क्या अंतर है तिल और त्वचा कैंसर में?

तिल जो आपकी खूबसूरती को बढ़ाते है वो किसी बीमारी का भी संकेत होते है। क्या आपने कभी सोचा है की एक तिल आपकी त्वचा पर कैंसर का कारण बन सकता है। आज हम इसी के बारे में बात करेंगे। वैसे तो कैंसर कई प्रकार का होता है उनमें से एक है त्वचा का कैंसर, ये किसी को भी हो सकता है। वैसे अभी तक पुरुषों में कैंसर का मुख्य कारण तम्बाकू होता है

 

तिल क्या होता है ?

 

इंसान के शरीर में तिल होना एक सामान्य बात है। वे अक्सर छोटे, गहरे भूरे रंग के धब्बे के रूप में आपके शरीर के किसी भी भाग में दिखाई देते हैं। यह शरीर में पिगमेंटेड कोशिकाओं (pigmented cells)  के समूहों के कारण होते हैं। तिल आमतौर पर बचपन और किशोरावस्था के दौरान ही दिखाई देते हैं। ये तो आपको मालूम ही होगा की शरीर पर तिलों का पाया जाना एक आम बात नहीं है| ये तिल हर एक व्यक्ति के शरीर पर सौभाग्य या दुर्भाग्य को बताते है। अगर हम ज्योतिष विद्या के मुताबिक देखे तो इन तिलों का अलग-अलग महत्व होता है। ये आपके स्वभाव, व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में बहुत कुछ बताते हैं।

 

त्वचा कैंसर क्या है ?

 

जब हम त्वचा के कैंसर के बारे में बात करते हैं, तो ये समस्या लोगों में तेजी से बढ़ रही है। जब त्वचा की कोशिकाएं असामान्य तरीके से बढ़ने लगती है, तो स्किन कैंसर होता है। शरीर के जिन हिस्सों में सूर्य की किरणें सीधे आपके संपर्क में आती हैं, तो उस जगह पर स्किन कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है।

 

त्वचा कैंसर और तिल का कैंसर में अंतर

जब किसी के शरीर में तिल होता है तो उसे त्वचा कैंसर (Skin Cancer) होने का खतरा इसलिए होता है, क्योंकि ये मेलानोमा कैंसर का कारण हो सकता हैं। जब किसी व्यक्ति के शरीर पर एक साथ कई तिल हो जाते है, तभी ये त्वचा कैंसर का कारण बनते है। जिसे मेलानोमा कैंसर कहा जाता है। कई बार भूरे रंग के दाग जो आपके शरीर पर अनियमित रूप से फैलते है, ये भी कैंसर का संकेत हो सकते है।

 

त्वचा कैंसर के लक्षण ?

 

जलन होना : यदि आपको अपने शरीर के किसी भी भाग में जलन होने लगती है, तो आपको इसे नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए। तुरंत आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

 

त्वचा पर लाल काले धब्बे : जब किसी के शरीर पर बिना वजह लाल और काले धब्बे पड़ने लगते है और यह जाते नहीं है, तो ये भी त्वचा कैंसर के लक्षण हो सकते है।

 

सूरज की किरणे : त्वचा का कैंसर (Skin Cancer) होने की एक वजह आप सूरज की अल्‍ट्रा वायलेट (UV) किरणों को भी कह सकते है। इससे मेलानोमा स्किन कैंसर होने का सबसे ज्‍यादा खतरा रहता है। जिन लोगों की दिनचर्या ऐसी होती है कि उन्‍हें सूर्य की रोशनी में ज्‍यादा रहना पड़ता है, उन्‍हें मेलानोमा कैंसर होने का भी खतरा ज्‍यादा होता है।

 

ज्यादा गोरी त्वचा : ज्यादातर ये देखा गया है की जिन लोगों की त्वचा ज्यादा गोरी होती है, उन्हें त्वचा कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है।

 

बड़ा तिल होना : तिल आमतौर पर बहुत छोटे आकार के ही होते हैं, जो आपकी त्वचा पर अजीब नहीं लगते हैं। जब हम त्वचा कैंसर के बारे में बात करते है, तो आप ये देख सकते हैं, की आप एक तिल का आकार सामान्य से बड़ा है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

 

परिवार में पहले त्वचा कैंसर होना : त्वचा कैंसर का एक कारण ये भी हो सकता है। यदि आपके परिवार में किसी को पहले से त्वचा कैंसर है तो ये आपकी होने वाली पीढ़ी में भी देखने को मिल सकता है।

 

पिंपल का आकार बढ़ना : अक्सर कुछ लोगों के चेहरे पर पिंपले होते है, जो प्रदुषण या अन्य खाद्य पदार्थ के खाने से भी हो जाते है। लेकिन इन पिंपल का आकार बढ़ने लगता है तो ये भी त्वचा कैंसर के लक्षण हो सकते है।

 

त्वचा का कैंसर (Skin Cancer) किसी को भी हो सकता है, लेकिन बहुत कम ही ऐसा देखा गया है की तिल की वजह से त्वचा का कैंसर हुआ हो, अगर ऐसा होता है तो उसे मेलानोमा कैंसर कहा जाता है। ऐसा होने पर आप हमारे डॉक्टर से संपर्क कर सकते है। इंसान के शरीर में जब त्वचा की कोशिकाए बनती है, तो वह अपने आप ख़त्म भी होती है। लेकिन किसी कारण जब वह कोशिकाए या तो ज्यादा बनने लगती है, या कम बनती है, तो उसकी वजह से त्वचा का कैंसर होने का खतरा होता है।

 

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