जाने गले में इन्फेक्शन के कारण, लक्षण और उपाय।

गले का इन्फेक्शन क्या है।

 

गले का संक्रमण एक जीवाणु रोग है जो गले में सूजन का कारण बनता है। इसके कारण किसी भी खाद्य पदार्थ को निगलने में भी कठिनाई होती है। गले के संक्रमण की गंभीरता व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकती है। गले में संक्रमण होने पर कुछ लोग गले में दर्द और बुखार भी महसूस करते हैं। कभी-कभी मौसम में बदलाव के कारण भी गले में संक्रमण होता है। ठंडा पानी, किसी भी एलर्जी और स्ट्रेप्टोकोकस पाइोजेनेस बैक्टीरिया के कारण भी संक्रमण हो सकता है।

 

गले के इन्फेक्शन के कारण।

 

  • प्रदूषण
  • घर में धूल
  • धूआं
  • सर्दी
  • ठंडा खाना खाएं या पिएं
  • पाचन खराब होना
  • किसी बीमार व्यक्ति के संपर्क में रहें

 

 

गले के इन्फेक्शन के लक्षण।

 

 

  • गले में सूजन
  • गंभीर गले में खराश
  • सूखा गला
  • खाने में परेशानी होना
  • पानी पीने में परेशानी होना
  • आवाज बदल जाती है
  • सांस लेने में कठिनाई
  • शरीर दर्द
  • सिरदर्द और दर्द
  • थकान महसूस कर रहा हूँ
  • गले में खारिश
  • घबराहट होना
  • डालना या उत्तेजित करना
  • बुखार
  • छींक

 

 

 

गर्दन के इन्फेक्शन के दर्द से कैसे बचे।

 

 

हाथ धोना: अपने हाथों को अच्छी तरह से और बार-बार धोएं, खासतौर पर टॉयलेट के बाद, खाने से पहले, छींकने और खांसने के बाद अपने हाथों को धोएं।

 

खांसी और छींक: खांसते और छींकते समय मुंह पर रूमाल या टिशू रखें और इस्तेमाल के बाद उसे फेंक दें। यदि समय पर कुछ उपलब्ध नहीं है, तो कोहनी में छींकने की कोशिश करें, और बाद में इसे धो लें।

 

हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें: यदि किसी समय हैंड वॉश या साबुन उपलब्ध नहीं है, तो हाथ धोने के लिए अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग किया जा सकता है।

 

एक-दूसरे को छूने से बचें: जैसे कि सार्वजनिक फोन, पीने के पानी के नल आदि, अपने मुंह से छुआ जाने से बचने के लिए।

 

घरेलू सामान की नियमित सफाई: रोजमर्रा के घरेलू सामान जैसे टेलीफोन, टीवी रिमोट और कंप्यूटर कीबोर्ड आदि की सफाई सफाई से करें।

इन चीजों को न खाये।

 

 

कुरकुरे और ठोस खाद्य पदार्थ: तेज धार वाले खाद्य पदार्थ, जैसे कुछ बिस्कुट, सूखे टोस्ट, कच्ची सब्जियाँ और अखरोट। ये खाद्य पदार्थ गले में अधिक असुविधा पैदा कर सकते हैं।

 

खट्टे फल: ठंड लगने पर बहुत से लोग संतरे का रस पीते हैं, वास्तव में ऐसा करने से गले का दर्द खराब हो जाता है। संतरे और अन्य खट्टे रस और फल अम्लीय होते हैं, जो गले की समस्याओं को बढ़ा सकते हैं।

 

नमकीन खाद्य पदार्थ: सिरका और नमक से बने खाद्य पदार्थ गले के दर्द, सूजन और जलन को और बढ़ा सकते हैं।

 

टमाटर का रस और सॉस (चटनी): जिन लोगों को गले में खराश है, अम्लीय प्रकृति वाला टमाटर एक बेकार विकल्प बन सकता है।

 

मसाले: जबकि कुछ मसाले गले में दर्द से राहत देते हैं, मिर्च, गर्म सॉस और जायफल जैसे मसाले स्थिति को बदतर बनाते हैं।

 

 

गले के इन्फेक्शन का घरेलू उपाए।

 

 

  • अदरक और लौंग में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। एक लौंग मुंह में रखकर चूसें। यह गले के रोगों के लिए बहुत फायदेमंद है।

 

  • गले के संक्रमण को दूर करने के लिए आंवला खाएं। इसमें कई एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

 

  • केवल आधा घंटा लेकिन, किसी भी तरह का व्यायाम करें।

 

  • हल्दी में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं और इसके उपयोग से गले में खराश, सूजन और दर्द से राहत मिलती है।

 

  • गरारे इसके लिए गुनगुने पानी के साथ नमक मिला कर गरारे करने से गले की सूजन और दर्द में राहत मिलती है।

 

  • शहद को गुनगुने पानी के साथ पीने से गले का संक्रमण दूर होता है। यह गले की सूजन को भी दूर करता है।

 

  • काली मिर्च और तुलसी को एक साथ मिलाकर लेने से गले के संक्रमण से राहत मिलती है।लहसुन में बैक्टीरिया को मारने का गुण होता है। इसलिए, यह गले के संक्रमण को दूर करने के लिए उपयोगी है। इसके लिए आप अपने मुंह में लहसुन की एक कली डालें और इसे धीरे-धीरे चूसते रहें। गले के संक्रमण में आराम मिलेगा।

 

  • गले की समस्याओं के लिए मुलेठी अमृत के समान है। थोड़ी देर के लिए मुंह में शराब की एक छोटी गाँठ चबाएं। यह गले में खराश को दूर करता है, और दर्द और सूजन से राहत देता है।

 

  • सूखे अंगूर का उपयोग गले के संक्रमण से भी छुटकारा दिलाता है। इसके लिए सुबह 4-5 किशमिश चबाकर खाएं और ऊपर से पानी न पिएं। सूखे अंगूरों के सेवन से गले की खराश का इलाज जल्दी राहत देता है।
Doctor Consutation Free of Cost=

Disclaimer: GoMedii  एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।