आजकल हर कोई बदलते मौसम की वजह से वायरल फीवर जैसे गंभीर रोग की चपेट में आ रहे हैं। यह छोटे बच्चे से लेकर युवाओं को भी अपना शिकार बना रहा हैं। ये बीमारी सुनने में भले ही छोटी लगती है, लेकिन इसका इलाज अगर सही समय पर न कराया जाए, तो यह बहुत खतरनाक हो सकती है।
वैसे तो वायरल फीवर की समस्या किसी भी मौसम में हो सकती है, लेकिन बरसात में वायरस कुछ ज्यादा ही सक्रिय होते है, जिस वजह से हमारे शरीर को बहुत ही आसानी से संक्रमित कर सकते हैं। आमतौर पर वायरल फीवर के लक्षण आम होते है। अगर इस गंभीर बीमारी से बच कर रहना है, तो इसके लक्षणों को जल्द से पहचान कर इसका इलाज करा लेना चाहिए। आइये जानते है इसके कुछ लक्षण और कैसे करें इससे बचाव।
वायरल फीवर के लक्षण
- शरीर में तेज दर्द होना
- गले में दर्द और खराश
- स्किन पर हल्के धब्बे पड़ना
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
- कमजोरी
- मतली और उल्टी
- सिर भारी होना और तेज बुखार
- हर थोड़ी देर में खांसी की शिकायत
वायरल बुखार में क्या-क्या खाएं
- विटामिन-सी वाले फल खाये, जैसे की – मौसमी, संतरा और नीबूं , इसके सेवन से रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढती है।
- वायरल फीवर होने पर ड्राई फ्रूट्स का सेवन करे। ड्राई फ्रूट्स में जिंक भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
- लहसुन में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और खनिज तत्व पाए जाते हैं। इससे सर्दी, जुकाम, दर्द, सूजन और त्वचा से संबंधित बीमारियां नहीं होती हैं।
- लहसुन को घी या तेल में तलकर चटनी के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है।
- खूब पानी पियें।
- खांसी, जुकाम, बुखार और सांस संबंधी रोगों से लडने में तुलसी के पत्ते भी बहुत ही फायदेमंद होते है। तुलसी के पत्तियों को उबालकर या चाय में डालकर पीने से नाक और गले का इंफेक्शन ठीक रहता है।
- वायरल फीवर होने पर हरी और पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें, क्योंकि हरी सब्जियों में पानी की मात्रा ज्यादा होती है जिससे डिहाइड्रेशन नहीं होता है।
वायरल फीवर होने पर इन चीजों को न खाएं
- दही के साथ हैवी नॉनवेज या नींबू और कोई खट्टी चीज ना खाएं।
- वायरल फीवर होने पर ठंडे और तरल पेय पदार्थों का सेवन न करें।
- वायरल होने पर दिमाग पर बिलकुल जोर ना लगाएं, ऐसा करने से रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
वायरल फीवर में बरतें सावधानी
- अगर आपको वायरल फीवर की समस्या है, तो आपको आराम करना चाहिए। आराम करके प्रभावित इम्युनिटी को फिर से बेहतर किया जा सकता है।
- इस रोग से बचने के लिए दवा का कोर्स पूरा करें।
- अधिक से अधिक पानी पीये, इससे डिहाईड्रेशन की समस्या नहीं होगी।
- पेट के लिए हलके और सुपाच्य भोजन जैसे खिचड़ी और सूप आदि का सेवन करें।
- अपनी चीजों को दूसरों को इस्तेमाल ना करने दें।
- ठंड लगने पर कंबल ओढ़ना चाहिए और ठंड से बचाव करना चाहिए।
डॉक्टर के बारे में – डॉ. अमित सचदेवा जो की एक फिजिशियन (Physician) है। अगर आपको वायरल फीवर या रक्त चाप, बुखार और डेंगू, संक्रमण से संबंधित कोई भी समस्या हैं, तो आप निशुल्क अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं और डॉ. अमित सचदेवा से परामर्श ले सकते है।
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