आयरन एक पोषक तत्त्व है जो बच्चो की वृद्धि और विकास के लिए बहुत आवश्यक है। अगर बच्चो के खाने में आयरन की कमी हो तो उसे एनीमिया या आयरन की कमी हो सकती है. यह हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करता है , जो की ऑक्सीजन को फेफड़ों से पुरे शरीर तक पहुंचता है।
यह एक आवश्यक खनिज है जो की फल और सब्जियों में पाया जाता है। शरीर में आयरन की कमी बहुत ज्यादा है , तो इससे खून की कमी भी हो सकती है। जब ऐसा होता है तो लाल रुधिर कोशिकाए सामान्य से छोटी हो जाती है और उनमें कम हीमोग्लोबिन होता है।
बच्चो में आयरन की कमी के लक्षण
- बहुत ही जल्दी थक जाना,
- असामान्य सफेद त्वचा,
- बच्चो में वृद्धि और विकास सही से नहीं होना,
- पसीना बहुत ज्यादा आना,
- कसरत करने की क्षमता कम होना,
- खाना निगलने में तकलीफ होना,
- त्वचा का सुखना,
- नाखून का असामान्य मुड़ना, कमजोर होना या नरम होना,
- हाथ-पांव हमेशा ठंडे रहना।
बच्चो में आयरन की कमी होने के कारण
- आयरन युक्त भोजन न खाना ,
- समय से पहले बच्चे का जन्म होना,
- वजन का कम होना,
आयरन की कमी से नुकसान
अग्नाशय में लोहे की अधिकता से उसकी इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाएं नष्ट हो जाती है। इससे हीमोक्रोमेटोसिस और डायबिटीज जैसी बीमारियां हो जाते हैं। लीवर में लोहे की अधिकता से सिरोसिस हो जाता है और बाद में कैंसर का रूप ले लेता है| इससे हृदय को भी बहुत नुकसान होता है , जिससे हृदय गति रुकने का खतरा बढ़ जाता है।
बच्चों के शरीर में आयरन का महत्व
हम अपने बच्चों के विकास को गति देने के लिए पूरी कोशिश करते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए और स्वस्थ रहने के लिए आयरन की जरूरत पड़ती है| इसलिए अपने बच्चों को आहार में आयरन से भरपूर भोजन देने के साथ विटामिन सी से भरपूर खाना भी देना चाहिए क्योंकि विटामिन सी आयरन की कमी को दूर करता है| विटामिन सी आपके शरीर में कैल्शियम और आयरन की मात्रा बढ़ा देता है|
आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ
आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ आहार में मौजूद अनेक प्रकार के पोषक तत्व बच्चो के विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
आप अपने बच्चे को विटामिन सी युक्त आहार दे सकती हैं जिससे बच्चे के शरीर में खून की कमी नहीं होंगी और उसे आयरन मिलता रहेगा। विटामिन सी युक्त आहार में आप स्ट्रोबेरी, पतागोभी, पपीता, पालक, हरी सब्जियो से बने हुए आहार अपने बच्चे को खिला सकती हैं।
चुकन्दर
- यह आयरन का अच्छा स्रोत है। इसे खाने से एनीमिया की बीमारी भी दूर होती है. चुकंदर में पर्याप्त मात्रा में आयरन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं, जो खून को बढ़ाने और उसे साफ करने का काम करते हैं.
- चुकंदर खाने से शरीर में खून की कमी नहीं होती है और आपका शुगर लेवल भी सही रहता है.
पालक
इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स एंटीआक्सीडेंट का काम करता हैं। पालक में आयरन काफी अधिक मात्रा में होता है। इसे खाने से हमारे शरीर में हिमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती हैं।
अनार
इसमें फॉलिक एसिड होता है, जिससे उच्च रक्तचाप और एनीमिया का खतरा कम होता है। हीमोग्लोबिन की कमी में अनार का सेवन अच्छा माना जाता है, मगर डायबिटीज के रोगी इसे न लें।
अंडा
इसमें विटामिन ए पाया जाता है जो बालों को मजबूत बनाने के साथ आंखों की रोशनी बढ़ाता है। अंडे की जर्दी में विटामिन डी होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
अमरूद
- अमरूद की तासीर ठंडी होती है. ये पेट की बहुत सी बीमारियों को दूर करने का रामबाण इलाज है. अमरूद के सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.
- अगर आपके बच्चों के पेट में कीड़े पड़ गए हैं तो अमरूद का सेवन करना उनके लिए फायदेमंद होगा.
हरी पत्तेदार सब्जियां
- ऐसे तो बहुत सारी हरी पत्तेदार सब्जियाँ है जैसे – पालक, सरसो, पुदीना, धनिया, सहजन की पत्तियां, मेथी, लोबिया की पत्तियां आदि। इन सभी में आयरन की मात्रा भरपूर होती है।
- हीमोग्लोबिन की कमी होने पर पालक का सेवन करने से शरीर मे इसकी कमी पूरी हो जाती है| इसके साथ पालक मे कैल्शियम, सोडियम, क्लोराइड, फासफोरस, खनिज लवण और प्रोटीन जैसे तत्व आदि भी पाए जाते हैं।
- हरी पत्तेदार सब्जियाँ बच्चों को छोटी उम्र से ही देनी शुरू कर देनी चाहिए, नहीं तो बड़े होकर ये इन सब्जियों से बचते हैं।
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