किडनी की बीमारी हैं तो भूल कर भी न खाएं यह 11 चीजें

किडनी के रोग बहुत गंभीर होते हैं, और यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया गया, तो उपचार करने का भी कोई फायदा नहीं होता है। किडनी के रोग को ‘शांत रोग’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसके होने के कोई भी लक्ष्ण दिखाई नहीं देते है, और जानकारी की कमी होने के कारण यह बीमारी समय के साथ और भी बिगड़ जाती है।

 

किडनी शरीर का एक ऐसा अंग है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को छानकर पेशाब के रूप में निकालने में मदद करती है। हृदय के द्वारा पम्प किए गए रक्त का 20 प्रतिशत किडनी में जाता है, जहां यह रक्त साफ होकर वापस शरीर में चला जाता है। इस तरह से किडनी हमारे रक्त को साफ कर देती है, और सारे टॉक्सिन्स पेशाब के जरिए शरीर से बाहर कर देती है। रक्त को साफ करने का काम करने वाली किडनी आमतौर पर हमारी लापरवाही का शिकार होती है। जिससे हमें बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है |

 

हमारे स्वास्थ्य पर खान-पान का अच्छा और बुरा दोनो तरह का असर होता है, कुछ हमे स्वस्थ बनाते हैं, तो कुछ बीमार करते हैं। इसमें किडनी भी आती है और आहार का सीधा असर इस पर पड़ता है । इसलिए हमें अपने खान-पान का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए |

 

यदि आपकी किडनी फेल हो चुकी है या आपको किडनी की बिमारी है, तो इस प्रकार के खाद्य-पदार्थों से परहेज करें।

 

 

तम्बाकू एवं धूम्रपान छोड़े :

 

तम्बाकू एवं धूम्रपान का सेवन करने से किडनी की समस्या हो सकती है। इसके अलावा इससे ऐथेरोस्कलेरोसिस नामक बीमारी भी हो सकती है, जिससे रक्त नलिकाओं में रक्त का बहाव धीमा पड़ जाता है। किडनी में रक्त कम जाने से उसकी कार्यक्षमता घट जाती है।

 

खाना खाने के तुरंत बाद कभी स्मोकिंग नहीं करनी चाहिए। जबकि ऐसा शौक अक्सर लोगों का होता है। खाने के तुरंत बाद 1 सिगरेट पीना, दिनभर में 10 सिगरेट पीने के बराबर होता है। साथ ही इससे कैंसर होने की संभावना भी कई गुना तक बढ़ जाती है और इससे किडनी की समस्या होने लगती है।

 

प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ :

 

प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ वे खाद्य पदार्थ होते हैं, जिनका सेवन करने से आपके पेट में गैस बनने लगती है और संक्रमण होने की आशंका भी रहती है। इसलिए केन फूड, चिप्स आदि खाने के बजाए साबुत आहार खाएं जो सेहतमंद भी होते हैं।

 

घी, तेल और मख्खन :

 

कार्बोहाइड्रेट पूरी मात्रा में (35-40 कैलोरी / किलोग्राम शरीर के वजन के बाराबर रोज़) लेने की सलाह दी जाती है। घी, तेल मख्खन और चर्बी वाले आहार कम से कम लेने की सलाह दी जाती है। मक्खन में ट्रांस फैट बहुत अधिक होता है, जो बुरे कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) को बढ़ता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) को कम करता है।

 

प्रोटीन बार :

 

प्रोटीन भी अधिक मात्रा में नहीं लेना चाहिये। सामान्यतः 0.8 से 1.0 ग्राम/ किलोग्राम प्रतिदिन शरीर के वजन के बराबर प्रोटीन लेने की सलाह दी जाती है।
आमतौर पर प्रोटीन बार में एक चॉकलेट ब्राउनी के रूप में दोगुनी मात्रा में फैट और कॉर्बोहाइड्रेट पाया जाता है, जोकि नुकसानदायक होता है।

 

हाई ऑक्सालेट फूड्स :

 

हाई ऑक्सालेट फूड्स का सेवन करने से किडनी की पथरी की कई जगह विकसित हो जाती है। इसलिए इससे बचने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थ नही खाने चाहिए जिसमें ऑक्सालेट एसिड अधिक मात्रा में हो। यह खाद्य पदार्थों कॉफी, चाय, टोफू, बीट, जामुन, बादाम, संतरे, मीठे आलू, बीन्स, चॉकलेट, अंधेरे पत्तेदार हरी सब्जियां और मसौदा बियर में शामिल होते है।

 

फास्फोरस से भरपूर खाद्य पदार्थ :

 

फास्फोरस कैल्शियम के अवशोषण को ब्लॉक कर देता है जिससे इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखने में कठिनाई आती है। इसलिए खाद्य पदार्थों में से फास्फोरस को कम करने की जरुरत है, ताकि जिससे कैल्शियम को बनाए रखने में मदद मिल सकें। पनीर, दही, दूध, सोया पनीर, सोया दही और हार्ड चीज फास्फोरस से युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।

इन सब्जियों से करें परहेज :

 

इन पोषक तत्वों के साथ ही कुछ ऐसी सब्जियां है, जिनके बीज की वजह से स्टोन होने के कारण बन सकते हैं | टमाटर के बहज, बैंगन के बीज, कच्चा चावल, उड़द और चने का अधिक सेवन करने से स्टोन की समस्या बढ़ जाती है |

 

पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ

 

किडनी की समस्याओं से पीडि़त किसी भी व्यक्ति को अपने खाद्य पदार्थों में से पोटेशियम का सेवन कम करना चाहिए। पोटेशियम की मात्रा को कम करने के लिए कम मात्रा में फलों और सब्जियों का उपभोग करना चाहिए। हालांकि पोटेशियम का सेवन तभी कम करना है, जब इसकी आवश्यकता हो, यह फिर आपकी किडनी का फंग्शन 20 प्रतिशत से भी नीचे चला गया हो।

 

सोडियम से भरपूर खाद्य पदार्थ

 

सोडियम सीधे किडनी को प्रभावित करता है क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को बनाए रखने में मदद करता हैं। बहुत ज्यादा सोडियम का सेवन हाई बीपी को बढ़ावा देता है। इसलिए यह कहा जाता है कि किडनी से सम्बन्धित समस्या होने पर हमें सोडियम से भरपूर खाद्य पदार्थ नही लेने चाहिए। डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, चिप्स, फास्ट फूड, जमे हुए भोजन, प्रसंस्कृत पनीर स्लाइस, नमक, प्रसंस्कृत मांस, मसालेदार खाद्य पदार्थ और केचप यह सभी सोडियम सामग्री के साथ पैक खाद्य पदार्थ हैं।

 

चाय ना पीएं :

 

खाने के तुरंत बाद चाय पीने का शौक बहुत ही नुकसानदायक होता है। खाने के तुरंत बाद चाय न पीएं, क्योंकि खाने के तुरंत बाद चाय पीने से खाना पचने में दिक्कत होती है और एसिडिटी और पेट दर्द की समस्या भी हो सकती |

 

अधिक मात्रा में चीनी ना खाये :

 

बहुत से खाने और पीने की चीज़ों में चीनी की अधिक मात्रा होती है, जिसकी वजह से वजन बढ़ सकती है | मोटापे की वजह से हाई बीपी और शुगर का जोखिम बढ़ जाता है | और ये दोनों हाई बीपी और शुगर किडनी रोग होने के सबसे सामान्य कारण है | इसलिए अपनी डाइट में चीनी की मात्रा काम करने की कोशिश करे |

 

मेडिकल स्टोर में मिलने वाली दवाइयां आपके दर्द को तो कम कर देती है, लेकिन इससे आपके किडनी को नुकसान पहुंच सकता है | इसलिए कोई दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले |


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