कैंसर एक बहुत ही खतरनाक और जानलेवा बीमारी है, जिसके होने की वजह कुछ भी हो सकती है। यह सिर्फ गलत आदतों के कारण ही नहीं होता है, बल्कि कैंसर का कारण कुछ हद तक हमारी डाइट भी हो सकती है।
रिसर्च बताते हैं कि, ज्यादातर कैंसर होने का कारण हमारा खानपान और गलत लाइफस्टाइल ही जिम्मेदार होता है। रेड मीट, अधिक मात्रा में सोडियम वाले आहार और फाइबर की कमी, ये सब कैंसर के खतरे को बढ़ाती है। अगर सही खानपान न हो तो आप कैंसर के शिकार हो सकते है।
कुछ शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि पेट, प्रोस्टेट, आंत, लंग और गर्भाशय कैंसर भोजन में फैट की मात्रा अधिक होने के कारण विकसित होते हैं। इसलिए हमें आहार में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इस पर ध्यान देना बहुत जरुरी है।
आइए जानते है, कुछ ऐसे फूड्स के बारे में जिन्हें खाने से परहेज करना चाहिए, नहीं तो बढ़ सकता है कैंसर का खतरा।
इन आहार का सेवन करने से हो सकता है कैंसर
अल्कोहल
अधिक मात्रा में अल्कोहल का सेवन करने से डायबिटीज, मोटापा और कैंसर जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जो लोग बहुत ज्यादा शराब पीते हैं, उनके जींन में वंशानुगत कैंसर होते हैं। इन लोगो में कैंसर होने का खतरा बहुत अधिक होता है। और आजकल तो महिलाएं भी अल्कोहल का अधिक सेवन करने लगी हैं, जिस वजह से उनमे भी स्तन कैंसर होने का खतरा बढ़ता जा रहा है।
रेड मीट
इसमें लिनोलिक एसिड (linoleic acid) होते है। रेड मीट का अधिक मात्रा में सेवन करने से स्तन, बड़ी आंत एवं प्रॉस्टेट कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए डॉक्टर यह सलाह देते है कि सप्ताह में 300 ग्राम से अधिक रेड मीट का सेवन नहीं करना चाहिए।
चीनी (आर्टिफिशियल स्वीटनर (Artificial sweetener))
- मोटापे और डायबिटीज का मुख्य कारण चीनी है, लेकिन यह कैंसर होने का कारण भी बन सकता है। चीनी में आर्टिफिशियल स्वीटनर (Artificial sweetener) इस्तेमाल होते है, जिसमे कई तरह के केमिकल्स होते है।
- आर्टिफिशियल स्वीटनर (Artificial sweetener) से मस्तिष्क ट्यूमर की संभावना भी हो सकती है।
मैदा
- जरुरत से ज्यादा अगर मैदे का सेवन किया जाए तो यह सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है। मैदा में सैचुरेटेड फैट होता है, जिससे कैंसर होने का खतरा बन सकता है।
- इसमें अधिक मात्रा में केमिकल्स और क्लोरीन गैस (chlorine gas) होती है, जिसका शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है। सफेद चावल भी सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकता है, क्योंकि इसमें ब्राउन चावल की तुलना में शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है।
माइक्रोवेव वाले पॉपकॉर्न
अगर आप माइक्रोवेव वाले पॉपकॉर्न खाते हैं, तो सावधान हो जाएं नहीं तो ये बन सकता है कैंसर होने का कारण। एक अध्ययन के अनुसार माइक्रोवेव वाले पॉपकॉर्न खाने से फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
डोनट्स
यह कैंसर के खतरे को एक बड़ा कारण है, क्योंकि यह सफेद आटे, चीनी और हाइड्रोजेनेटेड ऑयल (Hydrogenated oil) से बना होता है और इसमें अधिक मात्रा में चीनी होती है, जो शरीर में इंसुलिन की मात्रा को प्रभावित करती है। जिस वजह से अग्नाशय के कैंसर का खतरा हो सकता है।
हॉट डॉग्स और सॉस
- इसमें बहुत अधिक मात्रा में नमक और केमिकल्स होते है। हॉट डॉग्स और सॉस में सोडियम नाइट्रेट स्मोक्ड (Sodium nitrate smoked) होता है, जिससे कैंसर की उत्पत्ति होती है।
- अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
डिब्बाबंद टमाटर और टमाटर से बनी चीजें
टमाटर से बने चीजों में लाइकोपीन (Lycopene) नामक तत्व पाये जाते है। लेकिन इससे कैंसर का खतरा भी अधिक बढ़ जाता है। टिन के डब्बे की परत में एक सिंथेटिक एस्ट्रोजन बिस्फेनॉल-ए (बीपीए) (Synthetic estrogen Bisphenol-A (BPA)) पाया जाता है। लेकिन टमाटर एसिडिक होता है, इसलिए बिस्फेनॉल-ए (Bisphenol-A) इसमें घुल सकता है। इसलिए अधिक मात्रा में डिब्बाबंद टमाटर और टमाटर से बनी चीजों का सेवन करने से बचे।
हमेशा अपने खाने-पीने में सजगता बरतें ताकि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचा जा सके। इसलिए अच्छी डाइट ले और रोजाना एक्सरसाइज करे। और किसी भी तरह की समस्या होने पर सबसे पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले।
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