ब्लड कैंसर क्या है, यह किन कारणों से होता है?

कैंसर एक बहुत ही गंभीर बीमारियों में से एक है आज के समय में भारत में कैंसर के लगभग 3.9 मिलियंस मरीज है। इंडिया काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के राष्ट्रीय कैंसर रजिस्ट्री कार्यक्रम के अनुसार, हर दिन 1300 से अधिक भारतीय कैंसर के कारण मर जाते हैं।

 

उन्हीं में से एक है ब्लड कैंसर (blood cancer)। दरअसल ब्लड कैंसर के मरीज इसके लक्षण को नहीं पहचान पाते हैं, जिसके कारण यह बीमारी काफी गंभीर रूप ले लेती है। यही वजह है की इसके मरीजों की संख्या बढ़ रही है।

 

 

 

ब्लड कैंसर क्या है?  (What is blood cancer in Hindi)

 

 

 

इंसान के शरीर में रक्त का निर्माण 3 तरह के सेल के द्वारा होता है, जिसे लाल रक्त सेल (Red blood cell), प्लेटलेट्स (Platelets) और सफेद रक्त सेल (White Blood Sales) के नामों से जाना जाता है। आमतौर पर, ये सेल स्टेम सेल से आते हैं, जिसका काम किसी भी तरह के लाल सेल को बनाना और उसे विकसित करना है। जब स्टेम सेल इस काम को नहीं कर पाता है, तो उसे ब्लड कैंसर (blood cancer) कहा जाता है। यह और भी खतरनाक इसलिए है, क्योंकि रक्त ही हमारे पूरे शरीर में प्रवाहित होता है। जो अन्य अंगो को भी नुकसान पहुँचा सकता है।

 

 

 

ब्लड कैंसर तीन प्रकार का होता है ? (Three types of blood cancer in hindi)

 

 

 

ल्यूकेमिया (Leukemia) : ल्यूकेमिया यह एक वाइट ब्लड सेल्स (White Blood Sales) का कैंसर होता है, जो हमारे शरीर को इंफेक्शन से लड़ने की ताकत को ख़तम करता है। ल्यूकेमिया (Leukemia) होने पर शरीर में मौजूद रेड ब्लड सेल्स (Red blood cell) और प्लेटलेट्स (Platelets) बनना बंद हो जाता है, लेकिन ये हमारे शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ल्यूकेमिया की समस्या गंभीर या पुरानी हो सकती है और यह सबसे आम ब्लड कैंसर माना जाता है।

 

 

 

लिम्फोमा (Lymphoma): लिम्फोमा खून के लिम्फेटिक सिस्टम का कैंसर है। लिम्फोमा कैंसर दो तरह के होते हैं पहला हॉजकिन लिम्फोमा और दूसरा नॉन हॉजकिन लिंफोमा। ऐसा होने पर आपके शरीर में वाइट ब्लड सेल्स (White Blood Sales) नहीं बनती है।

 

 

 

मायलोमा (Myeloma) : ये इंसान के शरीर के प्लाज्मा को प्रभावित करता है। इसकी वजह से एंटी-बॉडीज का निर्माण नहीं हो पता है। जिस कारण व्यक्ति का शरीर कमजोर होने लगता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है।

 

 

 

ब्लड कैंसर के कारण (Causes of blood cancer in hindi)

 

 

 

कीमोथेरेपी

 

आपको लगता है कि किमोथेरेपी तो कैंसर को खत्म करने का उपचार है। लेकिन बता दें की, कीमोथेरेपी कराने के बाद ब्लड कैंसर होने के जोखिम में वृद्धि देखी गई है।

 

 

 

रेडिएशन के संपर्क में रहना

 

दरअसल आज के समय में लोग बहुत ज्यादा रेडिएशन से घिरे हुए है, हमारे शरीर में कई प्रकार की विकृति का कारण बनता है। एक्स-रे या कीमो थेरेपी के करण इंसान के शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है इससे ब्लड कैंसर भी हो सकता है।

 

 

 

संक्रमण

 

जब आप एचआईवी और एड्स से पीड़ित होते हैं तो रक्त कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि एड्स का संक्रमण रक्त में अधिक होता है। इसके अलावा, अगर आपको अन्य बीमारियां भी हैं, तो इसके संक्रमण के कारण रक्त कैंसर का खतरा भी होता है।

 

 

 

केमिकल के संपर्क 

 

आज के समय में बहुत ज्यादा वायु प्रदुषण होता है, वातावरण में कई प्रकार के बहुत खतरनाक केमिकल होते हैं। जो हमारी सांस के द्वारा इंसान के शरीर में प्रवेश करते है। इन कीटनाशकों को मारने के लिए जब हम कुछ अन्य चीजों का इस्तेमाल करते है तो इसकी वजह से भी ब्लड कैंसर होने का खतरा रहता है।

 

 

 

आनुवांशिक (Genetic)

 

ब्लड कैंसर का एक कारण आनुवांशिक भी हो सकता है। अगर घर में पहले किसी को ब्लड कैंसर है, तो उसके बच्चे को भी कैंसर होने का ज्यादा खतरा होता है।

 

 

 

धूम्रपान

 

धूम्रपान, ये इंसान के शरीर में कई बीमारियों का कारण होता है इसकी वजह से शरीर में निकोटिन प्रवेश करता है जो बहुत से प्रकार के कैंसर के लिए जिम्मेदार होता है। तंबाकू का सेवन भी ब्लड कैंसर के लिए जिम्मेदार होता है।

 

 

 

अधिक उम्र होना 

 

अगर हम बच्चों की बात करें तो  बड़े लोगों में ब्लड कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है।  दरअसल ब्लड कैंसर 30 साल या उससे अधिक उम्र वाले व्यक्ति को हो सकता है।

 

 

आज के समय में ब्लड कैंसर के ज्यादातर मामलों में, रोगी खुद का थका हुआ और कमजोर महसूस करता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आपके शरीर में लाल रक्त कोशिकाए कम होने लगती है और इसी वजह से शरीर में ब्लड की कमी होने लगती है।

 

 

 

जब आपके पेट में सूजन होती है तो इसका मतलब है आपके शरीर में असामान्य सफेद रक्त कोशिकाएं जमा होने लगी है। इस तरह की सूजन आपकी भूख को भी कम कर सकती है। इसकी वजह से थोड़ा सा खाने के बाद ही आपको पेट भरा हुआ महसूस होता है।

 

 

 

ब्लड कैंसर के मरीज को बार-बार संक्रमण होने का खतरा होता है। जब शरीर में ल्यूकेमिया कोशिकाएं विकसित होती हैं, तो रोगी के मुंह, गले, त्वचा, फेफड़े आदि में संक्रमण बना रहता है। ऐसी स्थिति में आप हमारे डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं और अपनी समस्या का समाधान पा सकते है


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