विश्व श्रवण दिवस 2019 – इन कारणों से लोग हो जाते हैं बहरेपन के शिकार

विश्व श्रवण दिवस यानी वर्ल्ड हियरिंग डे 2019 , यह प्रत्येक वर्ष 3 मार्च को विश्व श्रवण दिवस जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

 

इस दिन को एक उद्देश्य के रूप में मनाया जाता है , ताकि लोगों का ध्यान आकर्षित किया जा सके, विश्व श्रवण दिवस यानी वर्ल्ड हियरिंग डे के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके। विश्व श्रवण दिवस पहली बार 2007 में अंतर्राष्ट्रीय कान देखभाल दिवस द्वारा दुनिया भर में मनाया गया था।

 

विश्व श्रवण दिवस (डब्ल्यूएचओ) द्वारा अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर विशेष विषय से संबंधित घटनाओं की कई किस्में बनाई गई हैं।

 

सुनने की क्षमता में कमी या बहरापन एक ऐसी स्थिति है, जहाँ व्यक्ति अपनी श्रवण-क्षमता यानी की सुनने की क्षमता खो देता है। अगर आपको भी इस प्रकार की समस्या हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। ऐसे बहुत से लोग है जो इस समस्या से परेशान है.

 

सुनने की समस्या और बहरापन के आंकड़े 

 

ज्यादातर यह समस्या भारत में ही, देखने को मिलती है। हर साल दस लाख़ से अधिक मामले दर्ज किए जाते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में, इस आम स्वास्थ्य समस्या के 200,000 से अधिक मुद्दों को सालाना दर्ज किया जाता है।

 

विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में कहा गया है कि, विश्व की 5% आबादी में सुनने की समस्या का आंशिक या पूर्ण रूप से नुकसान है। 65 वर्ष से ऊपर की आयु वर्ग के लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। उनमें से ज्यादातर दक्षिण एशिया, एशिया प्रशांत और उप-सहारा अफ्रीका क्षेत्रों में हैं।

 

अगर कोई भी व्यक्ति एक या दोनों कानों से आवाज को सुनने में पूर्ण रूप से असमर्थ हो, तो इसे बहरापन या सुनने की समस्या कहा जाता है। यह एक आम समस्या है , पर यह समस्या समय के साथ बढ़ती ही चली जाती है ।

 

सुनने की क्षमता में कमी के मुख्य कारण

 

  • उम्र बढ़ना,
  • जोरदार शोर के संपर्क में आने के कारण,
  • आनुवंशिकता,
  • हानिकारक या अन्य बिमारियों में दी जाने वाली दवा,
  • बीमारियाँ,
  • शराब या तंबाकू,
  • कान का संक्रमण,
  • शारीरिक आघात (चोट लगना),
  • कुछ चिकित्सीय स्थितियां जैसे – उच्च रक्तचाप या मधुमेह आदि,
  • शराब पीना या धूम्रपान करना,
  • कैंसर के लिए उपयुक्त “कीमोथेरेपी” दवाओं के इस्तेमाल से,

 

सुनने की समस्या या बहरापन के लक्षण

 

श्रवण हानि के लक्षण निम्न प्रकार हो सकते हैं –

 

  • भाषा और अन्य ध्वनियों का स्पष्ट रूप से सुनाई न देना।
  • कुछ सामाजिक व्यवस्थाओं या कार्यक्रम में जाने से बचना।
  • टी.वी की ध्वनि या अन्य ध्वनियों को सुनने में समस्या का सामना करना।
  • अक्सर दूसरों को धीरे-धीरे, या स्पष्ट रूप से अथवा जोर से बोलने के लिए कहना ।
  • शोर भरे वातावरण या सामाजिक सभा में सुनने में होने वाली कठिनाइयाँ।
  • किसी के द्वारा आपके पीछे से या किसी अन्य कमरे से बुलाते हुए सुनने में कठिनाइयों का सामना करना।

 

सुनने की समस्या का इलाज 

 

  • शोर से बचें,
  • सुनने की शक्ति को सुरक्षित रखने वाले उपकरण पहनें,
  • एक शांत प्रकृति वाले व्यक्ति बनें,
  • मादक पदार्थों का सेवन न करें,
  • कान को साफ़ राखे ,

 

सुनने की क्षमता का परीक्षण कराएं

 

  • अगर आपको सुनने में समस्या हो रही है तो आप अपने डॉक्टर से संपर्क करके अपनी समस्याओं को बताये , सुनने की क्षमता को बेहतर बनाने के लिए आप नियमित अंतराल पर सुनने की क्षमता परिक्षण कराएं।
  • यदि आपका श्रवण-परीक्षण यह संकेत करता है कि, आपके कान में पहले से ही कुछ विकार है , तो आपको कान की मशीन की ज़रूरत है।

विश्व श्रवण दिवस जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है , इसलिए आपको भी अपने स्वास्थ को लेकर जागरूक रहना चाहिए।  वैसे तो अब आप यह जान गए होंगे की सुनने की समस्या ध्यान न देने से बहुत खतरनाक हो सकती है। इसलिए आज से ही अपने कानो के स्वास्थ्य का विशेष ख़याल रखें, और किसी भी तरह की समस्या डॉक्टर से सलाह ले और समय-समय पर अपने कानो का जांच कराते रहे।


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