पीला बुखार जिसे हम पीलिया के नाम से जानते हैं, इसे अंग्रेजी भाषा में (Jaundice) भी कहते हैं। यह सामान्य सा दिखने वाला एक गंभीर रोग हैं जिसे बहुत से लोग नज़र अंदाज़ कर देते हैं। आज हम आपको पीलिया का आयुर्वेदिक उपचार व घरेलु इलाज कैसे करना है उसके बारे में बताएंगे। इसके आसान नुस्खे व इसे कैसे उपाय करना है जिससे आप अपने घर पर ही रह कर पीलिया का इलाज कर सकते हैं।
इसके आलावा हम उन सभी विषयों पर भी चर्चा करेंगे जिससे इस रोग को दूर किया जा सके, यहां बताये जाने वाले नुस्खे पीलिया की दवा से भी अचूक व इसका रामबाण इलाज हो सकते हैं यदि आप इसका इस्तेमाल सही से करें। लेकिन इसके साथ आपको परहेज भी करना बहुत जरूरी है।
पीलिया क्या है?
पीलिया एक ऐसा रोग हैं जिसमें मानव शरीर का मुख्य अंग जिसे लिवर कहते हैं, पीलिया में लिवर काफी कमजोर होकर काम करना बंद कर देता हैं। किसी व्यक्ति को पीलिया तब होता है, जब उसके शरीर में बिलीरुबिन नामक पदार्थ अत्यधिक बनने लगता है। बिलीरुबिन की अत्यधिक मात्रा में होने से लिवर पर बुरा प्रभाव पढता हैं, जिससे लिवर के काम करने की क्षमता कमजोर पढ़ जाती हैं, ऐसे में बिलीरुबिन धीरे-धीरे पुरे शरीर में फैल जाता हैं जिससे व्यक्ति को पीलिया रोग हो जाता हैं।
पीलिया के कारण?
पीलिया का कारण भी अनियमित जीवनशैली ही है। हमारी कई ऐसी गलत आदतें हैं जो की कई भयानक रोगों को अपनी और आकर्षित करती हैं, पीलिया का इलाज व उपचार के बारे में पढ़ने से पहले आइये जाने की पीलिया होने के कारण क्या होते हैं।
मानव शरीर के RBC (red blood cells) लाल रक्त कोशिकाओं में 4 महीने का जीवन काल होता है और फिर उन्हें शरीर से बाहर निकलना पड़ता है। लाल रक्त कोशिकाओं (Red blood cells) को अपने जीवनकाल के बाद बिलीरूबिन में परिवर्तित कर दिया जाता है और उन्हें शरीर से बाहर भेजा जाना होता है, जो कि मुख्य रूप से गुर्दे और लिवर का काम होता है। लेकिन लिवर यह क्रिया करने में असफल रहता है। इस स्थिति में बिलीरुबिन शरीर से बाहर नहीं निकलता है, और इसी तरह यह पीलिया का कारण बन जाता है, इसके अलावा नीचे दिए गए कारण कुछ इस प्रकार हैं :
- साफ पानी न पीना
- तेल और चिकनाई वाला भोजन करना
- फ़ास्ट फूड का सेवन करना
- पहले से लिवर से जुड़ी कोई समस्या होना
पीलिया के लक्षण?
पीलिया रोग का पता ज्यादातर लोगों को समय पर नहीं चलता नहीं चलता है और यही वजह है की वह पीलिया को नजरअंदाज करते जाते हैं ऐसे में आगे चलकर उन्हें काफी परेशानी उठानी पढ़ती हैं। वह पीलिया का उपचार इलाज ही तब करवाते हैं।
जब तबियत ज्यादा बिगड़ जाती हैं लेकिन तब तक शरीर में काफी कमजोरी महसूस होने लगती है, जिससे रोगी को बेवजह ज्यादा परेशानियां उठानी पढ़ती हैं। आपको पीलिया के लक्षण के बारे में भी पता होना चाहिए, ताकि सही समय पर पता चलने पर इसका इलाज किया जा सके। इसके लक्षण कुछ इस प्रकार हैं :
- पेशाब का रंग बदलकर हल्का गहरा व पीला सा हो जाना
- दोनों आंखों पर हल्का पीला रंग चढ़ जाना
- हथेलियां भी हलकी पिली दिखना
- पूरा शरीर पीला-पीला पड़ना
- तेज बुखार होना
- पाचन तंत्र बिगड़ जाना
पीलिया रोग के घरेलू उपाय
अब आपने पीलिया के लक्षण व कारण के बारे में अच्छे से जान लिया हैं. तो अब हम आपको पीलिया का इलाज करने के लिए घरेलु नुस्खे बताएंगे जो की पीलिया का आयुर्वेदिक उपचार करने में रामबाण व अचूक काम करेंगे. इसके बाद हम आपको निचे पीलिया में परहेज व पीलिया में क्या खाना चाहिए इसके बारे मे बताएंगे क्योंकि पीलिया में परहेज और खान-पान बहुत महत्त्व रखता हैं.
केला
केले के छिलके में गेहूं के दाने बराबर गिला चुना डालकर रात भर के लिए उसे ऐसे ही छोड़ दें और अगली सुबह उस पुरे केले का सेवन करने से पीलिया जल्द ही दूर हो जाता हैं.
आकड़े की जड़
आंक यानि आकड़े के पौधे की जड़ करीबन 1-2 ग्राम की मात्रा में ले व इसमें थोड़ी सी शहद मिलाकर खाने से पीलिया का जड़ से खत्म हो जाता है।
5 ग्राम कलमी लें और 5 ग्राम शोरा लें व इतनी ही मात्रा में मिश्री भी लें, अब इन सभी को नींबू के रस में मिलाकर खाने से सप्ताह भर में ही पीलिया में आराम मिलने लगता है और से पीलिया ठीक हो जाता हैं।
पाखर, आंवला, हल्दी, सोंठ, लोह भस्म और कालीमिर्च इन सभी को सामान्य मात्रा में लें और इन सभी का चूर्ण बना लें। अब दिन में तीन बार इस चूर्ण का 1.5 ग्राम मैं लेकर सेवन करे पुराने से पुराण पीलिया भी सप्ताह भर में ख़त्म हो जाता हैं।
टमाटर का सेवन करें
टमाटर लाइकोपीन का एक समृद्ध स्रोत है और शरीर में रक्त के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा है, सुबह खाली पेट टमाटर का रस लेने से लिवर के स्वास्थ्य को वापस लाने के लिए अद्भुत काम आएंगे. उन्हें नरम करने के लिए पानी में कुछ टमाटर उबालें. अच्छे से उबल जाने के बाद टमाटर की छाल को अलग निकाल लें व टमाटर के अंदर के मटेरियल को एक बर्तन में निकाले.
अब इसे अच्छे से मिलाकर यानि घोलकर पी जाए, ऐसा रोजाना सुबह टमाटर का रस बनाकर पिने से पीलिया में खून की कमी नहीं आती आप इस नुस्खे को डॉक्टरी दवाइयों के साथ भी कर सकते हैं।
गन्ने का रस
गन्ने का रस पीलिया में बहुत लाभकारी होता हैं, अगर दिन में तीन से चार बार सिर्फ गन्ने का रस पिया जाए, या गन्ना चबाकर खाया जाए तो इससे बहुत लाभ होता हैं। इसके साथ ही अगर रोगी सत्तू खाकर गन्ने का रस पिए तो सप्ताह भर में ही उसका पीलिया ठीक हो जाता हैं, और अगर गेहूं के दाने बराबर सफ़ेद चुना गन्ने के रस में मिलाकर पिए तो भी जल्द से जल्द उसका पीलिया दूर हो जाता हैं।
अगर कोई रोगी गन्ने का रस न पीना चाहे तो वह गन्ने को सीधे खा भी सकता हैं, वैसे गन्ने को खाने से बेहतर हैं की रोगी गन्ने का रस ही पिए, यह बहुत ही असरकारी उपाय हैं, आपको बड़ी आसानी से गन्ने मिल जायेंगे इसलिए यह उपाय न चुके.
नारियल पानी
नारियल पानी में बहुत से पोषक तत्व होते हैं, जो लिवर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इसमें कई तरह के ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो कि फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। ये रैडिकल्स इम्यून सिस्टम को खराब कर सकते हैं लेकिन नारियल का पानी पीलिया में काफी फायदेमंद होता है।
दही
पीलिया होने पर दही का सेवन करना बहुत जरूर और यह बेहद फायदेमंद साबित होता है। दही में इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह सीरम बिलीरुबिन के स्तर को नीचे रखता है और हानिकारक बैक्टीरिया से बचाता है। अपने पीलिया को ठीक करने के लिए रोजाना एक कटोरी दही खाएं।
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