विश्व मलेरिया दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो हर साल 25 अप्रैल को आयोजित किया जाता है और इसे मलेरिया को नियंत्रित करने के वैश्विक प्रयासों के लिए मान्यता प्राप्त है। मलेरिया दिवस मनाने का दुनिया भर में एक प्रयास है। यह दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस, विश्व रक्तदाता दिवस, विश्व प्रतिरक्षण सप्ताह, विश्व तंबाकू निषेध दिवस, विश्व क्षय रोग दिवस, विश्व एड्स दिवस, हेपेटाइटिस दिवस और विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ आठ आधिकारिक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में से एक है।
मलेरिया का इतिहास
विश्व मलेरिया दिवस का विचार अफ्रीका मलेरिया दिवस से विकसित किया गया था। अफ्रीका मलेरिया दिवस मूल रूप से एक ऐसा कार्यक्रम है जिसे 2001 से अफ्रीकी सरकारों द्वारा मनाया जाता है, जिसे पहली बार 2008 में आयोजित किया गया था। 2007 में, विश्व स्वास्थ्य सभा के 60 वें सत्र में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा प्रायोजित एक बैठक में प्रस्तावित किया गया था कि अफ्रीका मलेरिया दिवस को विश्व मलेरिया दिवस में बदला जाए।
विश्व मलेरिया दिवस थीम 2022 (World Malaria Day Theme 2022 in Hindi)
हर साल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) विश्व मलेरिया दिवस के मौके पर एक विशेष थीम रखता है। इस साल यानि 2022 की थीम है ‘मलेरिया रोग के बोझ को कम करने और जीवन बचाने के लिए नवाचार का उपयोग करें (Use innovation to reduce the burden of malaria and save lives)। इ थीम के जरिए लोगों को मलेरिया से सुरक्षित रहने के नए उपायों के बारे में सोचने को प्रेरित करना है। विश्व मलेरिया दिवस लोगों को दुनिया भर में मलेरिया को कम करने और रोकने के लिए किए गए प्रयासों को सीखने और बढ़ावा देने का मौका देता है।
मलेरिया में लोग क्या करते है?
- विश्व स्वास्थ्य संगठन, सक्रिय रूप से विश्व मलेरिया दिवस को समर्थन और बढ़ावा देने में भूमिका निभाते हैं।
- इस विश्व मलेरिया दिवस पर, डब्ल्यूएचओ निवेश और विस्तारित साधनों के विस्तार में मदद करता है जो मलेरिया की रोकथाम, निदान और उपचार में मदद करते हैं।
- कई लोग, साथ ही साथ लाभकारी संगठनों और वाणिज्यिक व्यवसायों के लिए, मलेरिया के प्रमुख हस्तक्षेपों के लिए धन दान करने के अवसर के रूप में दिन का उपयोग करते हैं। मलेरिया के उपचार, रोकथाम और नियंत्रण का समर्थन करने के लिए कई सारे आयोजन भी किए जाते हैं।
- मलेरिया के बारे में जागरूकता अभियानों को बढ़ावा देने या प्रचार करने के लिए कई अखबारों, पत्रिकाओं और वेबसाइटों के साथ-साथ रेडियो स्टेशनों और टेलीविजन पर विश्व मलेरिया दिवस का उपयोग कर सकते हैं।
मलेरिया क्या है?
- यह एक ऐसा रोग है, जो मादा ‘एनोफिलीज’ मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर गंदे और दूषित पानी में होते हैं। यह रोग प्लास्मोडियम परजीवी के कारण होता है और एनोफिलीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में फैलता है। मलेरिया होने पर तेज बुखार और कपकपी होती है।
- प्रारंभिक निदान के साथ मलेरिया को नियंत्रित और इलाज किया जा सकता है। लेकिन, कुछ देशों के पास इसे प्रभावी बनाने के लिए संसाधनों की कमी है। दुनिया भर में मलेरिया से बचने उपयोग के लिए कोई टीका नहीं है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम चलाने से बहुत सी जानें बचाई जा सकती हैं। आमतौर पर मलेरिया का रोग अप्रैल से शुरू हो जाता है, लेकिन जुलाई से नवंबर के बीच में यह रोग अपने चरम पर होता है। यानि कि इसी दौरान लाखों लोग इसकी चपेट में आते हैं।
मलेरिया के लक्षण
मलेरिया संक्रमण आमतौर पर निम्नलिखित लक्षणों की विशेषता है:
- बुखार,
- ठंड लगना,
- सरदर्द,
- मतली और उल्टी,
- मांसपेशियों में दर्द और थकान होना,
- पसीना आना,
- कमर में दर्द होना,
- शरीर में खून की कमी होना,
- आंखों की पुतलियों का रंग पीला होना,
- सीने या पेट में दर्द,
- खांसी
मलेरिया का निदान
- इस रोग का निदान ब्लड टेस्ट के द्वारा किया जाता है।
- रोगी के रक्त से स्लाइड बनाकर प्रशिक्षित डॉक्टर माइक्रोस्कोप के द्वारा प्लाज्मोडियम नामक पैरासाइट की जांच करते हैं।
- एंटीजेनरेपिड कार्ड टेस्ट से मलेरिया की जांच कुछ ही मिनटों में की जा सकती है।
मलेरिया से बचने के उपाय
- मच्छरों से बचे। इसके लिए अपने आसपास सफाई का ध्यान रखें।
- बारिश के पहले नालियों की सफाई करवाएं और गड्ढे आदि भरवाएं।
- अगर जल निकास संभव न हो तो कीटनाशक डालें।
- मच्छरों से बचने के लिए पूरी बाजू का कुर्ता और पायजामा पहनें।
- मच्छर से बचने के लिए, मच्छर भगाने वाली क्रीम और स्प्रे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
- इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करे। यह कार्य सरकारी तंत्र के अलावा डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ अच्छी तरह से कर सकते है।
- मलेरिया से बचाव का कोई टीका (वैक्सीन) अभी तक उपलब्ध नहीं है, पर इस पर अनुसंधान जारी है।
- इस बीमारी से बचने के लिए कुछ दवाएं ले सकते और डॉक्टर की सलाह।
मलेरिया के संक्रमण से देश में हर साल हजारों लोग मर रहे हैं। इसलिए लक्षणों के दिखते ही रोगी को तुरंत ही डॉक्टर के पास ले जाकर जांच करवाएं। ऐसा करने से मलेरिया से होने वाली जटिलताओं से बचा जा सकता है। मलेरिया में कई तरह की दवाओं का उपयोग होता है। लेकिन कोई भी दवाइयां लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
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