टाइप 2 मधुमेह से ग्रसित लोगों का ब्लड शुगर का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और फिर इसे कंट्रोल करना बहुत मुश्किल होता है। यह बीमारी पहले सिर्फ 50 साल से ऊपर के लोगों को होती थी, पर अब ये बीमारी, आज के युग में बच्चो को भी होने लगी है।
मधुमेह एक पुरानी बीमारी है , जो वयस्कों और बच्चों दोनों में हो सकती है। यह एक अनुवांशिक बीमारी है। यह बीमारी गलत जीवनशैली का नतीजा है, जो की बहुत खतरनाक बीमारी है और एक बार इसका शिकार होने के बाद जीवनभर व्यक्ति इसकी चपेट में रहता है। डायबिटीज को नियंत्रित रखने के लिए इंसुलिन और नियमित व्यायाम के साथ-साथ खानपान पर भी विशेष ध्यान देना होता है। टाइप 2 मधुमेह रोगियों को सबसे अधिक ध्यान खान-पान पर देना चाहिए , नहीं तो बाद में यह बहुत खतरनाक हो सकता है।
मधुमेह के होने से और भी कई गंभीर बीमारियां होने लगती है , जैसे की – हृदय रोग, गुर्दे की बीमारी और अंधापन।
टाइप 2 मधुमेह के लक्षण
- थकान,
- सिर दर्द,
- अधिक प्यास लगना,
- कोई चोट या घाव लगने पर जल्दी ठीक न होना,
- डायबिटिक रेटिनोपैथी नामक बीमारी का होना , जिससे आंखों की रोशनी पर प्रभाव पड़ता है।
टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों को इन खाद्य – पदार्थो से बचना चाहिए
कैंडी
टाइप 2 मधुमेह रोगियों को इसे न खाना ही बेहतर है। कैंडी खाने से ब्लड शुगर के साथ-साथ यह वजन बढ़ाने का भी काम करता है. इसलिए मधुमेह रोगियों को कैंडी जैसे स्वीटनर का सेवन नहीं करना चाहिए।
फ्रूट जूस
फलों को मधुमेह के लिए सबसे अच्छा आहार माना जाता है, क्योंकि इसमें फाइबर और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। लेकिन , फ्रूट जूस के लिए ऐसा नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि यह फ्रूट शुगर युक्त होता है , जो टाइप 2 मधुमेह को और भी बढ़ा सकता है। इसलिए फ्रूट जूस का सेवन ना करे इसकी जगह साबुत फल ही खाये।
किशमिश
टाइप 2 मधुमेह होने पर किशमिश का सेवन करने से बचना चाहिए। किशमिश में नैचुरल शुगर होने की वजह से यह ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। इसलिए इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
फ्रेंच फ्राइड
इसमें मीठे आलू का प्रयोग होता है और सोडियम की भी मात्रा अधिक होती है , जिस वजह से शुगर लेवल बढ़ सकता है।
सफेद ब्रेड
डॉक्टर्स , टाइप 2 मधुमेह रोगियों को सफेद ब्रेड न खाने की सलाह देते है। इसके साथ ही , मधुमेह रोगियों को सफेद चावल और सफेद पास्ता का भी सेवन नहीं करना चाहिए। यह ग्लूकोज के स्तर को बढ़ाता है , क्योंकि इसमें रीफाइंड स्टार्च होता है।
बेकन
बेकन यानी सुअर का मांस इसमें बहुत अधिक फैट पाया जाता है , जो टाइप 2 मधुमेह रोगियों के लिए ठीक नहीं होता है ।
तला हुआ चिकन
इसमें सोडियम, कार्ब्स, कैलोरी होती है , जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है। यह तैलीय और वसायुक्त भी होता जो वजन को भी बढ़ाता है। इसलिए , मधुमेह रोगियों को तला हुआ चिकन खाने से परहेज करना चाहिए ।
टाइप 2 मधुमेह रोगियों को रेशेदार फल, जैसे की – तरबूज, खरबूजा, पपीता, सेब और स्ट्राबेरी आदि ये सारे फल खाने चाहिए। इन फलों का सेवन करने से शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है।
टाइप 2 मधुमेह रोगियों को इस 6 फलों का सेवन करना चाहिए
कीवी
मधुमेह जैसी बीमारियों में कीवी का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल कम होता है.
अमरुद
इसका नियमित सेवन करने से टाइप 2 मधुमेह कम हो सकता है। अमरुद शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है।
जामुन
यह फल मधुमेह रोगियो के लिये बहुत ही फायदेमंद है। जामुन के बीजो़ को पीस कर खाने से टाइप 2 मधुमेह कंट्रोल होता है।
चेरीज और बेरीज
इसमें केमिकल एन्थोसाइनिन पाया जाता है। यह केमिकल शरीर में इन्सुलिन की मात्रा को नियंत्रित रखता है और हृदय संबंधी बीमारियों को भी कम करता है। पुरे दिन में एक बार चेरी खाने से टाइप 2 मधुमेह बीमारी निंयत्रित रहती है।
सेब
एक सेब रोज खायें और स्वस्थ जीवन पायें। इसमें पेक्टिन की मात्रा अधिक होने की वजह से यह मधुमेह के मरीज के लिए डिटॉक्सीफाई का काम करता है।
अंजीर
इसमें रेशे होते है , जो टाइप 2 मधुमेह रोगियों के शरीर में इंसुलिन के कार्य को बढावा देते हैं।
टाइप 2 मधुमेह रोगियों को इन फलों का सेवन करने से बचना चाहिए , जैसे की – केला, लीची, चीकू और कस्टर्ड एप्पल आदि । इन फलों में काफी ज्यादा शुगर होता है , जो की शुगर लेवल की मात्रा को बढ़ा सकता है।
टाइप 2 मधुमेह का इलाज उचित उपचार से किया जा सकता है, जैसे इंसुलिन लेना, स्वस्थ आहार लेना और व्यायाम करना। जो लोग अपने स्वस्थ का ध्यान सही से रखते है और समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराते है , वे हमेसा स्वस्थ रहते है. इसलिए किसी तरह की समस्या होने पर तुरंत ही डॉक्टर से सम्पर्क करके उनसे जांच कराये।
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