जो लोग जिम जाते हैं वो स्टेरॉयड्स (Steroids) का इस्तेमाल करते हैं या जो बॉडी बिल्डर्स होते है और वेट लिफ्टर्स होते हैं वो भी स्टेरॉयड्स का इस्तेमाल करते हैं। आपको बता दें की स्टेरॉयड्स दो प्रकार के होते है, प्राकृतिक (Natural) व कृत्रिम (artificial), प्राकृतिक स्टेरॉयड्स एक प्रकार का हार्मोन है, जो हमारे शरीर की एडे्रनल ग्रन्थियों में स्वाभाविक रूप से बनता है।
यह शरीर के अंगों, कोशिकाओं और ग्रन्थियों के विकास व उन्हें सही तरी़के से काम करने में मदद करता है। जबकि कृत्रिम (artificial) यानी मानव द्वारा बनाया गया स्टेरॉयड्स एक प्रकार की दवा जैसा होता है, जो शरीर में बनने वाले हार्मोन के गुणों से भरपूर होता है।
कृत्रिम (artificial) के भी दो प्रकार हैं- कोर्टिको स्टेरॉयड्स (cortico steroids) और एनाबॉलिक स्टेरॉयड्स (anabolic steroids)। आपको बता दें की कॉर्टिको स्टेरॉयड तगड़े और एथलीटों द्वारा उपयोग किया जाता है और एनाबॉलिक स्टेरॉयड आपके शरीर में पहले से मौजूद होता है और यह मसल्स को डेवलप करने में मदद करता है।
कुछ लोग इसे इंजेक्शन के द्वारा लेते हैं, किसी भी खिलाड़ी को स्टेरॉयड्स (Steroids) लेना प्रतिबंधित है लेकिन फिर भी कुछ खिलाड़ी किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले इसका उपयोग करते हैं। स्टेरॉयड्स (Steroids) लेने से फायदा ही नहीं होता, इसके कई साइड इफ़ेक्ट भी होते हैं। लेकिन उससे पहले ये जानना जरुरी है की यह आपके शरीर में कैसे काम करते हैं ?
स्टेरॉयड कैसे काम करते हैं?
दरअसल स्टेरॉयड सूजन ( inflammation) को कम करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) की गतिविधि को कम करता है। सूजन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा शरीर की श्वेत रक्त कोशिकाएं और रसायन शरीर को संक्रमण जैसे बैक्टीरिया और वायरस से बचाते हैं।
कुछ बीमारियों में, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली ठीक से काम नहीं करती है और अति सक्रिय हो जाती है। यह शरीर के अपने ऊतकों के खिलाफ काम करने की वजह से सूजन पैदा कर सकती है और इसके कारण ऊतको (tissues) को नुकसान पहुँच सकता है। सूजन होने पर लालिमा, झुनझुनी और दर्द भी हो सकता है।
टिश्यू को नुकसान ना हो इसके लिए स्टेरॉयड सूजन पैदा करने वाले रसायनों ( inflammatory chemicals) के उत्पादन को कम करते हैं। स्टेरॉयड भी सफेद रक्त कोशिकाओं के कार्य को प्रभावित करके प्रतिरक्षा प्रणाली की गतिविधि को कम करते हैं।
स्टेरॉयड्स कई प्रकर से लिए जाते हैं
- पाउडर के रूप में
- टेबलेट के द्वारा (tablets)
- लिक्विड (liquids) के रूप में (पानी के साथ)
- डिसॉल्वड टेबलेट (dissolvable tablets)
- ओरल स्टेरॉयड (oral steroids)
- इंजेक्शन (By injection) के द्वारा (सीधे नस में इंजेक्ट करके)
स्टेरॉयड के साइड इफ़ेक्ट
स्टेरॉयड का इंजेक्शन दर्द को कम करने और कार्य को बेहतर बनाने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है, फिर भी वे आमतौर पर बीमारी का इलाज नहीं करते हैं।
साइड इफ़ेक्ट के उदाहरणों में, निम्नलिखित दुष्प्रभाव हो सकते हैं:
- संक्रमण (Infection)
- एलर्जी (Allergic reactions)
- जोड़ों में रक्तस्राव (Bleeding into the joint)
- एक साथ कई नसों का टूटना (Rupture of a tendon)
- त्वचा का मलिनकिरण (Skin discoloration)
- हड्डी, स्नायुबंधन और tendons का कमजोर होना (एक ही क्षेत्र में बार-बार, इंजेक्शन लगाना)
हर व्यक्ति में इसके साइड इफेक्ट विकसित नहीं होते हैं, और साइड इफेक्ट एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न भी हो सकते हैं। यदि स्टेरॉयड का इंजेक्शन संक्रामक (हर तीन से चार महीने से कम) हैं, तो यह संभव है कि कोई भी सूचीबद्ध दुष्प्रभाव नहीं होगा।
ओरल स्टेरॉयड के दुष्प्रभाव क्या हैं?
एक उच्च खुराक और लंबे समय तक उपचार के साथ साइड इफेक्ट अधिक आम हैं। मौखिक दवाओं के साथ साइड इफेक्ट बहुत अधिक हैं। कुछ दुष्प्रभाव दूसरों की तुलना में अधिक गंभीर हैं। मौखिक स्टेरॉयड के सामान्य दुष्प्रभावों में शामिल हैं:
- धुंधली दृष्टि (Blurred vision)
- मोतियाबिंद या ग्लूकोमा (Blurred vision)
- सोने में कठिनाई (Difficulty sleeping)
- भूख में वृद्धि, वजन बढ़ना (Increased appetite, weight gain)
- सिर के बालों की वृद्धि हुई है (Increased growth of body hair)
- इंसोमेनिया (Insomnia)
- संक्रमण के लिए कम प्रतिरोध (Lower resistance to infection)
- मांसपेशी में कमज़ोरी (Muscle weakness)
- घबराहट, बेचैनी (Nervousness, restlessness)
- पेट में जलन या रक्तस्राव (Stomach irritation or bleeding)
- अचानक स्वभाव में बदलाव होना (Sudden mood swings)
- सूजा हुआ, फूला हुआ चेहरा (Swollen, puffy face)
- पानी प्रतिधारण, सूजन (Water retention, swelling)
- मधुमेह की बीमारी (Worsening of diabetes)
यहाँ जितने भी साइड इफ़ेक्ट बताए गए हैं, उन सभी लोगों में स्टेरॉयड लेने के कुछ ही दिनों के बाद इस तरह की समस्या होने लगती है। हर व्यक्ति के शरीर में इसके साइड इफ़ेक्ट अलग-अलग होते हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्हें स्टेरॉइड्स बिल्कुल सूट नहीं करता है और उन्हें इसकी वजह से अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। इस लेख में सभी संभावित साइड इफ़ेक्ट शामिल नहीं हैं। यदि आपके मन में इससे जुड़े कोई सवाल हैं तो आप हमारे डॉक्टर से संपर्क करें।
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