एसिड रिफ्लक्स जिसे चिकित्सकीय भाषा में गैस्ट्रोइसोफेजियल रिफलक्स डिजीज (GERD) के नाम से जाना जाता है। आयुर्वेद में इसे अम्ल पित्त कहते हैं। आमतौर पर सीने में जलन के बाद लोगों को काफी परेशानी होती है। ज्यादा खाने से इसके लक्षण और ज्यादा बढ़ सकते हैं।
एसिड रिफ्लक्स
सीने में जलन एसिड रिफलक्स का एक सामान्य लक्षण होता है। यह एक ऐसी स्थिति होती हैं, जिसमें मुंह में वापस भोजन आ जाती है, जिस कारण सीने के निचले हिस्से में जलन होने लगती है। जलन इसलिए होती है, क्योंकि पेट की सामग्री वापस इसोफेगस में आ जाती है। इसोफेगस एक तरह की नली है, जो खाने को मुंह से पेट तक लेकर जाती है। सीने में जलन के साथ अक्सर गले या मुंह में एक कड़वा स्वाद भी महसूस होता है। ज्यादा खाने से या लेट जाने से इसके लक्षण और ज्यादा बढ़ सकते हैं।
क्यों होता है एसिड रिफलक्स
- मिंट या पेपरमिंट्स
- खट्टे फल
- टमाटर से बने उत्पाद
- वसा युक्त खाद्य पदार्थ
- मसालेदार भोजन खाना
- खाने के तुरंत बाद लेटना
एसिड रिफलक्स के लक्षण
- अनियमित जीवनशैली
- खराब खान-पान
- शरीर की पाचन क्रिया का ठीक नहीं रहना
- सीने और छाती में जलन
- गले में जलन
- अपच
- खट्टी डकार आना
- डिस्फैजिया- किसी चीज को निगलने में परेशानी होना
- हार्ट बर्न- पेट या पीठ के निचले हिस्से में जलन महसूस होना
- रिगर्जटेशन- मुंह में वापस भोजन का आना
एसिड रिफ्लक्स डिजीज के नुकसान
- हाइड्रोक्लोरिक एसिड का बनना
- बदहजमी
- जलन होना
- आवाज भारी होना
- मुंह में छाले होना
एसिड रिफ्लक्स के कारण
- निकोटिन का सेवन
- एल्कोहल का अधिक सेवन
- अधिक मात्रा में कैफीन लेना
- फैट या फ्राइड फूड का सेवन
- अनियमितता भोजन
एसिड रिफ्लक्स से बचने के उपाय
- बीज जैसा फल खाएं।
- गाजर का जूस पिएं।
- दिन में तीन बार थोड़ा (एक छोटा कप) ठंडा मीठी दूध पीएं।
- केले को चीनी और इलाइची चूर्ण के साथ खाये।
- प्याज़ को दही के साथ खाने से राहत मिलती है।
- सेब खाएं, सेब में पेक्टिन होता है जो पेट में अतिरिक्त एसिड को रोकता है। दिन में एक सेब जरूर खाएं।
अगर आपको भी यह समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से सम्पर्क करे।
Disclaimer: GoMedii एक डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफार्म है जो हेल्थ केयर की सभी आवश्यकताओं और सुविधाओं को आपस में जोड़ता है। GoMedii अपने पाठकों के लिए स्वास्थ्य समाचार, हेल्थ टिप्स और हेल्थ से जुडी सभी जानकारी ब्लोग्स के माध्यम से पहुंचाता है जिसको हेल्थ एक्सपर्ट्स एवँ डॉक्टर्स से वेरिफाइड किया जाता है । GoMedii ब्लॉग में पब्लिश होने वाली सभी सूचनाओं और तथ्यों को पूरी तरह से डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जांच और सत्यापन किया जाता है, इसी प्रकार जानकारी के स्रोत की पुष्टि भी होती है।