पेलाग्रा रोग के लक्षण, कारण, निदान और उपचार

 

पेलाग्रा रोग एक ऐसा रोग है, जिसमे त्वचा रोग, दस्त और डिमेंशिया जैसी समस्याएं होती है। यह एक चिकित्सकीय स्थिति है। आमतौर पर ये बीमारी उन लोगो में अधिक होती है, जो कुपोषित होते है। पेलाग्रा रोग होने का मुख्य कारण शरीर में विटामिन बी -3 (Vitamin B-3) की कमी है।

 

यह समस्या काफी गंभीर हो सकती है, अगर इसका समय पर इलाज नहीं कराया जाए तो, यह मृत्यु का कारण भी बन सकती है। इस बीमारी के इलाज में कुछ महीनों का समय लग सकता है और इस बीमारी को विटामिन बी-3  का सेवन करके भी कम किया जा सकता है।

 

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पेलाग्रा रोग के लक्षण

 

 

  • त्वचा रोग

 

  • डिमेंशिया और दस्त

 

  • लाल और परतदार त्वचा

 

  • त्वचा रंग में परिवर्तन

 

  • मोटी, परतदार और फटी हुई त्वचा

 

  • त्वचा पर खुजली और सूजन

 

  • चेहरे पर तितली के आकार के घाव या दाग

 

  • होंठ, जीभ या मसूड़ों पर घाव आना

 

  • गले, छाती या पेट में दर्द और पेट में जलन

 

  • खाने या पीने में परेशानी महसूस होना

 

 

पेलाग्रा रोग के कारण

 

 

  • अगर आपके भोजन में (विटामिन बी 3) (Vitamin B3) का स्तर कम है, तो पेलाग्रा रोग का कारण बन सकता है

 

  • शराब का अत्यधिक सेवन

 

  • गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियां जैसे क्रोन रोग (Crohn’s disease) और अल्सरेटिव कोलाइटिस (Ulcerative colitis)

 

  • लिवर का सिरोसिस (Cirrhosis)

 

  • कार्सिनॉइड ट्यूमर (Carcinoid tumors)

 

  • हर्टनप रोग (Hartnup disease) इत्यादि। ये सब बीमारियां पेलाग्रा रोग होने का कारण है।

 

 

पैलाग्रा रोग किस विटामिन की कमी से होता है

 

पेलाग्रा (Pellagra) एक रोग है, जो विटामिन बी-3, जिसे नियासिन (niacin) भी कहा जाता है, की कमी के कारण होता है।

 

 

पेलाग्रा रोग की जटिलताएं

 

 

  • संक्रमित त्वचा (Infected skin)

 

  • ग्लोसाइटिस (Glossitis) (जीभ की सूजन)

 

  • कोमा (Coma)

 

  • डिप्रेशन (Depression)

 

  • डिस्फेजिया (Dysphagia)

 

  • मृत्यु, इत्यादि।

 

 

पेलाग्रा रोग की जांच

 

 

पेलाग्रा के निदान में निम्न परीक्षण मदद कर सकते हैं जैसे:

 

  • हाइपोप्रोटीनेमिया जांच (hypoproteinemia diagnosis test)

 

  • लिवर फंक्शन टेस्ट (liver function test)

 

  • सीरम पोरफाइरिन टेस्ट (serum porphyrin test), इत्यादि।

 

  • रक्त परीक्षण (blood test)

 

  • मूत्र परीक्षण (urine test)

 

  • अन्य टेस्ट (Other Tests)

 

 

पेलाग्रा रोग से बचाव के तरीके

 

 

पेलाग्रा रोग से बचने के लिए निम्न बातों को ध्यान में रखे, जैसे की –

 

  • जिन लोगो को पेलाग्रा रोग की समस्या होती है उन्हें सूर्य के संपर्क में आने से बचना चाहिए।

 

  • मरीजों को एक विशिष्ट आहार (विटामिन बी -3 से समृद्ध आहार) का सेवन करना चाहिए।

 

  • अत्यधिक शराब और धूम्रपान  के सेवन करने से बचना चाहिए।

 

  • कोई भी सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

 

 

पेलाग्रा रोग में करे इन आहारों  का सेवन 

 

 

पेलाग्रा रोग (Pellagra) के इलाज के लिए विटामिन बी-3 में उच्च आहर के सेवन की सलाह दी जाती है, जैसे की –

 

  • मशरूम

 

  • मछली

 

  • पके हुए आलू

 

  • मूंगफली

 

  • चोकरयुक्त अनाज (bran cereal)

 

  • अंकुरित अनाज

 

  • दलिया (oatmeal)

 

  • पनीर

 

  • अंडे

 

  • सोया मिल्क

 

  • ट्यूना मछली (canned tuna)

 

  • सोया बर्गर (soy burgers)

 

  • कद्दू के बीज (pumpkin seeds), इत्यादि।

 

 

अगर आपको पेलाग्रा रोग के लक्षण नजर आ रहे हो या त्वचा से संबंधित कोई भी समस्या हो रही हो तो डॉक्टर से सम्पर्क करे और उनसे सलाह ले।

 

यदि आपको इससे जुड़ी कोई समस्या है और अगर आप इसका इलाज पाना चाहते हैं तो हमसे संपर्क कर सकते हैं। हमसे संपर्क करने के लिए हमारे इस व्हाट्सएप नम्बर (+919654030724) या हमें connect@gomedii.com पर  ईमेल कर सकते हैं।


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