डायपर रैश के लक्षण, कारण और छुटकारा पाने के आसान घरेलू उपचार

“डायपर रैश” (Diaper rash) को नैप्पी रैश (Nappy rash) या डायपर त्वचाशोथ के रूप में भी जाना जाता है, इस शब्द का उपयोग डायपर के नीचे वाली त्वचा पर दिखने वाली सूजन के लिए किया जाता है।

यह त्वचा पर होने वाली सूजन  के सामान्य प्रकारों में से एक है जिसे शिशु के पिछले हिस्से में लाल चकत्ते के रूप में देखा जाता है। डायपर रैश अक्सर उन शिशुओं में देखे जाते हैं जो नियमित रूप से डायपर पहनते हैं, यह बार-बार डायपर न बदलने, त्वचा संवेदनशीलता और रगड़ से संबंधित है।

 

3-12 सप्ताह वाले शिशुओं में डायपर रैश देखे जाते हैं और इससे लड़का और लड़की दोनों प्रभावित होते हैं।

 

यह देखा गया है कि अपरिपक्व शिशुओं या शिशु जिन्हें नवजात शिशु देखभाल यूनिट में भर्ती कराया जाता है उनमें डायपर रैश सामान्यत: अधिक होते हैं। स्तन पान करने वाले शिशुओं में डायपर रैश आम नहीं होते हैं क्योंकि माँ का दूध शिशु के मल का pH कम करता है और उसे क्षारिय (Alkali) बनाता है।

 

डायपर रैश कारण

 

पेशाब और मल के कारण त्वचा पर अक्सर उत्पन्न होने वाली जलन: यदि डायपर में मल और पेशाब बहुत अधिक समय से एकत्रित है, तो इसके कारण शिशु की त्वचा में जलन हो सकती है। यदि शिशु बार बार मल का उत्सर्जन (Emission) कर रहा है या उसे दस्त लग रहे हैं, तो डायपर रैश होने की संभावना बढ़ जाती है। मल अम्लीय होता है और पेशाब की तुलना में त्वचा में अधिक जलन पैदा करता है।

 

त्वचा पर रगड़: कसे डायपर पहनने से त्वचा पर रगड़ लग सकती है जिसके कारण रैश हो सकते हैं।

 

नई सामग्रियाँ: कुछ सामग्रियों में किए जाने वाले परिवर्तनों के कारण शिशु की त्वचा संवेदनशील हो सकती है जैसे कि नए ब्रांड के डायपर, बेबी वाइप्स, डिटरजेंट, ब्लीच, फेब्रिक सॉफ़्नर्स, बेबी पाउडर, बेबी लोशन, बेबी ओयल आदि।

 

त्वचा संक्रमण: नमी के कारण बैक्टीरिया, कवक, यीस्ट (कैंडिडा) से त्वचा संक्रमित हो सकती है। डायपर द्वारा ढके हुए हिस्से पर नमी के कारण यह संक्रमण बढ़ सकता है।

 

नए खाद्य पदार्थ देना शुरू करना: शिशु के आहार में ठोस खाद्य पदार्थ शामिल किए जाने पर, शिशु द्वारा मल उत्सर्जित करने की आवृत्ति और मात्रा में बदलाव हो सकते हैं जिसके कारण डायपर रैश का जोखिम बढ़ सकता है।

 

त्वचा की संवेदनशीलता: शिशु जिन्हें पहले से त्वचा संवेदनशीलता संबंधी रोग हैं जैसे कि खुजली (itching) या एटोपिक त्वचाशोथ उनमें डायपर रैश होने का जोखिम अधिक होता है। ऐसे शिशुओं के शरीर के अन्य हिस्सों में भी रैश हो सकते हैं।

 

एंटीबायोटिक का उपयोग: विभिन्न प्रकार की बीमारियों में शिशुओं को दिए जाने वाले एंटीबायोटिक (Antibiotic) उपचार के कारण भी त्वचा का सामान्य सुरक्षात्मक बैक्टीरिया (Bacteria) प्रभावित हो सकता है। यह यीस्ट संक्रमण के प्रति शिशु की त्वचा को अतिसंवेदनशील बनाता है। एंटीबायोटिक्स के कारण दस्त का जोखिम भी बढ़ जाता है।

 

डायपर रैश के लक्षण

 

  • डायपर क्षेत्र का परीक्षण करने पर आपको निम्न लक्षण दिखाई दे सकते हैं। बदलाव आमतौर पर डायपर क्षेत्र के बाहर नहीं फैलते हैं.

 

  • डायपर पहनने वाले हिस्से पर, त्वचा के बड़े या छोटे हिस्से पर लाल या गुलाबी रंग के चकत्ते

 

  • त्वचा में शुष्कता, शल्कन, झुलसन, या त्वचा का निकलना

 

  • शिशु की त्वचा के जिस स्थान से डायपर रगड़ खाता है उस स्थान पर लाल सूजन

 

  • उभरे हुए ददोड़े (दाने) या पस से भरे हुए क्षेत्र (फुंसी) उपस्थित हो सकती है।

 

  • प्रभावित क्षेत्र संवेदनशील हो सकता है और उस हिस्से को छूने पर शिशु रो सकता है।

 

  • गंभीर स्थितियों में, प्रभावित हिस्से में सूजन हो सकती है।

 

  • डायपर उतारने के बाद बड़े शिशु त्वचा को छील सकते हैं।

 

आसान घरेलू उपचार और रोकथाम:

 

  • डायपर को बार बार बदलें और शिशु द्वारा पेशाब करने या मल त्यागने के तुरंत बाद डायपर बदलें। आवश्यकता होने पर, डायपर बदलने के लिए आपको रात में उठना पड़ सकता है।

 

  • प्रत्येक बार डायपर बदलने पर पानी और मुलायम कपड़े या रूई के टुकड़े से डायपर वाले हिस्से को अच्छी से पोछें। सुगंधित और एल्कोहॉल युक्त वाइप्स का उपयोग न करें

 

  • साफ़ करें और देखें कि आपके शिशु की त्वचा सूख गई हो, हिस्से को रगड़े नहीं।

 

  • ढीले डायपर पहनाएँ जिससे कि हवा का प्रवाह बना रहे।

 

  • अतिरिक्त-शोषक डायपर का उपयोग त्वचा को सूखा रखने में सहायता करता है और संक्रमण होने की संभावना को कम करता है।

 

  • यदि डिस्पोजेबल डायपर (disposable diaper) का उपयोग किया जा रहा है, तो किसी अन्य ब्रांड का उपयोग कर देखें कि क्या उससे कोई लाभ होता है।

 

  • अपने चिकित्सक से किसी ऐसी डायपर रैश क्रीम (diaper rash cream), मरहम या पाउडर के बारे में पूछें जो उपयोगी हो। पेट्रोलियम जैली (Petroleum jelly) और जिंक ऑक्साइड (Zinc oxide) आधारित उत्पाद शिशु की त्वचा से नमी को दूर रखने में सहायता कर सकते हैं। मरहम त्वचा पर सुरक्षात्मक कवच बना सकता है और मल या पेशाब से होने वाली किसी भी जलन को कम कर सकता है।

 

  • सुगंधित पाउडर (फ़ेफड़ों में जा सकता है) या कॉर्न स्टार्च (यीस्ट संक्रमण को और खराब कर सकता है) का उपयोग न करें।

 

  • डायपर को बदलने से पहले और उसके बाद आपको अच्छी तरह से अपने हाथ धोने चाहिए ताकि जीवाणुओं (Bacteria) के प्रसार को रोका जा सके।

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