भारत में कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी के लिए सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर?

दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का कारण अक्सर कोलेस्ट्रॉल और अन्य तत्व होते हैं, जो धमनियों में जम जाते हैं। जब यह ब्लॉकेज बढ़ता है तो हृदय को आवश्यक रक्त प्रवाह नहीं मिल पाता, जिससे दिल का दौरा या अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। बाईपास सर्जरी इस ब्लॉकेज को दूर करने का एक प्रभावी तरीका है।

 

 

2. बाईपास सर्जरी के प्रकार

 

कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी के कई प्रकार होते हैं:

 

  • ऑफ-पंप बाईपास सर्जरी: इसमें हार्ट-लंग मशीन का उपयोग नहीं किया जाता। यह प्रक्रिया थोड़ी मुश्किल होती है, लेकिन सर्जन की अनुभवी टीम द्वारा इसे सफलतापूर्वक किया जा सकता है।

 

  • ऑन-पंप बाईपास सर्जरी: इसमें हार्ट-लंग मशीन का उपयोग किया जाता है, जिससे सर्जन को बाईपास का काम करने में आसानी होती है।

 

  • मिनिमली इनवेसिव बाईपास सर्जरी: इसमें सर्जरी छोटे चीरे के साथ की जाती है, जो रोगी के लिए कम दर्दनाक और जल्दी रिकवरी प्रदान करती है।

 

 

3. भारत में बाईपास सर्जरी के लिए प्रमुख डॉक्टर

 

 

(i) डॉ. नरेश त्रेहान

 

  • अस्पताल: मेदांता – द मेडिसिटी, गुड़गांव
  • अनुभव: 40 से अधिक वर्ष
  • विशेषता: डॉ. त्रेहान को भारत में कार्डियक सर्जरी के क्षेत्र में एक अग्रणी माना जाता है। उनकी टीम में अनुभवी कार्डियक सर्जन शामिल हैं और उनके नेतृत्व में मेदांता एक उत्कृष्ट हृदय देखभाल केंद्र बन चुका है।
  • विशेष जानकारी: डॉ. त्रेहान ने हजारों सफल बाईपास सर्जरी की हैं और वे नियमित रूप से जटिल केस भी देखते हैं।

 

(ii) डॉ. रामाकांत पांडा

 

  • अस्पताल: एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट, मुंबई
  • अनुभव: 35+ वर्ष
  • विशेषता: डॉ. पांडा को जटिल हृदय सर्जरी में विशेषज्ञता प्राप्त है। उन्हें हृदय सर्जरी में उन्नत तकनीकों और सटीकता के लिए जाना जाता है।
  • विशेष जानकारी: डॉ. पांडा को भारत में कई बड़े नामों का इलाज करने का अनुभव है और वे जटिल केसों में उत्कृष्टता हासिल कर चुके हैं।

 

 

(iii) डॉ. देवी शेट्टी

 

  • अस्पताल: नारायणा हेल्थ, बैंगलोर
  • अनुभव: 30+ वर्ष
  • विशेषता: डॉ. शेट्टी गरीबों के मसीहा के रूप में जाने जाते हैं। उनकी नारायणा हेल्थ संस्था किफायती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाली हृदय देखभाल सेवाएँ देती है।
  • विशेष जानकारी: डॉ. शेट्टी ने हज़ारों बच्चों और बुजुर्गों का सफलतापूर्वक इलाज किया है और वे बाईपास सर्जरी में विशेषज्ञ माने जाते हैं।

 

(iv) डॉ. बालाकृष्णन

 

  • अस्पताल: फोर्टिस मल्लार हॉस्पिटल, चेन्नई
  • अनुभव: 25+ वर्ष
  • विशेषता: डॉ. बालाकृष्णन को हार्ट ट्रांसप्लांट और जटिल बाईपास सर्जरी में विशेषज्ञता है। वे विशेष रूप से उन्नत हृदय सर्जरी में निपुण हैं।
  • विशेष जानकारी: डॉ. बालाकृष्णन चेन्नई में एक भरोसेमंद कार्डियक सर्जन हैं और उनकी टीम ने सैकड़ों जीवन बचाए हैं।

 

 

(v) डॉ. ए. एस. बग्गा

 

  • अस्पताल: अपोलो हॉस्पिटल्स, नई दिल्ली
  • अनुभव: 30+ वर्ष
  • विशेषता: डॉ. बग्गा ने अपोलो अस्पताल में उच्च तकनीकी सेवाएँ दी हैं और वे हजारों बाईपास सर्जरी में शामिल रहे हैं।
  • विशेष जानकारी: वे दिल्ली के प्रमुख कार्डियक सर्जनों में से एक हैं और उनके पास उन्नत उपकरणों और तकनीकों का अनुभव है।

 

 

4. बाईपास सर्जरी के लिए प्रमुख अस्पताल

 

भारत में कई अस्पताल बाईपास सर्जरी के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं प्रदान करते हैं। इनमें शामिल हैं:

  • मेदांता – द मेडिसिटी (गुड़गांव): यह अस्पताल जटिल सर्जरी और उन्नत कार्डियक देखभाल के लिए जाना जाता है। यहां डॉक्टर नरेश त्रेहान और उनकी टीम कार्यरत है।

 

  • नारायणा हेल्थ (बैंगलोर): डॉ. देवी शेट्टी की देखरेख में इस अस्पताल में उच्च गुणवत्ता वाली हृदय देखभाल सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहाँ आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए भी इलाज की व्यवस्था है।

 

  • एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट (मुंबई): यह अस्पताल जटिल हृदय सर्जरी के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ डॉ. रामाकांत पांडा जैसे विशेषज्ञ कार्यरत हैं।

 

  • अपोलो हॉस्पिटल्स (नई दिल्ली): अपोलो अस्पताल में कई अनुभवी कार्डियक सर्जन मौजूद हैं और यहाँ दिल की बीमारियों के इलाज के लिए अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध हैं।

 

  • फोर्टिस मल्लार हॉस्पिटल (चेन्नई): इस अस्पताल में डॉ. बालाकृष्णन जैसे सर्जन काम करते हैं, जो जटिल हार्ट ट्रांसप्लांट और बाईपास सर्जरी के विशेषज्ञ हैं।

 

 

5. बाईपास सर्जरी की तैयारी और सावधानियाँ

 

बाईपास सर्जरी से पहले कई टेस्ट किए जाते हैं जैसे कि:

 

  • एंजियोग्राफी: दिल की धमनियों में ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए।

 

  • ईसीजी और इकोकार्डियोग्राफी: हृदय की धड़कन और कार्यप्रणाली का निरीक्षण करने के लिए।

 

  • रक्त जांच: संक्रमण और अन्य समस्याओं का पता लगाने के लिए।

 

सर्जरी से पहले डॉक्टर मरीज की मेडिकल हिस्ट्री की जाँच करते हैं और उनके स्वास्थ्य के अनुसार सही उपचार तय करते हैं। मरीज को सर्जरी से पहले धूम्रपान और शराब का सेवन रोकने की सलाह दी जाती है।

 

 

6. सर्जरी के बाद देखभाल

 

सर्जरी के बाद लगभग 5 से 7 दिन तक मरीज को अस्पताल में रहना पड़ता है। सर्जरी के बाद के कुछ मुख्य देखभाल पहलू इस प्रकार हैं:

 

  • दवाइयाँ: डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों का सही से सेवन करें।

 

  • डाइट: संतुलित आहार लें और जंक फूड से परहेज करें।

 

  • व्यायाम: हल्की एक्सरसाइज से शुरुआत करें, ताकि दिल की सेहत बनी रहे।

 

  • चेकअप: नियमित अंतराल पर डॉक्टर के पास चेकअप करवाना आवश्यक है।

 

 

7. बाईपास सर्जरी का खर्च और वित्तीय सहायता

 

भारत में बाईपास सर्जरी की लागत अस्पताल और सर्जन की प्रतिष्ठा पर निर्भर करती है। औसतन यह खर्च 1.5 लाख रुपये से 5 लाख रुपये के बीच हो सकता है। कुछ सरकारी अस्पतालों और योजनाओं के तहत आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को सहूलियत मिलती है। बीमा कंपनियां भी हृदय सर्जरी का खर्च कवर करती हैं।

 

 

निष्कर्ष

 

भारत में कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी के लिए कई उत्कृष्ट सर्जन और अस्पताल उपलब्ध हैं। इस सर्जरी में विशेषज्ञता रखने वाले डॉक्टर जैसे डॉ. नरेश त्रेहान, डॉ. देवी शेट्टी, और डॉ. रामाकांत पांडा ने हजारों मरीजों की सफलतापूर्वक बाईपास सर्जरी की है। मरीज अपनी मेडिकल स्थिति, बजट और स्थान के अनुसार इन डॉक्टरों या अस्पतालों का चयन कर सकते हैं।

 

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