रयूमेटायड अर्थराइटिस क्या है? जाने इसके लक्षण और बचने के उपचार

 

रयूमेटायड अर्थराइटिस एक प्रकार का अर्थराइटिस है, जिसमे जोड़ो में असहनीय दर्द होता है। यह जोड़ो से संबंधित बीमारी है, जो की बहुत ही दर्दनाक होती है। यह बीमारी खासकर सर्दियों के समय में और सुबह के वक्त बहुत अधिक परेशान करती है। आमतौर पर यह बीमारी वयस्कों को अपना अधिक शिकार बनाती है, लेकिन आजकल यह समस्या अनियमित खानपान और अपने लाइफस्टाइल में बदलाव की वजह से युवाओं को भी हो रही है।

 

इस बीमारी के होने से शरीर के जोड़ों वाले हिस्से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं, जैसे की – हाथ, कुहनी, कलाई, कंधे, कुल्हे, घुटने, टखने और गर्दन आदि। अगर आपको भी जोड़ो में दर्द की समस्या हो रही है तो तुरंत हड्डी रोग विशेषज्ञ से संपर्क करे। हालांकि, कुछ बातों को ध्यान में रखकर रयूमेटायड अर्थराइटिस के दर्द को कम किया जा सकता है।

 

आइये जानते है रयूमेटायड अर्थराइटिस के लक्षण और इससे बचने के तरीके।

 

 

रयूमेटायड अर्थराइटिस के लक्षण

 

 

  • पीठ या मांसपेशियों में अत्यधिक दर्द

 

  • जोड़ों में कठोरता, सूजन, कोमलता, या कमजोरी होना

 

  • थकान महसूस होना

 

 

  • त्वचा पर गांठ या लालिमा होना

 

  • उंगली पर सूजन होना

 

 

रयूमेटायड अर्थराइटिस के उपचार

 

 

घरेलू नुस्खों द्वारा

 

रयूमेटाइड अर्थराइटिस के दर्द को कम करने के लिए कुछ घरेलू नुस्खों को आजमाकर कम किया जा सकता है, जैसे की –

 

  • जोड़ो में अधिक दर्द होने पर आप सन बाथ ले सकते हैं।

 

  • मेथी के पाउडर को रोज सुबह पानी के साथ सेवन करे, ऐसा करने से दर्द में राहत मिलता हैं।

 

  • उबले हुए दूध में 4-5 लहसुन की कलियों को डाल कर पीने से आराम मिलता है।

 

  • अगर आपको अत्यधिक दर्द की समस्या हो रही है, तो आप लहसुन के रस को कपूर में मिला कर दर्द वाली जगह पर मालिश करे, इससे आराम मिलता है।

 

  • लाल तेल से मालिश करना भी आरामदायक होता है।

 

  • रयूमेटाइड अर्थराइटिस रोगियों के लिए गर्म दूध में हल्दी मिला कर दिन में दो से तीन बार पीने से फायदा होता है।

 

 

खानपान का ख्याल रखे

 

  • यह समस्या होने पर अपने खानपान पर विशेष ध्यान दे। अपने आहार में फल और सब्जियों को शामिल करे, जैसे की – फलों में संतरे, मौसमी, केले, सेब, नाश्पाती, नारियल, तरबूज और खरबूज आदि।

 

  • हरी और ताजी सब्जियों का सेवन करे – सब्जियों में मूली, गाजर, मेथी, खीरा, ककड़ी आदि शामिल कीजिए। चोकरयुक्त आटे का प्रयोग करें क्योंकि इसमें फाइबर अधिक मात्रा में होता है और यह रयूमेटाइड अर्थराइटिस रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है।

 

 

रयूमेटाइड अर्थराइटिस में बरतें कुछ सावधानियां

 

 

  • खानपान का विशेष ख्याल रखे, संतुलित आहार का सेवन करे।

 

  • रोज योगासन करने से आर्थराइटिस के दर्द में राहत मिलती हैं

 

  • मोटोपे पर नियंत्रण रखे।

 

  • हीटिंग पैड और आईस पैक मरीजों को दर्द में आराम और राहत दिलाने में मदद करते हैं।

 

  • दूध और पनीर का सेवन न करें।

 

  • जितना हो सके पानी अधिक मात्रा में लें।

 

 

 

रयूमेटाइड आर्थराइटिस की समस्या होने पर यह पूरे शरीर को प्रभावित करने लगती है। इसकी वजह से शरीर के अंदरूनी हिस्से जैसे – दिल, आंख तथा फेफड़े भी प्रभावित होते हैं। इसके लक्षण अलग-अलग लोगों में और एक ही व्यक्ति में समय-समय पर बदलते रहते हैं। इसलिए, इसके लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।

 

 


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