आपने दालचीनी (cinnamon in hindi) नाम सुना होगा। लोग आमतौर पर दालचीनी का उपयोग केवल मसाले के रूप में करते हैं, क्योंकि लोग दालचीनी के लाभों के बारे में अच्छी तरह से नहीं जानते हैं। आयुर्वेद में दालचीनी को बहुत ही लाभकारी औषधि बताया गया है। आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी का उपयोग कई बीमारियों (Dalchini ke fayde) को ठीक कर सकता है।
दालचीनी एक प्रकार का मसाला है जिसका इस्तेमाल खाने में सजावट और स्वाद लाने के लिए किया जाता है। दालचीनी पेड़ की आंतरिक सतह से प्राप्त होती है। दालचीनी के फायदे (dalchini ke fayde) कई ऐसे हैं जैसे दालचीनी के पेड़ से निकाली गई सतह को औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
दालचीनी खाने के फायदे (dalchini khane ke fayde in Hindi) भोजन में सबसे अधिक उपयोग किए जाते हैं। बाजार में लाए जाने से पहले, दालचीनी को उसके पेड़ से हटा दिया जाता है, और सुखाया जाता है और फिर काटकर बाजार में बेच दिया जाता है। वैसे तो दालचीनी कई प्रकार की होती है, लेकिन खाने में 4 तरह की दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है।
दाल चीनी (cinnamon in hindi) कितने प्रकार की होती है ?
- कैसिया दालचीनी या चाइनीज दालचीनी (Cinnamomum Aromaticum)
- इंडोनेशियन दालचीनी (Cinnamomum Burmanni)
- वियतनामिज दालचीनी (Cinnamomum Loureiroi)
- ट्रू दालचीनी व सीलोन दालचीनी या मैक्सिकन दालचीनी (Cinnamomum Zeylanicum)
दालचीनी(cinnamon in hindi) के फायदे
वजन रहता है नियंत्रित
इसके सेवन से वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। आज के समय में लोगों का बढ़ता वजन उन्हें बहुत परेशान कर रहा है। यह हर दूसरे-तीसरे व्यक्ति के लिए एक चिंता का विषय बनता जा रहा है। ऐसे में अगर खाने में दालचीनी का सेवन किया जाए तो इस समस्या को कुछ हद तक कम किया जा सकता है। आपको बता दें की दालचीनी में पॉलीफेनोल्स होता है ये एक प्रकार का एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में मौजूद इंसुलिन को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इंसुलिन रक्त में ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करता है, लेकिन जब शरीर इंसुलिन की सही मात्रा का उत्पादन करने में असमर्थ होता है, तो रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है जिससे मधुमेह होने का भी खतरा होता है।
बाल घने रहते हैं
आपको बता दें की दालचीनी बालों को स्वस्थ और घने रखने में मदद करती है। कई लोग इसका उपयोग खालित्य, यानी गंजापन दूर करने के लिए भी करते हैं। यह बालों के रोम के विकास को बढ़ाकर बालों को घना बनाने में मदद कर सकता है। हालांकि, इसमें कौन सा तत्व बालों को बढ़ाने और गंजापन कम करने के लिए काम करता है, यह स्पष्ट नहीं है। इसकी पत्तियों के पेस्ट को सीधे बालों में लगाकर धोया जा सकता है। इसके अलावा, पत्तियों को सजाने के बाद उबालने के बाद भी बाल धोए जा सकते हैं। ध्यान रखें कि काढ़ा ठंडा होने पर ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
पाचन में सुधार करता है
यदि आप पाचन से जुड़ी समस्या से परेशान है तो दालचीनी का सेवन आपको इससे सुधरने में मदद करेगा। पाचन में सुधार करने के लिए इसका सेवन कई तरीकों से किया जा सकता है। अगर आपको अपच, पेट दर्द और सीने में जलन महसूस होती है, तो आप दालचीनी, सोंठ, जीरा और इलायची को बराबर मात्रा में पीसकर गर्म पानी के साथ ले सकते हैं।
यदि आप भोजन के बाद दालचीनी, काली मिर्च पाउडर और शहद आदि लेते हैं तो आपका पेट खराब नहीं होता है। दालचीनी मतली, उल्टी और जुलाब को रोकता है। कब्ज और गैस की समस्या को कम करने के लिए भी दालचीनी के पत्तों का पाउडर और काढ़ा बनाया जाता है और इसके सेवन के कई फायदे होते हैं।
मधुमेह और रक्त शर्करा रहती है नियंत्रित
आपको बता दें की दालचीनी खाने के लाभों में से एक सबसे महत्वपूर्ण है डायबिटीज को नियंत्रित करना भी शामिल है। यदि डायबिटीज के रोगी दालचीनी को अपने आहार में शामिल करेंगे तो डायबिटीज को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है इसकी सलाह डॉक्टर भी कई मरीजों को देते हैं। आपको बाता दें की दरअसल, इसमें एंटी डायबिटिक गुण होते हैं। इसके अलावा, एक अन्य शोध में बताया गया है कि दालचीनी में मौजूद पॉलीफेनोल सीरम ग्लूकोज और इंसुलिन को कम करके डायबिटीज के खतरे को कम करता है।
दिल के लिए है फायदेमंद
आपको शायद ये नहीं मालूम होगा की दालचीनी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को कम करके आपके हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करती है। एनसीबीआई के एक शोध में कहा गया है कि एलडीएल, सीरम ग्लूकोज, ट्राइग्लिसराइड (रक्त में मौजूद एक प्रकार का वसा) और कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके हृदय रोग से जुड़े रोग को काम करने में मदद करता है।
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