टाइप 1 डायबिटीज मेलेटस
टाइप 1 डायबिटीज मेलेटस डायबिटीज के प्रकार का ही एक रोग है जिसमे पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन का उत्पादन नहीं हो पाता। यह एक बहुत पुरानी बीमारी है जिसे ऑटोइम्यून भी कहा जाता है। टाइप 1 डायबिटीज मेलेटस के रोगियों में इन्सुलिन की कमी के कारण रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। इन्सुलिन हार्मोन अगन्याशय की बीटा कोशिकाओं द्वारा निर्मित होता है। यह रक्त में ग्लूकोस के स्तर को नियंत्रित करने का काम करता है।
टाइप 1 डायबिटीज मेलेटस के लक्षण
- पेट में दर्द होना
- कमजोरी, थकावट, सुस्ती से चेतना का नुक्सान
- लगातार पेशाब करने की इच्छा होना
- शुष्क मुँह
- मूड में बदलाव या चिड़चिड़ापन
- मुँह से एसीटोन की गंध
टाइप 1 डायबिटीज मेलेटस में होने वाली जटिलताएं
- गुर्दे के खराब होने की आशंका बनी रहती है।
- दिल का दौरा पड़ने के खतरे की आशंका बढ़ जाती है।
- आँखों से जुडी समस्याएँ हो सकती है।
- त्वचा पर संक्रमण हो सकता है।
- हाई ब्लड शुगर लेवल के चलते शरीर के विभिन्न भागों को नुक्सान पहुंच सकता है।
टाइप 1 डायबिटीज मेलेटस को कंट्रोल करने के उपाय
- हफ्ते में कम से कम 4 दिन किसी न किसी प्रकार का व्यायाम या कसरत अवश्य ही करें।
- यदि आप रोज़ाना ही स्वस्थ भोजन करते हैं और साथ ही प्रतिदिन नियमित दवाओं का सेवन करते हैं तो बेशक आप डायबिटीज को नियंत्रण में ला सकते हैं।
- जो लोग डायबिटीज से ग्रसित होते हैं उन्हें उच्च प्रोटीन तथा उच्च फाइबर युक्त भोजन का सेवन करना चाहिए।
- डायबिटीज के मरीज़ों को अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ने नहीं देना चाहिए, उन्हें अपने शरीर के कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित करने के लिए कसरत, दौड़, टहलना तथा अन्य प्रकार की गतिविधियों को शामिल करना चाहिए।
- डायबिटीज से ग्रसित लोगों को ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के प्रयास के दौरान हर 15 दिन में उन्हें टेस्ट अवश्य करा लेना चाहिए।
टाइप 1 डायबिटीज मेलेटस को कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपाय
तुलसी का सेवन
डायबिटीज के रोगी तुलसी के पत्तों का उपयोग करके शुगर लेवल को नियंत्रित कर सकते है तथा कम कर सकते हैं। तुलसी के पत्तों में एंटी ऑक्सीडेंट तथा अन्य तत्व भी पाये जाते हैं, इनके सेवन से पैंक्रियास के द्वारा इन्सुलिन के स्तर में बढ़ोतरी होती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है।
अखरोट है बहुत फायदेमंद
अखरोट में मोनो और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स पाये जाते हैं जो शरीर की इन्सुलिन संवेदनशीलता के लिए अच्छे होते हैं। अखरोट के नियमित सेवन से इन्सुलिन स्तर सामान्य बना रहता है।
दालचीनी का सेवन फायदेमंद
दालचीनी डायबिटीज से ग्रसित लोगों के लिए फायदेमंद होता है। दालचीनी के उपयोग से यह आपके शरीर में इन्सुलिन के स्तर में बढ़ोतरी करता है, जिससे शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।
पिस्ता खाएं
शरीर में शर्करा बढ़ने की बड़ी वजह कार्बोहाइड्रेट की अधिकता होती है। पिस्ता के सेवन से शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा नहीं बढ़ती है जिस वजह से शुगर की मात्रा नियंत्रित रहती है।
डायबिटीज में फायदेमंद है काजू
काजू डायबिटीज को न सिर्फ नियंत्रित करता है ब्लकि उसे ठीक भी करता है। काजू में एनाकार्डिक एसिड पाया जाता है जो बॉडी ग्लूकोस को सैल्स में पहुंचाने में मदद करता है। इससे ग्लूकोस ब्लड में नहीं जाता और ब्लड शुगर बढ़ता नहीं है।
मूंगफली है गुणकारी
मूंगफली में प्रोटीन और फाइबर अच्छी मात्रा में होते हैं। मूंगफली के सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। अगर किसी व्यक्ति में डायबिटीज की शुरुआत हो रही है, तो मूंगफली का सेवन उसे रोकने में सक्षम होता है।
इस ब्लॉग के जरिये आपने जाना टाइप 1 डायबिटीज मेलेटस बीमारी के बारे में। डायबिटीज आज के समय में काफी तेज़ी से लोगों में फैल रहा है, इस ब्लॉग के जरिये हमने आपको डायबिटीज के लक्षण, जटिलताएं और घरेलू उपाय की भी जानकारी दी। ज्यादा जानकारी के लिए डॉक्टर से मिलें।
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