बेस्ट हेमेटोलॉजिस्ट Dr. Mukul Rastogi से नोएडा में कराएं लिवर ट्रीटमेंट?

आज के समय में लोगों को उनकी बीमारी के हिसाब से डॉक्टर खोजने में परेशानी होती है। यदि आप अपने इलाज के लिए एक सही डॉक्टर की तलाश कर रहे हैं। तो इसमें हम आपकी मदद करेंगे आपको इसके लिए हमसे संपर्क करना होगा हमारी वेबसाइट GoMedii.com पर इसके बाद हमारी टीम आपसे खुद कांटेक्ट करेगी। यदि आपको लिवर से जुड़ी कोई समस्या है तो इसके लिए नोएडा के बेस्ट डॉक्टर के बारे में बताएंगे। आपको बता दें Dr. Mukul Rastogi नोएडा के काफी चर्चित हेमेटोलॉजिस्ट में से एक हैं।

 

 

जाने नोएडा के बेस्ट हेमेटोलॉजिस्ट Dr. Mukul Rastogi कौन हैं? (best Hematologist in Noida Dr. Who is Mukul Rastogi in Hindi)

 

Dr. Mukul Rastogi फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा के साथ लिवर ट्रांसप्लांट हेपेटोलॉजी और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी यूनिट में काम कर रहे हैं, जो कैडवेरिक और लाइव रिलेटेड लिवर ट्रांसप्लांटेशन दोनों के पेरिऑपरेटिव मैनेजमेंट में शामिल है। वह मुख्य हेमेटोलॉजिस्ट के रूप में 1300 से अधिक लीवर ट्रांसप्लांट रोगियों के पेरिऑपरेटिव प्रबंधन में शामिल रहे चुके हैं। वह सभी प्रकार के पोस्ट लीवर ट्रांसप्लांट सम्बंधित सभी तरह की जटिल बीमारियों का इलाज करने में संभव हैं। पोस्ट ट्रांसप्लांट लिवर बायोप्सी के प्रबंधन करने में भी सक्षम है।

डॉ. मुकुल ने ईआरसीपी के माध्यम से पोस्ट-ट्रांसप्लांट और प्रबंधन सहित एंडोस्कोपिक प्रक्रिया करने में सक्षम है। क्रॉनिक कैल्सीफिक पैन्क्रियाटाइटिस के एंडोस्कोपिक प्रबंधन में उनकी विशेष रुचि और अनुभव है। दरअसल वह राइजिंग स्टार (हेपेटोलॉजी) टाइम्स ऑफ इंडिया पुरस्कार के विजेता हैं। उनकी विशेष रुचि फैटी लीवर डिजीज के प्रबंधन में है।

 

  • सेवाएं/इंट्रेस्ट : क्रोनिक कैल्सीफिक अग्नाशयशोथ का एंडोस्कोपिक प्रबंधन ईआरसीपीएललिवर ट्रांसप्लांटेशन।

 

  • अनुभव : डॉ. मुकुल को गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेपेटोलॉजिस्ट के रूप में 16 से अधिक वर्षों का अनुभव है।

 

  • पुरस्कार और मान्यताएं : तमिलनाडु और राजस्थान के राज्यपाल द्वारा 2011 में भारत ज्योति पुरस्कार (उत्कृष्टता का प्रमाण पत्र) प्राप्त किया।

 

  • शिक्षा : एमबीबीएस – सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर (एसएमएस कॉलेज), 1995। एमडी – जनरल मेडिसिन – सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर (एसएमएस कॉलेज), 2000। डीएनबी – जनरल मेडिसिन – सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर (एसएमएस कॉलेज), 2001।

 

 

लिवर में होने वाली बीमारियां कौन सी हैं? (What are the diseases of liver in Hindi)

 

कई स्थितियां आपके लीवर को प्रभावित कर सकती हैं। यहाँ कुछ मुख्य पर एक नज़र है।

 

  • हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी, ई

 

  • अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज

 

  • नॉन अल्कोहल फैटी लिवर डिजीज

 

 

  • लीवर कैंसर

 

 

 

लिवर से जुड़ी बीमारियों का निदान कैसे किया जाता है? (How are liver diseases diagnosed in Hindi)

 

यदि आप लिवर की बीमारी से परेशान हैं, तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर के साथ अपॉइंटमेंट लेना चाहिए। लिवर की बीमारी होने पर डॉक्टर द्वारा किए जाने वाले टेस्ट :

 

  • लिवर फ़ंक्शन परीक्षण

 

  • कम्पलीट ब्लड काउंट

 

  • लिवर में समस्या जैसे की क्षति या ट्यूमर की जांच के लिए सीटी स्कैन, एमआरआई, या अल्ट्रासाउंड

 

  • एक लिवर बायोप्सी, जिसमें आपके लिवर का एक छोटा सा नमूना निकाला जाता है और लिवर की बीमारी के लक्षणों के लिए इसकी जांच की जाती है।

 

 

जिगर की बीमारी के लक्षण क्या हैं? (what are the symptoms of liver disease in Hindi)

 

कुछ प्रकार के लिवर डिजीज (नॉन अल्कोहल फैटी लिवर डिजीज सहित) शायद ही कभी लक्षण पैदा करते हैं। अन्य स्थितियों के लिए, सबसे आम लक्षण पीलिया है। आपकी त्वचा का पीलापन और आपकी आंखों का सफेद होना। पीलिया तब विकसित होता है जब आपका लीवर बिलीरुबिन नामक पदार्थ को साफ नहीं कर पाता है।

 

लिवर की बीमारी के अन्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

 

  • पेट में दर्द (विशेषकर दाहिनी ओर)

 

  • त्वचा का बहुत पतला होना

 

  • आपके मूत्र या मल के रंग में परिवर्तन होना

 

  • थकान

 

  • उलटी अथवा मितली

 

  • आपकी बाहों या पैरों में सूजन (एडिमा)

 

 

लिवर की बीमारी का प्रबंधन और इलाज कैसे किया जाता है? (How is liver disease managed or treated in Hindi)

 

लीवर की बीमारी का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि आपको लीवर की बीमारी किस प्रकार की है और यह कितनी दूर तक बढ़ चुकी है। संभावित उपचार में शामिल हैं:

 

  • दवाएं: पहले तो डॉक्टर दवा के साथ कुछ प्रकार के लिवर के रोग का इलाज करते हैं। आपपका डॉक्टर वायरल संक्रमण जैसे हेपेटाइटिस या विल्सन डिजीज जैसी विरासत में मिली स्थितियों के लिए दवा दे सकते हैं।

 

  • जीवनशैली में बदलाव: आप अपने आहार में बदलाव करके कुछ प्रकार के लिवर डिजीज का प्रबंधन कर सकते हैं इसमें अप्पके डॉक्टर आपकी मदद करेंगे। यदि आपको फैटी लीवर की बीमारी है, तो शराब से परहेज, वसा और कैलोरी को सीमित करने और फाइबर का सेवन बढ़ाना होगा। शराब से परहेज करने से शराब से संबंधित लीवर की बीमारी में सुधार हो सकता है।

 

  • लीवर ट्रांसप्लांट: जब लीवर की बीमारी लीवर की विफलता में बदल जाती है, तो लीवर ट्रांसप्लांट सबसे अच्छा विकल्प होता है। ट्रांसप्लांट आपके लीवर को स्वस्थ लीवर से बदल देता है।

 

यदि आप कम खर्च में लिवर ट्रीटमेंट की तलाश कर रहे हैं या इससे सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें Connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी।


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