थाइराइड से ज्यादातर महिलाए प्रभावित होती है, पुरषो में ये बीमारी कम देखने को मिलती है। आपकी खानपान की गलत आदत और बदलती लाइफस्टाइल भी इसके कारणों को बढ़ाती है। अगर हम आज के समय की बात करें तो थायराइड की समस्या बहुत आम होती जा रही है। हालांकि ये रोग किसी को और किसी भी उम्र में हो सकती है।
दरअसल थायराइड ग्लैंड में हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाने के कारण ये समस्या होती है। इसके कारण वजन बढ़ना और कम होने जैसी समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती है। यही कारण है कि थायराइड मरीजों को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है। एक थाइराइड रोगी इसे कैसे कंट्रोल करें और इसमें उसका क्या रोल होना चाहिए आज हम इसी के बारे में बात करेंगे।
थायराइड को कंट्रोल करने के उपाए (how to control thyroid)
अंडे
अंडे में भरपूर मात्रा में विटामिन-ए पाया जाता है, इसके साथ ही इसमें आयोडीन भी बहुत मात्रा होता है। इसके अलावा, अंडे में प्रोटीन (Protein) भी प्रचुर मात्रा में होता है। प्राकृतिक एमिनो एसिड के जरिए प्रोटिन आपके थायरायड के लिए बहुत अच्छा होता है। अंडे खाने से आपके शरीर में कमजोरी नहीं होगी।
अदरक
अदरक जो की सभी जगह आसानी से मिल जाता है इसमें ऐसे गुण होते है जो थाइराइड को कम करने में मदद करते है। दअरसल इसमें पोटेशियम (Potassium), मैग्नीश्यिम (Magnesium) पाए जाते है। अदरक में एंटी-इंफलेमेटरी गुण थायराइड को बढ़ने से रोकता है और उसकी कार्यप्रणाली में सुधार लाता है।
फल
यदि आप थाइराइड से परेशान है तो आपको जामुन, केला, संतरा, आदि इन फलों का सेवन ज्यादा मात्रा में करना चाहिए। इससे आपको थाइराइड से छुटकारा मिल जाएगा और जिन्हें ये समस्या है उनका थाइराइड कंट्रोल में भी रहेगा।
मुलेठी का सेवन
जिन्हें थायराइड हैं और आप इसे ठीक करना चाहते है तो मुलेठी का सेवन आपके लिए बेहद लाभदायक होगा। इसमें ऐसे तत्व मौजूद होते है, जो थायराइड ग्रंथी को संतुलित करके थकान को उर्जा में बदल देते हैं।
प्याज का रास
थायराइड को नियंत्रित करने के लिए प्याज सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए, प्याज को दो भागों में काटें और सोने से पहले थायरॉयड ग्रंथि के चारों ओर ब्लॉक वार की मालिश करें। मालिश के बाद, गर्दन धोने के बजाय, इसे रात भर के लिए लगा रहने दें। कुछ दिनों तक लगातार ऐसा करने से आपको इसके परिणाम दिखने लगेंगे।
दही का सेवन करें
आपको बता दें की थायराइड होने पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है। ऐसे में आप दही का सेवन करेंगे तो ये आपके लिए अच्छा होगा। दरअसल दही में अच्छे बैक्टीरिया पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के प्रइम्युनिटी को बढ़ाने में बहुत मदद करते है। इसलिए रोजाना एक कटोरी दही खाना चाहिए। इसके प्रयोग से रोगी के शरीर में कमजोरी नहीं रहती।
गेहू और ज्वार
गेहूं और ज्वार का थायरॉयड ग्रंथि को बढ़ने से रोकने में आपकी सहायता करता है। आयुर्वेद में, गेहूं और ज्वार थायराइड की समस्या को दूर करने के लिए एक बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय है। इसके अलावा यह साइनस, उच्च रक्तचाप और खून की कमी जैसी समस्याओं को रोकने में भी प्रभावी रूप से काम करता है।
बादाम
बादाम में उच्च मात्रा में मैग्नीशियम (Magnesium) होता है, जो आपके मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को बढ़ाने में बहुत मदद करता है। एक अध्ययन के अनुसार यदि आप दवा के साथ-साथ भीगे हुए बादाम नियमित रूप से खाते है तो थायराइड से बचे रहेंगे हैं।
अलसी के बीज
अलसी के बीज फाइबर और ओमेगा -3 से भरपूर होते है। ये थायराइड को नियंत्रित रखते है और आपको अन्य बीमारियों के खतरे को भी कम करते है। आप चाहें तो इसके सप्लीमेंट्स को अपने आहार में भी शामिल कर सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बाद ही ऐसा करें।
एक थाइराइड रोगी को अपना बहुत ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है। जिन्हें थाइराइड होता है वो लोग एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेते है। उसी के अनुसार खाने पीने की चीजों का सेवन करते है। यदि आपको भी ये समस्या है तो आप भी हमारे डॉक्टर से परामर्श ले सकते है।
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