जाने क्यों विराट कोहली ने छोड़ा मांसाहारी भोजन? – क्या है कोहली की वीगन डाइट

विराट कोहली अपनी फिटनेस और खानपान के बारे में सबसे ज्यादा जागरुक रहने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने हर उस खाने को अलविदा कह दिया है जो उनकी फिटनेस या परफॉरमेंस में बाधा बनती है। विराट कोहली कई महीने पहले ही एनीमल प्रोटीन लेना बंद कर चुके हैं और अब उन्होंने वीगन डायट लेना शुरु कर दिया है।

 

पूरी तरह शाकाहारी बने कोहली

 

विरोट कोहली को एक समय पर बटर चिकन और कबाब जैसे बेहद लगाव था। लेकिन अब विराट कोहली पूरी तरह से शाकाहारी हो गए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार कोहली ने अपने खानपान में प्रोटीन शेक्स, सब्जियां, सोयाबीन जैसी चीजों को शामिल कर लिया है। वो मीट और अंड्डे जैसे आम तौर पर ली जाने वाली प्रोटीन युक्त चीजों को 4 महीने पहले छोड़ चुके हैं।

 

4 महीने से ले रहे वेज डाइट

 

जानकारी के मुताबिक विराट कोहली ने 4 महीने पहले से ही वेजीटेरियन डाइट लेना शुरू कर दिया है और वो पहले से ज्यादा ताकतवर महसूस कर रहे हैं। उनकी पाचन प्रक्रिया बेहतर हो गई है। विराट कोहली मीट, अंड्डे और दूध से बनने वाली चीजों से दूर हैं।

 

विराट कोहली इसलिए बने शाकाहारी

 

कोहली ने वीगन डायट शूरू कर दिया है। यानी सिर्फ मांस, मछली, अंडा नहीं उन्होंने हर वो चीज खानी बंद कर दी है जो एनिमल प्रोडक्ट्स से बनता है। वह दूध, दही, घी जैसे डेयरी प्रोडक्ट भी नहीं खा रहे हैं। बता दें कि दो साल पहले, जब वह सामान्य डाइट ले रहे थे तो उन्होंने कहा था कि अगर मौका मिला तो वह नॉन वेज खाना छोड़ देंगे। अब वह पहले के मुकाबले ज्यादा सहज और मजबूत महसूस कर रहे हैं। कोहली के ऐसा करने से अब उनकी पाचनशक्ति और बढ़ गई है। विराट अब हरी सब्जियों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।

 

जाने क्या है वीगन डाइट

 

वीगन लोगों का मानना है कि दूध, दही, पनीर, सब जानवरों से ही तो मिलता है, तो उन्हें भी क्यों खाया जाए। वीगन लोग सोयाबीन का इस्तेमाल बहुत करते हैं। दूध की जगह सोयामिल्क, पनीर की जगह टोफू, कटलेट, सॉसेज, सब सोया और सब्ज़ियों से बना लिया जाता है।

 

वीगन डाइट के फायदे

 

ऊर्जा बढ़ाता

 

वीगन डाइट में प्रोटीन और आयरन होता है जो आपके शरीर के एनर्जी लेवल के साथ शरीर को मजबूती और ताकत को बढ़ाता है। जिससे आपको थकावट महसूस नहीं होती है।

 

बेहतर पाचन के ल‍िए

 

वीगन डाइट में पर्याप्त मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं जो आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को साफ करता है जिससे आपका पाचन बेहतर होता है। इसके अलावा यह आपके पाचन शक्ति को भी मजबूत करता है और साथ ही आपको आसानी से खाना पाचने में मदद करता है।

 

बेहतर नींद के ल‍िए

 

वीगन डाइट जैसे- केला, बादाम, शकरकंद और केल में विटामिन-बी6 और ट्रिप्टोफिन मौजूद होता है जो आपके नींद को बेहतर करने में मदद करता है। अगर आप इन्सोमेनिया की शिकायत से जूझ रहें है तो ये आपको वीगन डाइट फॉलो करनी चाह‍िए।

 

बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए

 

वीगन डाइट में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स होता है जो आपके शरीर के विषाक्त पदार्थ को नष्ट करके बॉडी को डिटॉक्स करता है। इसके अलावा यह आपका स्‍वास्‍थ्‍य और हेल्दी रखने में भी मदद करता है।

 

हाई ब्लड प्रेशर से बचाव

 

शाकाहारियों में हाई ब्लड प्रेशर की संभावना मांसाहारियों की तुलना में बहुत कम होती है और यह वजन व नमक पर निर्भर नहीं करता। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि ऐसे लोग कॉम्लेक्स क्राबोहाइड्रेट ज्यादा मात्रा में ग्रहण करते हैं और इनमें शारीरिक स्थूलता भी कम होती है।

 

कैंसर से बचाव

 

शाकाहारी भोजन में विभिन्न प्रकार के रोगों से भी आपको बचाता है। शाकाहार का सेवन करने वाले व्‍यक्तियों में कई प्रकार के कैंसर रोगों जैसे फेफड़ों का कैंसर, आंत का कैंसर इत्यादि की संभावनाएं भी कम होती हैं। शोधों में भी ये बात साबित हो चुकी है कि शाकाहारी भोजन का सेवन करने वाले व्यक्तियों में स्तन कैंसर का खतरा भी कम होता है। ऐसा शाकाहारियों में एस्ट्रोजन की कम मात्रा पाये जाने के कारण होता है। अनाज, फली, फल और सब्जियों में रेशे और एंटीऑक्सीडेंट ज्यादा होते हैं, जो कैंसर को दूर रखने में सहायक होते हैं।

 

किडनी रोगों से बचाव

 

किडनी की समस्या या इससे होने वाले रोगों में भी शाकाहारी भोजन लाभकारी है। शाकाहारी भोजन किडनी से संबंधित रोगों की रोकथाम में सहायक होता है। अध्ययनों के अनुसार, यूरीन के द्वारा प्रोटीन का निकल जाना, कोशिकाओं द्वारा रक्त छनने की गति, किडनी में रक्त संचार और किडनी से संबंधित विकार मांसाहारियों की तुलना में शाकाहारियों में कम पाए जाते हैं।


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