फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के कारण और जानिए इसका इलाज ?

सभी महिलाओं में 2 अंडाशय होते हैं जिसमें से केवल एक अंडाशय हर महीने एक अंडा पैदा करता है। इस प्रकिया के बाद हर महीने अंडाशय एक अंडे के बनने के बाद उसे फैलोपियन ट्यूब में भेजता है। सेक्स के दौरान, जब शुक्राणु योनि में प्रवेश करते हैं, तो यह महिला के अंडाशय के अंडों को फैलोपियन ट्यूब में भेजता है और ये अंडे और शुक्राणु मिलकर भ्रूण का निर्माण करते हैं। फैलोपियन ट्यूब में रहने के 3 से 4 दिनों के बाद भ्रूण को गर्भाशय में भेजा जाता है और फिर बच्चा बनता है।

अगर फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो जाती है, तो अंडाशय से अंडा ट्यूब में प्रवेश नहीं कर पाते हैं और महिला गर्भ धारण नहीं कर पाती है। इससे आप समझ ही गए होंगे कि फैलोपियन ट्यूब की क्या भूमिका होती है। हर महिला के शरीर में 2 फैलोपियन ट्यूब होती हैं। यदि एक ट्यूब सही है तो प्राकृतिक गर्भावस्था संभव है लेकिन अगर दोनों ट्यूब बंद हैं तो उन्हें खोले बिना प्राकृतिक गर्भावस्था असंभव है। इसके क्या कारण होते हैं आइए जानते हैं?

 

 

महिलाओं में फैलोपियन ट्यूब बंद होने के मुख्‍य कारण (Causes of Blocked Fallopian Tube in Hindi)

 

  • जेनेटिक

 

  • टीबी

 

  • पेल्विक इंफेक्‍शन या किसी और तरह का इंफेक्‍शन

 

 

फैलोपियन ट्यूब का इलाज कैसे होते है? (Treatment For Blocked Fallopian Tubes in Hindi)

 

 

  • महिला को 1 दिन के लिए अस्‍पताल में भर्ती होना पड़ सकता है।

 

  • डॉक्टर महिला के पीरियड्स साइकिल के 6 से 10 दिन के बीच में किया जाता है।

 

  • इसमें गायनाकोलॉजिस्ट स्‍पेकुलम को यूटराइन कैविटी में डालते हैं और फिर देखते हैं फैलोपियन ट्यूब कहां से और कितनी ब्लॉक है। इस प्रक्रिया में दर्द नहीं होता है।

 

  • यदि संभावना रही तो डॉक्‍टर 1 सिटिंग में ही फैलोपियन ट्यूब की ब्‍लॉकेज को सही कर देते हैं।

 

  • पेल्विक फिजिकल थेरेपी (Pelvic physical therapy): यह एक नॉन-इनवेसिव (बिना चीरा के) थेरेपी है। ऐसा माना जाता है कि इस उपचार से महिलाओं में होने वाली इस समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल जाता है।

 

  • सल्पिंगोस्टॉमी (Salpingostomy): उपचार की इस पद्धति का उपयोग तब किया जाता है जब हाइड्रोसालपिनक्स (एक महिला विकार जिसमें पानी फैलोपियन ट्यूब भरता है) के कारण फैलोपियन ट्यूब अवरुद्ध हो जाती है। इसमें फैलोपियन ट्यूब में भरे तरल पदार्थ को निकालने के लिए एक छेद किया जाता है। इस छेद की मदद से भरे हुए फॉर्म को बाहर निकालने से फैलोपियन ट्यूब में रुकावट दूर हो जाती है।

 

  • फिमब्रियोप्लास्टी (Fimbryoplasty): फैलोपियन ट्यूब में रुकावट का पता चलने के बाद इस प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है। फिमब्रियोप्लास्टी (Fimbryoplasty) एक प्रकार की लैप्रोस्कोपिक प्रक्रिया है जिसमें फैलोपियन ट्यूब को दोबारा ठीक किया जाता है।

 

यदि आपकी फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज होता है तो उसे ठीक करने के लिए डॉक्टर लैप्रोस्कोपिक सर्जरी का उपयोग कर सकते हैं। यदि आपकी फैलोपियन ट्यूब बड़ी मात्रा में सरस ऊतक या आसंजनों (adhesions) से ब्लॉकेज हैं, तो रुकावटों को ठीक करने के लिए उपचार संभव नहीं हो सकता है। जब किसी महिला की क्षतिग्रस्त नलियों को ठीक करना होता है तो डॉक्टर सर्जरी का सुझाव देते हैं। यदि फैलोपियन ट्यूब का हिस्साे को नुकसान होता हैं तो इसके कारण रुकावट होती है, जिसके बाद सर्जन क्षतिग्रस्त हिस्से को हटा सकता है और दो स्वस्थ भागों को जोड़ सकता है।

 

 

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज होने के लक्षण (Symptoms of Blocked Fallopian Tube in Hindi)

 

 

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के लक्षण इस प्रकार हैं:

 

  • वजाइना से डिस्‍चार्ज (vaginal discharge)

 

  • पीरियड्स के दौरान दर्द होना

 

  • पेट के निचले हिस्से में दर्द (lower abdominal pain)

 

  • सेक्स आदि के दौरान दर्द या जलन

 

 

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज के प्रकार ? (Types of Fallopian tube Blockage in Hind)

 

दरअसल कुछ महिलाओं में माँ न बन पाने के कारण फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज होता है। यह बांझपन का आम कारण महिलाओं में माना जाता है। गर्भाशय तक अंडे न पहुँचपाने से प्रजनन का कार्य अधूरा रह जाता है जिससे गर्भधारण नहीं हो पाता है। ट्यूब के अनेक हिस्से में ब्लॉकेज हो सकता है। तीन प्रकार से ब्लॉकेज होते हैं।

 

  • मिडिल फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज: फैलोपियन ट्यूब के मध्य में ब्लॉकेज होता है।

 

  • प्रॉक्सिमल फैलोपियन ट्यूब ब्लॉकेज: जब गर्भाशय के समीप ब्लॉकेज होता है, तो गर्भपात, सीजेरियन सेक्शन या पीआईडी (पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज) से जुड़ी समस्या का कारण होता है।

 

  • डिस्टल ऑब्स्ट्रक्शन: इस प्रकार में जहां फैलोपियन ट्यूब खत्म होती है, उसके समीप होता है। यह भी एक प्रकार की रुकावट होती है जो फैलोपियन ट्यूब के भाग को अंडाशय के नजदीक होता है और प्रभावित करता है।

 

 

फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का निदान कैसे किया जाता है? (How is a blockage in the fallopian tubes diagnosed in Hindi)

 

फैलोपियन ट्यूब में रुकावट के निदान की बात करें, तो इसके लिए कई प्रकार के टेस्ट किए जा सकते हैं। इनमें से कुछ जरूरी टेस्ट के बारे में हम आपको बता रहे हैं:

 

  • हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राम या एचएसजी

 

  • सोनोसाल्पिंगोग्राफी

 

  • एंडोवैजिनल सोनोग्राफी

 

  • लेप्रोस्कोपिक क्रोमोपर्ट्यूबेशन

 

  • हिस्टेरोसाल्पिंगोग्राम या एचएसजी

 

यदि आप फैलोपियन ट्यूब में ब्लॉकेज का इलाज कराना चाहते हैं या इससे सम्बंधित किसी भी तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो यहाँ क्लिक करें या आप हमसे व्हाट्सएप (+91 9654030724) पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप हमारी सेवाओं के संबंध में हमें Connect@gomedii.com पर ईमेल भी कर सकते हैं। हमारी टीम जल्द से जल्द आपसे संपर्क करेगी। हम आपका सबसे अच्छे हॉस्पिटल में इलाज कराएंगे।


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