जानिए क्या है अस्थमा और कैसे बचें?

कोई भी इंसान सांस लिए बिना दो मिनट तक नहीं रह सकता है ये बात हम सब जानते है। उसके बावजूद लोग इसे बहुत सामान्य बात समझते हैं। लेकिन अगर हम अस्थमा से पीढ़ित लोगों की बात करें तो उन्हें इसकी कीमत अच्छी तरह पता होगी। जब प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है तो अस्थमा के मरीजों को बहुत ज्यादा परेशानी होती है। जब दिवाली पर पटाखों का धुआँ हो या पूरे पर्यावरण में प्रदुषण इसके कारण अस्थमा की परेशानी और भी गंभीर समस्या में बदल जाती है। आपको बता दें की अस्थमा से लगभग दो करोड़ लोग प्रभावित हैं।

 

अस्थमा क्या है (What is asthma)

 

अस्थमा एक गंभीर बीमारी है इसकी वजह से उस इंसान की जान भी जा सकती है। ये आपकी सांस की नली को प्रभावित करती है, अस्थमा होने पर इन नलिकाओं में सूजन आ जाती है इसमें सांस लेने वाली नली सिकुड़ जाती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ, सीने में जकड़न और खांसी आने लगती है। आपके फेफड़ों की एक बहुत गंभीर बीमारी है। ये किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। जिन्हें अस्थमा होता है, उन्हें धूल, धुए और प्रदूषण से बचना चाहिए और हमेशा अपने मुँह पर मास्क या कपड़े का इस्तेमाल करना चाहिए।

 

अस्थमा के लक्षण (Symptoms of Asthma)

 

  • सांस फूलना : अचानक तेजी से सांस फूलना ये इसके बहुत ही गंभीर लक्षण होते है।

 

  • सांस लेने में दिक्कत होना : अस्थमा के रोगी के सांस लेने में बहुत दिक्कत होती है वह ठीक से सांस नहीं ले पता है।

 

  • छाती में जकड़न सांस लेते वक़्त आवाज आना : छाती में जकड़ना की वजह से भी सांस लेने में बहुत परेशानी होती है यही वजह है की उसके सांस लेने पर बहुत आवाज आती है।

 

  • खांसी के साथ कफ निकलना : ऐसा तब होता है जब उसके फेफड़ो में बहुत ज्यादा बलगम जमा होता है, जब आपको खांसी आती है तो ये बाहर निकलता है।

 

  • बोलते समय तेजी से सांस लेना : ऐसा तब होता है जब अस्थमा बहुत जायदा हो जिसकी वजह से जब आप बात करते है तब आपकी सांस की आवाज भी आती है।

 

अस्थमा के कारण

 

  • वायु प्रदुषण (Air Pollution) : अस्थमा होने का सबसे बड़ा कारण है वायु में प्रदुषण। क्योंकि हम सांस लेते है  जिसकी वजह से वह प्रदुषण हमारे शरीर में जाता है और अस्थमा होने का कारण बनता है।

 

  • ठंडी हवा (Cold Air) : ठंडी हवा भी आपको अस्थमा का रोगी बना सकती है, क्योंकि ज्यादा ठंडी हवा आपकी सांस की नली में सूजन पैदा करती है।

 

  • धूम्रपान (Smoking) : ये आपको एक समय के बाद अस्थमा का रोगीं बना सकता है, धूम्रपान से सांस फूलना और खांसी आना लाज़मी है। जिन लोगों को स्मोकिंग करने का शौक होता है, उन्हें दमा की बीमारी जल्दी हो सकती है।

 

  • शराब : जिन्हे अस्थमा होता है, उन्हें शराब का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये आपके अस्थमा को और भी बिगाड़ सकता है।

 

  • धूल : ऐसी जगह जाने से बचे जहां बहुत ज्यादा धूल उड़ती हो, यदि वहां जाना आपकी मज़बूरी है तो आप मास्क या मुँह पर कपड़े का इस्तेमाल करें।

 

  • अधिक व्यायाम : जो लोग अपनी जरुरत के हिसाब से ज्यादा व्यायाम करते है तो उन्हें भी अस्थमा हो सकता है।

 

  • वंशवाद : जब परिवार में किसी को अस्थमा होता है तो आने वाली पीढ़ी में भी ये देखने को मिल सकता है।

 

  • जानवरो के बाल : आपको बता दें की जानवरों के बालों से भी अस्थमा हो सकता है जो लोग जानवर पालते है उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

 

  •  तले हुए खाने का सेवन : जो लोग अधिक मसालेदार और तली हुई चीजों का सेवन करते है उन्हें भी ये रोग हो सकता है।

 

 

अस्थमा से बचाव के तरीके

 

शहद

 

सांस से सम्बंधित समस्याओं को दूर करने के लिए प्राचीन काल से शहद का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सबसे पुराना और एक तरीके का प्राकृतिक उपचार है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर उसका सेवन करें। इससे आपको काफी हद तक आराम मिलेगा अक्सर अस्थमा के मरीज को रात में सोते वक़्त ज्यादा दिक्कत होती है और खांसी आने लगती है।

 

पीपल और मुनक्का

 

ये दोनों ही चीजें आपको आसानी से मिल जाएंगी पहले एक मुनक्का लें फिर उसके बीज को निकल ले उसके बाद उसे गैस पर हल्का सा भून लें और उसे एक छूटे से पीपल के टुकड़े के साथ सैंधा नमक के साथ खाए।

 

हल्दी 

 

ये अस्थमा के मरीज के लिए बहुत कारगर उपायों में से एक है। आप एक गिलास पानी में एक चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर उसका सेवन करते है तो ये आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। हल्दी एक बेहतरीन एंटीमाइक्रोबॉयल एजेंट है। साथ ही इसमें कर्क्युमिन भी पाया जाता है, जो अस्थमा से लड़ने में मददगार है।

 

लहसुन

 

 

लहसुन की पांच कलियां उबालें और इस मिश्रण को हर रोज सेवन करने से आपको अस्थमा में काफी आराम मिलेगा।

 

अदरक की गरम चाय में भी आप लहसुन का प्रयोग कर सकते है। लहसुन की दो कली पीस ले उसके बाद उसे चाय में मिलाकर पीए इससे आपका अस्थमा नियंत्रित रहेगा।

 

यदि आपके परिवार में किसी को अस्थमा है तो आप को कुछ सावधानियों रखनी होंगी। क्योंकि एक अस्थमा रोगी के लिए थोड़ी सी लापरवाही उसकी मौत का कारण बन सकती है। अस्थमा से जुड़ी किसी भी तरह की परेशानी होने पर आप हमारे डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं

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