ब्रेस्ट कैंसर एक खतरनाक बीमारी है। यह खासतौर पर 40 साल की उम्र के बाद होता है , लेकिन आजकल कम उम्र की लड़कियों में भी यह समस्या हो रही है। आकड़ों के मुताबिक 22 महिलाओं में से एक महिला ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित होती ही है।
इसके लक्षणों के बारे में पता न होने की वजह से , कैंसर बढ़ता चला जाता है। शुरुआती अवस्था में ब्रेस्ट कैंसर का पता चल जाए , तो इसका इलाज करना काफी आसान होता है , लेकिन एडवांस स्टेज में पहुंचने पर यह काफी खतरनाक हो सकता है। इसलिए समय रहते इसका इलाज़ करा लेना चाहिए , जिसके लिए आपको समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराते रहने की आवश्यकता है।
ब्रेस्ट कैंसर की स्टेजेज़
राष्ट्रीय कैंसर संस्थान के अनुसार, उन स्टेजेज को निम्नलिखित रूप में परिभाषित किया गया है –
जीरो स्टेज
यह कैंसर का शुरआती स्टेज होता है। इस स्टेज में सामान्य कोशिकाएं होती हैं, जो फैलती नहीं हैं।इसमें कैंसर से प्रभावित कोशिकाएं स्तन ऊतकों के आस पास रहती हैं और दूध बनाने वाली जगह तक नहीं पहुंचती।
स्टेज 1
- यह ब्रेस्ट कैंसर का सबसे पहला स्टेज होता है। इसमें ट्यूमर 2 सेंटीमीटर से बड़ा नहीं होता है, पर यह कुछ मिनीस्क्यूल कैंसर क्लस्टर लिम्फ नोड्स में मौजूद होते है।
- इस स्टेज में ट्यूमर का साइज मूंगफली जितने बड़ा होता है।
स्टेज 2
इस स्टेज में कैंसर सारे लिम्फ नोड्स में फैलने लगता है और ट्यूमर का साइज 2 सेंटीमीटर से बड़ा हो जाता है।
स्टेज 3
- इस अवस्था में स्तनों में कोई ट्यूमर नहीं पाया जाता है , लेकिन एक्जलरी लिंफ नोड्स में कैंसर पाया जाता है।
- यह एक प्रकार के गुच्छे के रुप में होता है और यह स्तनों की हड्डियों के पास लिंफ नोड्स में फैल सकता है।
इस अवस्था में ब्रेस्ट कैंसर के कुछ लक्षण देखे जाते हैं –
- स्तनों की त्वचा पर लालिमा होना,
- स्तनों का गर्म होना और सूजन होना,
- कैंसर की कोशिकाएं लिंफ नोड्स तक फैल जाती है और त्वचा तक भी पहुंच सकती है। जिससे सूजन या अल्सर हो जाते हैं।
स्टेज4
- ब्रेस्ट कैंसर की चौथी अवस्था काफी खतरनाक होती है।
- स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर, जिसे मेटास्टैटिक ब्रेस्ट कैंसर भी कहा जाता है। इस स्टेज में कैंसर को ठीक नहीं किया जा सकता है , क्योंकि यह ब्रेस्ट से पुरे शरीर में फैल चूका होता है और यह फेफड़ों , मस्तिष्क , डिस्टेंट लिंफ नोड्स , त्वचा , हड्डियों , लीवर और दिमाग जैसे महत्वपूर्ण अंगों को भी प्रभावित कर सकता है।
स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर के सबसे आम लक्षण (symptoms of breast cancer in hindi)
ब्रेस्ट में गांठ बनना
- स्तन में गाँठ होना , ब्रेस्ट कैंसर का एक बहुत हीं महत्वपूर्ण लक्षण माना जाता है। महीने में कम से कम एक बार अपने स्तन की जांच अवश्य करानी चाहिए , जिससे ये पता चल सके की कही आपके स्तन में किसी प्रकार कि कोई गाँठ तो नहीं।
- अगर आपको अपने स्तन में या उसके आस पास किसी प्रकार कि कोई गाँठ महसूस हो तो तुरंत ही डॉक्टर से मिलें।
- कैंसर के शुरूआती स्टेज में, ट्यूमर आमतौर पर बहुत कम देखा या महसूस किया जाता है। इसीलिए डॉक्टर मैमोग्राम और अन्य प्रकार की कैंसर जांच तकनीक की सलाह देते हैं। जिससे कैंसर परिवर्तनों के शुरुआती संकेतों का पता लगा सके।
त्वचा में बदलाव
- कुछ प्रकार के ब्रेस्ट कैंसर के परिणामस्वरूप त्वचा में परिवर्तन होते हैं।
- पगेट ब्रेस्ट का रोग एक प्रकार का कैंसर है जो निप्पल में होता है। यह आमतौर पर स्तन के अंदर ट्यूमर के साथ होता है। त्वचा में खुजली या झुनझुनी हो सकती है, लाल दिख सकती है, या मोटी लग सकती है। कुछ लोग सूखी, परतदार त्वचा का अनुभव करते हैं।
- ब्रेस्ट कैंसर से त्वचा में परिवर्तन हो सकता है। स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर इन लक्षणों को विकसित कर सकता है, खासकर अगर ट्यूमर बड़ा होता है।
- अगर आपकी त्वचा में कोई घाव है जो साधारण नहीं है यानि असामान्य है एवं उसका कारण भी आपकी समझ से परे है तो यह स्तन कैंसर होने का संकेत हो सकता है।
निप्पल का डिस्चार्ज होना
- निप्पल डिस्चार्ज स्तन कैंसर के किसी भी स्टेज का एक लक्षण हो सकता है। कोई भी तरल पदार्थ जो निप्पल से आता है, चाहे रंगीन या स्पष्ट हो, निप्पल डिस्चार्ज माना जाता है। द्रव पीला हो सकता है और मवाद जैसा दिखाई दे सकता है, या यह खूनी भी लग सकता है।
- अगर आप अपने निप्पल में असामान्य परिवर्तन पातें हैं जिसका कोई कारण आपकी समझ में न आता हो तो शीघ्र अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
सूजन
ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती स्टेज में महसूस कर सकते हैं, भले ही इसके अंदर कैंसर कोशिकाएं बढ़ रही हों।
स्तन में दर्द होना
- अगर आपके स्तन में असामान्य पीड़ा रहती हो तो इसे भी कैंसर के एक लक्षण के रूप में देखा जा सकता है।
- कैंसर बढ़ने और ब्रेस्ट में दर्द होने पर महिलाओं को असुविधा और दर्द महसूस हो सकता है। कैंसर कोशिकाएं दर्द का कारण नहीं बनती हैं, लेकिन जैसे-जैसे वे बढ़ती हैं, वे दबाव या आसपास के ऊतकों को नुकसान पहुंचाती हैं। एक बड़ा ट्यूमर त्वचा में बढ़ सकता है और दर्दनाक घाव या अल्सर पैदा कर सकता है। यह छाती की मांसपेशियों और पसलियों में भी फैल सकता है जिससे स्पष्ट दर्द हो सकता है।
हड्डियों में पीड़ा
अक्सर हड्डियों में दर्द भी स्तन कैंसर होने का संकेत हो सकता है।
थकान
ऑन्कोलॉजिस्ट जर्नल में 2011 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, थकान होना भी कैंसर के लक्षण को बताया गया है। यह उपचार के दौरान अनुमानित 25 से 99 प्रतिशत लोगों को और उपचार के बाद 20 से 30 प्रतिशत लोगों को प्रभावित करता है।
अनिद्रा
स्टेज 4 ब्रेस्ट कैंसर असुविधा और दर्द का कारण बन सकता है जिसमे नींद की समस्या होती है.
अगर बताये गए लक्षणों में से एक भी लक्षण आपको दिखाई दे तो घबराएं नहीं क्योंकि ये लक्षण दूसरे रोगों की वजह से भी हो सकते है। डॉक्टर की सलाह पर आप मेमोग्राम के जरिये स्तन कैंसर होने की जांच करवाएं। अगर यह पता चल भी जाता है की आपको ब्रेस्ट कैंसर है तो घबराने की जरूरत नहीं है। शुरूआती अवस्था में इसके पकडे जाने पर इलाज बहुत आसान हो जाता है और आप इस बिमारी से बच भी सकते है , पर आप समय-समय पर डॉक्टर से जांच कराते रहे।
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