानक से अचानक विकसित होते हैं।

 

  • चिड़चिड़ापन
  • सरदर्द होना
  • बुखार आना
  • ठंड लगना
  • गर्दन में अकड़न
  • त्वचा पर बैंगनी धब्बे, जो चोटों के समान दिखाई देते हैं,
  • मानसिक स्थिति में बदलाव आना
  • प्रकाश की संवेदनशीलता

 

फंगल मैनिंजाइटिस के लक्षण –

 

इसके लक्षण भी अन्य मैनिंजाइटिस के प्रकारों के सामान ही होते हैं।

 

  • जी मिचलाना
  • उल्टी होना
  • ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
  • प्रकाश की संवेदनशीलता
  • बुखार
  • सरदर्द
  • भ्रम उत्पन्न होना

 

मैनिंजाइटिस के कारण (Meningitis Causes In Hindi)

 

  • मैनिंजाइटिस मुख्य रूप से बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण होता है, जो कान , साइनस या गले में संक्रमण के साथ शुरू होता है।
  • फंगल इन्फेक्शन
  • सिफलिस
  • ट्यूबरकुलोसिस
  • ऑटोम्यून्यून डिसऑर्डर
  • कैंसर की दवाएं
  • बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस
  • कुछ वायरल और बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस संक्रामक हैं। उन्हें खांसी, छींकने या निकट संपर्क से संचरित किया जा सकता है।

 

मैनिंजाइटिस का उपचार (Meningitis Treatment Hindi)

 

मैनिंजाइटिस के उपचार इसके प्रकार पर ही निर्भर करता है।

 

बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस का इलाज – एक्यूट बैक्टीरियल मैनिंजाइटिस का इंट्रावेनस एंटीबायोटिक्स और कभी-कभी कॉर्टिकोस्टेरॉइड के साथ इलाज किया जा सकता है। यह उपचार इसके लक्षणों को कम करने और इसकी और जटिलताओं के जोखिम को रोकने में मदद करता है।

 

एंटीबायोटिक या एंटीबायोटिक्स दवाओं का संयोजन संक्रमण के कारण और बैक्टीरिया के प्रकार पर निर्भर करता है।

 

वायरल मैनिंजाइटिस का इलाज – एंटीबायोटिक्स की मदद से वायरल मैनिंजाइटिस का इलाज नहीं किया जा सकता है, और ज्यादातर मामलों में मैनिंजाइटिस की स्थिति में कुछ हफ्तों में अपने आप सुधार होता है। डॉक्टर वायरल मैनिंजाइटिस के हल्के मामलों में उपचार के लिए आमतौर पर बिस्तर पर आराम, तरल का अधिक सेवन करने, बुखार को कम करने और शरीर में दर्द से छुटकारा पाने के लिए ओवर-द-काउंटर दवाओं का सेवन करने की सिफारिश कर सकता है।

 

फंगल मेनिंजाइटिस का इलाज करने के लिए एंटीफंगल एजेंटों की मदद ली जा सकती है।

 

मैनिंजाइटिस के लिये टीकाकरण –

 

  • मैनिंजाइटिस (meningitis) की रोकथाम के लिए निम्न टीके उपलब्ध किये जा सकते हैं :
  • हैमोफिलस इन्फ्लूएंजा प्रकार बी टीका
  • न्यूमोकोकल संयुग्मन टीका (पीसीवी 13)
  • न्यूमोकोकल पॉलिसाक्राइड टीका (पीपीएसवी 23)
  • मैनिंजाइटिस से सम्बंधित व्यक्तियों के लिए ये टिका बहुत लाफदायक है ।
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