जानिए ब्लड कैंसर होने के लक्षण

 

ब्लड कैंसर

 

 

कैंसर सुनते ही अगर आपको डर लगता है तो आप अकेले नहीं हैं। कर्क रोग एक भयंकर और जानलेवा रोग है जो दुर्भाग्य से आज दुनियाभर में लोगों के अंदर एक खौफ बनाए बैठा है। आज कल की जीवन शैली और अस्वस्थ आहार आपके शरीर को कमज़ोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसा ही एक कैंसर जो आज आम हो चूका है वो है ब्लड कैंसर।

 

 

आज हम जो भी खाते या पीते हैं वो सीधे हमारे शरीर के अंदर जा के पाचन प्रक्रिया के लिए आगे बढ़ जाता है। जब पाचन प्रकिया पूरी हो जाती हैं तो उस भोजन से निकलने वाले तत्त्व हमारे रक्त में जा मिलते हैं। अब ज़ाहिर सी बात है की अगर इन तत्व में गन्दगी या कुछ ऐसे चीज़ें हैं जो हमारे शरीर को नुक्सान पंहुचा सकती हैं, तो वह भी हमारे रक्त में मिल चुकी होंगी। आप सोच रहे होंगे की भोजन में ऐसा क्या हो सकता है जो हमारे शरीर को नुक्सान दे सकता है। आईये जाने!

 

 

आज बाजार में जो खाद्य पदार्थ जैसे की कच्ची सब्ज़िया, व्यंजन, पैक्ड फूड्स यहाँ तक की फल, सब मिलावटी हैं। ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में व्यापारी खाद्य पदार्थों में मिलावट कर रहे हैं, सब्ज़िओं और फलों में इंजेक्शंस से केमिकल मिलाके उन्हें बड़ा और चमकदार बनाया जा रहा है। ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में यह व्यापारी जनता के स्वास्थ से खिलवाड़ करने में ज़रा भी नहीं घबराते और अनजाने में हम लोग ज़हरीले पदार्थो का सेवन कर रहे हैं।

 

 

यह जहरीले पदार्थ शरीर के अंदर जाके तुरंत असर नहीं करते बल्कि धीरे धीरे हमारे अंगो को नष्ट कर रहे हैं। खाने में मिले ऐसे केमिकल्स का लगातार सेवन करना हमारे लिए खतरे का संकेत है। आईये जाने की हमे सब्ज़ियों और फलों को खरीदने से पहले किन चीज़ों पे ध्यान देना चाहिए। हमारे छोटे छोटे कदम हमे ब्लड कैंसर से बचाव की तरफ ले जा सकते हैं। सिर्फ ब्लड कैंसर ही नहीं बल्कि नीचे दिए हुए विकल्पों को ध्यान में रख कर आप कई बिमारियों से बच सकते हैं और अपने स्वास्थ को ठीक रख सकते हैं।

 

 

1. सूंघ कर करें जांच

 

 

खरीदने से पहले सब्ज़ियां व फल ज़रूर सूंग लें। ताजे फलों की सुगंध का एहसास हो जाता है। अगर फल या सब्ज़ियां कागज में लिपटी है और उनमे से कोई सुगंध नहीं आ रही हैं तो उन्हें ना खरीदें।

 

 

2. रंग से पहचाने

 

 

यह मिलावटी फलों की पहचान करने का एक बहुत ही सरल उपाय है। फल व सब्ज़ियां खरीदने जाते समय कॉटन को पेरिफ़िन में डूबा के ले जाएँ। इस कॉटन को फलों में रगड़ कर देखे, अगर फलों का रंग उतर रहा है तो उन्हें ना खरीदें और पास के किसी खाद्य विभाग में सुचना दें। यह सूचना कई लोगों को बचा सकती है।

 

 

3. नाख़ून से भी कर सकते हैं पहचान

 

 

सब्ज़ियां व फलों को नाखून से खरोचने पर अगर उनमे से सफ़ेद रंग का वैक्स जैसा कुछ निकल रहा है तो उन्हें ना खरीदें। व्यापारी अक्सर फलों वा सब्ज़ियों को वैक्स से पोलिश करके उन्हें चमकाने का काम करते हैं।

 

 

4. वज़न से भी हो सकती हैं पहचान

 

 

जो फल या सब्ज़ियां नेचुरल तरीकों से उगाई जाती हैं वो आमतौर पे भारी होती हैं। खरीदने से पहले एक बार ज़रूर उनका वज़न नापके पहचान करनी चाहिए।

 

 

5. दाग धब्बे वाले फल ना खरीदें

 

 

नेचुरल फलों में दाग धब्बे नहीं पाए जाते हैं। खट्टे फल जैसे नीबूं, संतरा, मौसमी जैसे फलों में अगर भूरे रंग के धब्बे हैं तो उन्हें ना खरीदें।

 

 

यह सारे उपाय आपको और आपके भले स्वास्थ के लिए महत्वपूर्ण हैं और ऐसा करने से आप अपने रक्त को भी साफ़ रखने में मदद कर सकते हैं। रक्त में पहुंचे ये केमिकल भी ब्लड कैंसर का एक बड़ा कारण होते हैं।

 

 

रक्त हमारे शरीर का एक बहुत ही अहम हिस्सा है। वह रक्त ही है जो हमारे शरीर के अंगो को स्वचारु रूप से काम करने में मदद करता है।  आइये अब जानते हैं लक्षण

 

 

ब्लड कैंसर के लक्षण

 

 

1. अगर आपको अत्यधिक थकान रहती है तो आपको भी हो सकता है ब्लड कैंसर का खतरा

2. बिना किसी कारण से वज़न घटना

3. कमज़ोरी भी है एक बड़ा लक्षण

4. रात में बुखार और पसीना आना

5. फोड़ा या गांठ

6. सीने में दर्द

7. अगर आपकी त्वचा में लाल चकत्ते हैं

8. मल में खून आना

9. पीरियड्स में ज्यादा तकलीफ

10. निप्पल्स में बदलाव आना भी इसका एक लक्षण है

 

 

चिंता की बात तब है जब इनमे से एक से ज्यादा लक्षण आपको परेशान कर रहे हैं। ऐसे में सावधानी बरतें और डॉक्टर से तुरंत जांच करवाएं। डॉक्टर से जांच करवाने से आपको आपकी स्तिथि का सही अंदाज़ा लग सकता है और सही समय पे इलाज शुरू करके आप आगे आने वाले खतरे को भी टाल सकते हैं।

 


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