बेरिएट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) क्या है, इसके बारे में जाने?

आज ज्यादातर लोग मानते हैं कि मोटापा सबसे बड़ी बीमारियों में से एक है। ये मानव शरीर की अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण होता है। यह बीमारी पूरी दुनिया में महामारी का रूप ले चुकी है। यहाँ तक की भारत में भी बहुत से लोग मोटापे के शिकार हैं। यदि आप अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, या करना चाहते हैं तो ये लेख आपके लिए है।

आज मानव जाती का एक बड़ा तबका अपने बढ़े हुए वजन से परेशान हैं। मोटे लोगों का कई बार इस कारण काफी मज़ाक भी उड़ाया जाता हैं। सबसे पहले मोटापा आपके पेट पर ही दिखता है। मोटापे की वजह से शरीर में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं। जब समस्याएं बढ़ने लगती हैं तो लोग मोटापा कम करने के उपाय तलाशने लगते हैं। आज हम आपको इससे जुड़ी एक सर्जरी के बारे में बताएंगे जिसे बेरिएट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) के नाम से जाना जाता है। तो चलिए आपको बताते हैं की यह क्या है।

 

 

बेरिएट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) क्या है?

 

मोटापा ही एक ऐसी बीमारी है जो एक साथ कई गंभीर बीमारियों का कारण बनता है। हालांकि इसे कम करने के लिए वे डाइटिंग, जिम ज्वाइन करना, योगा करना आदि कई उपाय अपनाते हैं। लेकिन यह सब भी केवल एक समय तक ही प्रभावी होते हैं। ऐसे में आपके लिए आखिरी समाधान बेरिएट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) ही हो सकता है। दरअसल, बेरिएट्रिक सर्जरी एक ऐसी सर्जरी है, जो मोटापा कम करने के लिए की जाती है। इस सर्जरी में पेट का 80 प्रतिशत हिस्सा निकाल दिया जाता है। यह वजन घटाने की सर्जरी है, जिसमें पेट की चर्बी का ऑपरेशन किया जाता है।

 

 

बेरिएट्रिक सर्जरी का खर्च कितनी है?

 

जब बेरिएट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) लागत दिल्ली में औसतन रूप से 2.5 लाख से 7 लाख रूपये के बीच में होती है। यदि आप यह सर्जरी करवाना चाहते हैं तो इसके लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं।

 

 

मोटापा क्या है?

 

जब किसी व्यक्ति के शरीर का वजन सामान्य से अधिक हो जाता है तो उसे मोटापा कहते हैं। जितनी कैलोरी आप रोजाना भोजन के रूप में लेते हैं, जब आपका शरीर रोजाना इतना खर्च नहीं कर पाता है, तो अतिरिक्त कैलोरी वसा के रूप में शरीर में जमा होने लगती है, जिससे वजन बढ़ने लगता है।

 

 

आखिर वजन क्यों बढ़ता है?

 

अधिक वजन वाले लोग अपने शरीर में अधिक मात्रा में वसा जमा करते हैं। गलत दिनचर्या, प्रदूषण और अपच के कारण यह शरीर में धीरे-धीरे बढ़ता जाता है। वजन बढ़ने के पीछे की वजह यह है, जो है:

 

  • शारीरिक गतिविधि में कमी

 

 

 

बेरिएट्रिक सर्जरी के कितने प्रकार होते हैं?

 

बेरिएट्रिक सर्जरी के तीन मुख्य प्रकार हैं, वे इस प्रकार हैं।

 

गैस्ट्रिक स्लीव सर्जरी (Gastric sleeve surgery)

गैस्ट्रिक स्लीव सर्जरी एक ऐसी सर्जरी है, जो अत्यधिक मोटापे की समस्या से पीड़ित व्यक्ति पर की जाती है। पेट के आकार को कम करने के लिए गैस्ट्रिक स्लीव सर्जरी में लैप्रोस्कोपी उपकरण का उपयोग किया जाता है।

 

गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी (Gastric bypass surgery)

गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी वजन घटाने की सर्जरी को संदर्भित करती है, जिसमें पेट के ऊपरी हिस्से को बांध दिया जाता है और निचला हिस्सा छोटी आंत से जुड़ा होता है, जिससे भोजन सीधे छोटी आंत में जाता है। गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी से व्यक्ति को भूख लगती है।

 

एडजस्टेबल गैस्ट्रिक बैंड (Adjustable Gastric Band)

एडजस्टेबल गैस्ट्रिक बैंड (लैप बैंड) सर्जरी में पेट के ऊपरी हिस्से पर एक इलास्टिक बैंड लगाया जाता है और जिसकी मदद से पेट पर मौजूद अतिरिक्त चर्बी को हटाया जाता है।

 

डुओडेनल स्विच सर्जरी (Duodenal Switch Surgery)

डुओडेनल स्विच सर्जरी एक वजन घटाने वाली सर्जरी है जिसमें ग्रहणी छोटी आंत से जुड़ी होती है, जिससे भोजन सीधे छोटी आंत में जाता है।

 

 

बेरिएट्रिक सर्जरी क्यों की जाती है?

 

हमने आपको ऊपर बताया कि बेरिएट्रिक सर्जरी (Bariatric Surgery) वजन घटाने की सर्जरी है। इस सर्जरी का इस्तेमाल व्यक्ति के मोटापे को कम करने के लिए किया जाता है। जिन लोगों का बीएमआई 35 से 40 है, ऐसे लोग बेरिएट्रिक सर्जरी करवा सकते हैं। सामान्य तौर पर किसी व्यक्ति का बीएमआई 19 से 25 के बीच होना चाहिए। अगर आपका वजन बढ़ रहा है और आपका बीएमआई 30 से ऊपर चला जाता है, तो आप डॉक्टर की मदद से मोटापा कम कर सकते हैं। लेकिन उन्हें सर्जरी करने की इजाजत नहीं है। हालांकि, अगर बीएमआई 35 से 40 के बीच है और व्यक्ति स्वस्थ है, तो डॉक्टर बेरिएट्रिक सर्जरी की सिफारिश कर सकते हैं।

कई मामलों में, 35 से कम बीएमआई वाले रोगियों के लिए बेरिएट्रिक सर्जरी की सिफारिश की जाती है क्योंकि ऐसे लोग पहले किसी भी बीमारी जैसे हाई बीपी, मधुमेह, हृदय संबंधी किसी भी बीमारी आदि से पीड़ित होते हैं।

 

 

बेरिएट्रिक सर्जरी कैसे की जाती है?

 

बेरिएट्रिक सर्जरी में कुछ बिंदु शामिल होते हैं, जिसके लिए इसे बहुत सावधानी से करना बहुत जरूरी है। ये बिंदु इस प्रकार हैं:

 

  • रोगी को एनेस्थीसिया: यह बेरिएट्रिक सर्जरी का पहला बिंदु है, जिसमें रोगी को एनेस्थीसिया दिया जाता है ताकि उसे पूरी प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार का दर्द महसूस न हो।

 

  • ब्लड प्रेशर की निगरानी: जैसी ही मरीज के ऊपर एनेस्थीसिया का असर शुरू होता है वैसे ही मोटापे की सर्जरी शुरू कर दी जाती है। इस दौरान व्यक्ति के ब्लड प्रेशर (बीपी) पर नजर रखी जाती है।

 

  • एंटीसेप्टिक क्रीम लगाना: ब्लड प्रेशर को मॉनिटर करते हुए डॉक्टर व्यक्ति के पेट पर एंटीसेप्टिक क्रीम लगाते हैं।

 

  • एब्डोमिनल एरिया को शेव करना: मरीज के पेट पर एंटीसेप्टिक क्रीम लगाने के बाद उस हिस्से को शेव कर दिया जाता है।

 

  • लैप्रोस्कोपी द्वारा वसा को हटाना: यह इस सर्जरी का सबसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील बिंदु है, जो बहुत सावधानी से किया जाता है। इस दौरान पेट पर मौजूद अतिरिक्त चर्बी को लैप्रोस्कोपी यंत्र से हटा दिया जाता है। इसके साथ ही वजन घटाने की यह सर्जरी खत्म हो जाती है।

 

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