पैर की मोच को ठीक करने के आसान घरेलू उपचार

लोग कभी न कभी मोच के कारण होने वाले दर्द और असुविधा से परेशान होते हैं खासतौर से टखनों में आई मोच (Ankel Sprain) के कारण। घुटनों की मोच सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। यह आमतौर पर व्‍यायाम करते समय गलत मुद्रा (poor posture) या अत्‍यधिक वजन उठाने के कारण हो सकती है। इसके अन्‍य कारण मांसपेशीयों की क्षति, मांसपेशियों में असंतुलन आदि भी हो सकते हैं। खेल खेलते समय या असुविधाजनक सतह पर चलने पर कोई भी व्‍यक्ति इस समस्‍या से ग्रसित हो सकता है। यह आपके पैरों को सूजन या गंभीर दर्द दे सकता है। यदि आप मोच का सही समय में उपचार नहीं करते हैं, तो इससे भविष्‍य में अधिक गंभीर समस्‍याएं हो सकती हैं.

 

पैर की मोच का कारण

 

आपके हाथ और पैरों में मोच आने की सम्भावना अधिक होती है क्योंकि आपके हाथ और पैरों के जोड़ मुड़ते हैं। अचानक घुटनों के मुड़ने या घर्षण के कारण घुटने के आसपास अस्थिबंध में खिचाव या तनाव (stretch) हो सकता है। जिसके कारण प्रभावित क्षेत्र में वजन रखने पर आपको दर्द महसूस होता है। मोच आपकी उपास्थि, रक्त वाहिकाओं या कंधे को भी प्रभावित कर सकती है।

 

आपके हाथ और पैरों में मोच आने की सम्भावना अधिक होती है क्योंकि आपके हाथ और पैरों के जोड़ मुड़ते हैं। अचानक घुटनों के मुड़ने या घर्षण के कारण घुटने के आसपास अस्थिबंध में खिचाव या तनाव (stretch) हो सकता है। जिसके कारण प्रभावित क्षेत्र में वजन रखने पर आपको दर्द महसूस होता है। मोच आपकी उपास्थि, रक्त वाहिकाओं या कंधे को भी प्रभावित कर सकती है।

 

मोच आने के लक्षण

 

  • जब मोच की बात आ‍ती है तो इसके कुछ लक्षण इस प्रकार होते हैं।

 

  • कोमलता और छूने में दर्द

 

  • सूजन

 

  • नील पड़ना

 

  • त्‍वचा मलिनकिरण (skin discoloration)

 

  • आपके पैरों पर वजन रखने में कठिनाई

 

  • कठोरता या जकड़न (stiffness)

 

मोच को ठीक करने के घरेलू उपाय

 

आपके शरीर में आने वाली मोच को ठीक करने के बहुत से घरेलू उपाय हैं जिनका उपयोग कर आप अपने शरीर में मोच के कारण होने वाले दर्द और सूजन को कम कर सकते हैं। ये उपचार आपको बेहतर जीवन जीने में मदद करते हैं। आइऐ जानते हैं मोच (Sprain) को ठीक करने के घरेलू उपाय क्‍या हैं जिन्‍हें आप अपने घर में ही कर सकते हैं इसके लिए आपको कहीं बाहर जाने या डॉक्‍टर पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

 

बर्फ

 

  • सूजन और दर्द वाले स्‍थान पर बर्फ लगाने से होने वाली तकलीफ को कम किया जा सकता है। बर्फ अस्थिबंधन के टूटने और उससे खून के स्राव को कम करके सूजन और दर्द को रोकता है। चोट लगने के बाद 48 से 72 घंटे के अंदर प्रभावित क्षेत्र पर बर्फ लगाना चाहिए।

 

  • इसके लिए आप एक कपड़े में बर्फ के कुछ तुकड़े लें और 15-20 मिनिट के लिए मोच बाली जगह पर इसे लगाएं। इस क्रिया को 1-2 घंटे के बाद फिर से दोहराएं।

 

  • यदि आपको बर्फ आसानी से नहीं मिलती है तो आप सब्‍जीयों के फ्रोजेन पैकेज (frozen package) का उपयोग भी कर सकते हैं।

 

हल्दी

 

एंट्री-इंफ्लामैट्री (Anti-inflammatory) गुणों के कारण हल्‍दी मोच को ठीक करने का सबसे सरल, सस्‍ता और प्रभावकारी घरेलू उपचार है। हल्‍दी का प्रभाव त्वचा और ऊतको (Skin and tissues) पर बहुत ही कम पड़ाता है, लेकिन यह मोच के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। 2007 में अमेरिकी जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी के शोधकर्ताओं ने एक रिपोर्ट जारी की जिसके अनुसार मोच और प्‍लांटर फासिआइटिस (plantar fasciitis) के उपचार के लिए हल्दी को बहुत ही प्रभावकारी बताया गया है।

 

  • गर्म पानी के साथ हल्‍दी पाउडर मिलाएं। अतिरिक्‍त लाभ पाने के लिए आप इसमें नींबू का रस भी मिला सकते हैं।

 

  • सूजन और दर्द (swollen and aching) वाली जगह पर इस मिश्रण को लगाएं और 10 घंटों के लिए छोड़ दें।

 

  • पैरों में आई मोच को ठीक करने के लिए आप इस उपचार को प्रतिदिन करें।

 

 

जैतून का तेल

 

जैतून के तेल का उपयोग आप पैरों की मोच को ठीक करने के लिए घरेलू उपचार के रूप में कर सकते हैं। जैतून तेल में माजूद कई आवश्‍यक यौगिक (essential compounds) पैरों में आई मोच के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। जैतून का तेल मोच के कारण आने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है।

 

  • इसके लिए आप अंडे की जर्दी के साथ एक चम्‍मच जैतून का तेल मिलाएं।

 

  • दर्द वाले स्‍थान पर इस मिश्रण का प्रयोग करें।

 

  • इन क्षेत्रों को एक साफ तौलिया से ढ़क कर इसे दो दिनों के लिए छोड़ दें।

 

  • कुछ दिनों तक इस उपचार का पालन करें।

 

सेंधा नमक

 

शरीर के किसी भी हिस्से में मोच आने के दौरान कुछ दिनों तक केवल ठंडे उपचार ही करना चाहिए, क्‍योंकि गर्मी का उपयोग वास्‍तव में उपचार के प्रारंभिक चरणों के दौरान अतिरिक्‍त सूजन में योगदान दे सकता है। चोट या मोच आने के कुछ दिनों के बाद आप गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर इससे स्‍नान करें या चोट वाले क्षेत्र को इस पानी से भिगों सकते हैं। सेंधा नमक मांसपेशियों के दर्द और संयोजी ऊतकों को शांत करने में मदद करता है। मोच से राहत पाने के लिए आप दिन में एक या दो बार इस मिश्रण का उपयोग कर सकते हैं।

 

लहसुन

 

लहसुन के सबसे प्रभावी स्‍वास्‍थ्‍य लाभों में से एक यह है कि यह पैर की मोच के लिए शीर्ष घरेलू उपचारों में से एक बन गया है। लहसुन में बहुत अधिक पोषक तत्‍व पाए जाते हैं जो सूजन को कम करने और दर्द से राहत दिलाने में मदद करते हैं। लहसुन से मोच का उपचार करने के कई तरीके हैं।

 

  • एक कटोरे में लहसुन का 1 चम्‍मच रस लें।

 

  • इसमें 2-3 चम्‍मच नारियल का तेल मिलाएं।

 

  • इन दोनों के मिश्रण को दर्द वाले स्‍थान पर लगाएं और आधा घंटे के लिए छोड़ दें।

 

  • अब इन प्रभावित क्षेत्रों को साफ करने के लिए गर्म पानी (warm water) का प्रयोग करें।

 

  • जब तक आपको दर्द से राहत न मिले तब तक आप इस विधि को प्रतिदिन 3-5 बार दोहराएं।

 

प्‍याज

प्‍याज का उपयोग कर आप मोच के कारण होने वाले असहनीय दर्द को कम कर सकते हैं। प्‍याज में एंटी-इंफ्लामैट्री पोषक तत्‍व होते हैं जो शरीर की शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करते हैं।

 

  •  प्‍याज को ठंडा करने के लिए फ्रिज में कुछ देर के लिए रखें।

 

  • इसे बारीक तुकड़ों में काट (chopped into small pieces) लें और इसमें कुछ नमक मिलाएं।

 

  • इस मिश्रण को सूजन और दर्दनाक स्‍थान पर लगाएं और इन्‍हें पट्टी के साथ कवर करें।

 

  • इस मिश्रण को 8 घंटे के बाद साफ कर लें और जब तक आप बेहतर महसूस न करें तब तक इस प्रक्रिया को दोहराएं।

 

एलोवेरा

 

एलोवेरा को हर्बल दवाओं (herbal medicine) में उपयोग करने के लिए जाना जाता है। लेकिन हम में से कई लोगों को पता नहीं है कि यह पैरों की मोच को ठीक करने का सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक है। इसका उपयोग खिलाड़ियों द्वारा किया जाता है जो अक्‍सर अभ्यास के दौरान चोटों (injuries) का सामना करते हैं।

 

  • एलोवेरा का सबसे महत्वपूर्ण लाभ दर्द से छुटकारा पाने और उपचार प्रक्रिया में तेजी (accelerate the healing process) लाने के लिए किया जाता है।

 

  • पैर की मोच का इलाज करने के लिए आपको ऐलोवेरा जेल (Aloe Vera gel) का उपयोग करना चाहिए। इसे आप खुजली वाली जगह पर भी लगा सकते हैं।

 

अरंडी का तेल

 

मोच के उपचार के लिए कुछ आवश्‍य‍क तेल (essential oil) बहुत उपयोगी साबित होते हैं। अंड़ी का तेल भी ऐसे ही आवश्‍यक तेलों में से एक है। अरंडी के तेल में रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है जो मोच के उपचार में बहुत मददगार होता है।

 

  • सबसे पहले एक सूती कपड़े की सहायता से दर्द वाले स्‍थान पर अंडी का तेल (castor oil) लगाएं।

 

  • इसके बाद आधा घंटे तक इंतेजार करें, यह अरंडी का तेल आपके दर्द को कम करने में मदद करेगा।

 

  • फिर इस तेल को साफ करें।

 

  • तेल (Castor oil) को साफ करने के बाद आप उस स्‍थान पर मालिश करें।

 


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