घुटने की रिप्लेसमेंट के बाद मनुष्य की घुटने की समस्या खत्म हो जाती हैं परन्तु इस सर्जरी के बाद रिकवर होने में अधिक समय लग जाता हैं तथा रिकवरी के
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी यानी घुटने को बदलने की यह सर्जरी कई सालों से की जा रही है। नी रिप्लेसमेंट, जिसे टोटल नी रिप्लेसमेंट (टीकेआर) या नी
मनुष्य की उम्र बढ़ने के साथ-साथ घुटनों की समस्या भी बढ़ती जाती हैं तथा यह अधिक दर्दनाक भी होती हैं। कई बार ऐसा होता हैं की घुटनों की समस्या इतनी बढ़
ये तो सभी जानते हैं कि हिप रिप्लेसमेंट एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसके दौरान एक हड्डी रोग विशेषज्ञ कूल्हे के खराब हिस्से को प्रोस्थेसिस के साथ बदल