थायराइड कैंसर अक्सर महिलाओं में ज्यादा होती है। पर यह बीमारी पुरुषो में भी हार्मोन्स की गड़बड़ी की वजह से हो सकती है। थायराइड में गाँठ का बन जाना इसका प्रमुख लक्षण होता है, जो की बाद में थायराइड कैंसर का रूप ले लेती है।
अकसर लोग गले की सूजन को अनदेखा कर देते हैं, जबकि यह थायरायड कैंसर का लक्षण हो सकता है । इस बीमारी का इलाज शुरुआत में ही करा लेना बेहतर होता है, नहीं तो बाद में यह जानलेवा भी हो सकता है। थायरायड कैंसर ही एक ऐसा कैंसर है, जो पूरी तरह ठीक हो सकता है |
थायराइड हार्मोन से जुडी कुछ जरुरी बातें
थायराइड एक एंडोक्राइन ग्रंथि (Endocrine gland) है, जो की गर्दन के निचले हिस्से में होती है। इसका काम थायरोक्सिन हार्मोन (Thyroxine hormone) बनाकर खून तक पहुंचाना का होता है जिससे शरीर का मेटाबॉलिज्म (Metabolism) नियंत्रित रहे।
यह दो प्रकार के हार्मोन्स को बनाता है – टी3 (ट्राईआयोडोथायरोनिन, T3 (triiodothyronine)) और टी 4 (थायरोक्सिन, T4 (thyroxine)) ।
- जब ये हार्मोन्स सही से काम नहीं करते है, तब थायराइड की बीमारी होती है।
- थायराइड हार्मोन की कमी की वजह से शरीर में सुस्ती और आलस आने लगता है।
- पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary gland) से थायराइड ग्रंथि का नियंत्रण होता है, पर हाइपोथेलेमस (Hypothalamus) से पिट्यूटरी ग्रंथि नियंत्रित होती है।
- जब शरीर में हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) में टीएसएच (TSH) का स्तर बढ़ता है, तब टी3 और टी4 (T3 and T4) की मात्रा कम हो जाती है.
- हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) में टीएसएच (TSH) का स्तर घटता है और टी3 व टी4 ((T3 and T4)) की मात्रा बढ़ जाती है।
क्या है थायरायड कैंसर के लक्षण ?
थायरायड कैंसर का कोई शारीरिक लक्षण दिखाई नहीं देता है।
इसके लक्षणों में शामिल है –
- गर्दन में गांठ होना थायरायड कैंसर का सबसे सामान्य लक्षण है।
- बोलने में परेशानी होना,
- आवाज परिवर्तन,
- सांस लेने में होती है परेशनी,
- निगलने और खाने में भी परेशानी होना,
- गले और गर्दन में दर्द होना,
- लिम्फ नोड्स में सूजन बढ़ने लगती हैं,
- त्वचा का सूखना या ड्राई होना,
- हाथ-पैर ठंडे रहना,
- थायरायड कैंसर का कोई शारीरिक लक्षण दिखाई नहीं देता है।
थायराइड कैंसर के कारण
- 30 साल से अधिक उम्र के लोगों में थायराइड कैंसर होता है।
- विकिरण चिकित्सा (Radiation Therapy) की वजह से थायराइड कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- परिवार के इतिहास।
थायराइड कैंसर के जोखिम कारक
- थायराइड कैंसर एंडोक्राइन (Endocrine) कैंसर का सबसे आम प्रकार है।
- पारिवारिक इतिहास होना,
- अगर महिला को स्तन कैंसर का इतिहास रहा है, तो हो सकता है थायराइड कैंसर होने का खतरा,
- विकिरण जोखिम का इतिहास,
- 40 साल की उम्र के बाद थायराइड कैंसर होने की सबसे अधिक संभावना है।
थायराइड कैंसर के प्रकार
थायराइड कैंसर के प्रकारों में शामिल हैं:
पैपिलरी थायराइड (Papillary thyroid) कैंसर
यह थायराइड कैंसर का एक अलग रूप है, जो की सबसे आम प्रकार है। यह सबसे अधिक बार महिलाओं में देखा जाता है। पैपिलरी थायराइड कैंसर अन्य प्रकारों की तुलना में कम खतरनाक है। यह धीमी गति से फैलता है, और इसका इलाज़ जल्द से जल्द करा लेना चाहिए।
मेडुलरी थायराइड (Medial thyroid) कैंसर
मेडुलरी थायराइड कैंसर थायराइड कैंसर का एक और अच्छी तरह से अलग रूप है। मेडुलरी थायराइड कैंसर के कुछ मामलों में एक आनुवंशिक घटक होता है। यह अंतःस्रावी ग्रंथि के कैंसर के एक सिंड्रोम के हिस्से के रूप में हो सकता है। एक आनुवंशिक घटक के बिना मामलों को “छिटपुट” कहा जाता है।
कूपिक थायराइड (Follicular thyroid) कैंसर
कूपिक थायराइड (Follicular thyroid) कैंसर थायराइड कैंसर का प्रकार है जो सबसे अधिक फैलने और पुन: उत्पन्न होने की संभावना है। हार्थल सेल (Harthal Sale) कैंसर एक प्रकार का कूपिक कैंसर है।
एनाप्लास्टिक थायरॉयड (Anaplastic thyroid) कैंसर
एनाप्लास्टिक थायराइड (Anaplastic thyroid) कैंसर थायराइड कैंसर का सबसे आक्रामक रूप है। इसका इलाज करना दुर्लभ और कठिन है।
थायराइड लिम्फोमा
यह एक दुर्लभ प्रकार का थायराइड कैंसर है। यह थायराइड ग्रंथि के भीतर स्थित प्रतिरक्षा कोशिकाओं में शुरू होता है।
थायराइड कैंसर का निदान
एक शारीरिक परीक्षा या प्रयोगशाला परीक्षण के द्वारा हम थायराइड कैंसर का इलाज़ करा सकते हैं।
थायराइड कैंसर के निदान के लिए प्रयोग किए जाने वाले लैब परीक्षणों और प्रक्रियाओं में शामिल हैं:
- थायराइड परीक्षण (Thyroid Function Testing),
- एक थायरोग्लोबुलिन परीक्षण (Therroglubulin test), जो पैपिलरी या कूपिक कैंसर (Papillary or follicular cancer) के लिए उपयोग किया जाता है,
- अल्ट्रासाउंड (Ultrasound),
- स्कैन (Scan),
- थायराइड टिशू बायोप्सी (Thyroid tissue biopsy) के जरिये कैंसर कोशिकाओं का पता लगा सकते है,
- रक्त में कैल्शियम का स्तर (Calcium level in blood),
- ब्लड में फास्फोरस का सूत्र (Phosphorus formula in blood)
- ब्लड में कैल्सीटोनिन (Calcitonin) की जांच की जाती है,
- शारीरिक परीक्षा हम थायराइड में शारीरिक परिवर्तन देखने के लिए कराते है,
- थायराइड ग्रंथि सामान्य रूप से कार्य कर रहा है या नहीं, ये जानने के लिए आप रक्त परीक्षण करा सकते है,
- इमेजिंग टेस्ट (Imaging test) से यह पता चलता है की थायराइड पूरी शरीर में फैल गया है या नहीं।
- आनुवंशिक परीक्षण
थायराइड कैंसर का उपचार
सर्जरी
थायराइड और लिम्फ नोड्स को निकालने के लिए डॉक्टर सर्जरी करबे की सलाह दे सकते है.
थायराइड हार्मोन थेरेपी
पीयूषिका ग्रंथि (Pituitary gland) से थायराइड-उत्तेजक हार्मोन (टीएसएच, TSH) का उत्पादन दबाने के लिए डॉक्टर इस थेरपी का उपयोग करते हो.
बाहरी विकिरण चिकित्सा
कैंसर की पुनरावृत्ति के जोखिम को कम करने के लिए डॉक्टर विकिरण चिकित्सा का उपयोग करते है।
कीमोथेरेपी (Chemotherapy)
कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए कीमोथेरेपी (Chemotherapy) का उपयोग किया जाता है |
थायराइड कैंसर में इन चीजों का करे सेवन
- आयोडीन नमक का आहार में प्रयोग करना चाहिए.
- सोयाबीन और सोया से बनी चीज़े,
- दूध,
- अंडा,
- अखरोट और,
- समुद्री भोजन यानी सी फूड (Sea food) का सेवन करना लाभकारी होता है.
इन चीजों का सेवन न करें
- पत्ता और फूल गोभी,
- शलगम,
- फलों के रस,
- ब्रेड,
- पास्ता,
- चावल,
- खट्टा, दही, नीबू,
- अचार का सेवन नहीं करना चाहिए.
उपरोक्त लेख में, हमने थायराइड कैंसर और प्रकार, लक्षण, जोखिम कारक और उपचार के बारे में बात की है। इससे बचने के लिए विटामिन-बी 6, विटामिन-बी 12, खनिज और प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। यदि आप कभी भी थायराइड कैंसर के उपरोक्त लक्षणों में से किसी भी एक को महसूस करते हैं, तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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