आज के समय में फेफड़ों का कैंसर बहुत तेजी से फ़ैल रहा है। अगर हम कैंसर की बात करें तो इससे होने वाली मृत्यु के मामलों में यह पांचवें स्थान से पहले स्थान पर आ गया है। अब तो यह पुरुषों के अलावा महिलाओं में भी बहुत तेजी से फ़ैल रहा है। आपको बता दें की पुरुषों को फेफड़ों का कैंसर ज्यादा होता है। दरअसल कैंसर के जितने भी नए मामले आज कल सामने आ रहे हैं, उनमें से 13 फीसदी मामले फेफड़े के कैंसर के हैं, पूरी दुनिया में 19 फीसदी लोग फेफड़े के कैंसर से मर जाते है।
अगर हम भारत की बात करें तो 2012 में फेफड़े के कैंसर के 18 लाख मामले सामने आए थे। देश भर में कैंसर के नए मामले 6.9 फीसदी है। जिनमें ये सभी मामले फेफड़े के कैंसर के हैं। इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार दिल्ली, चेन्नई और बेंगलुरू में इसके मामले तेजी से देखने को मिल रहे हैं।
क्या है फेफड़ो का कैंसर ? (What is lung cancer?)
फेफड़ों का कैंसर इंसान के फेफड़ों से ही शुरू होता है, जिसके बाद ये शरीर के अन्य अंगों में फैलना शुरू होता है। ज्यादातर मामलों में यह फेफड़ों के वायुमार्गों से शुरू होता है, जिन्हें अलवेली और ब्रोंचीओल्स कहा जाता है। इसे दो भागों में बाटा गया है (एन.एस.सी.एल.सी) नॉन स्माल सेल लंग कैंसर और दूसरा है (एस.सी.एल.सी) स्माल सेल लंग कैंसर। दरअसल ये अधिकांश फेफड़ों के कैंसर का कारण रहा है। ये इसलिए भी खतरनाक है, क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण पता नहीं चल पाते है।
फेफड़ो के कैंसर का कारण (Cause of lung cancer)
इसके मुख्य कारण है धूम्रपान करना और बहुत ज्यादा प्रदुषण में रहना। इन्हीं की वजह से सबसे ज्यादा फेफड़ो का कैंसर होता है।
धूम्रपान : पहले के समय में इस रोग को स्मोकर डिसीज ही माना जाता था। हर एक सिगरेट फेफड़े की कोशिकाओं में डीएनए को नष्ट कर देती है। शोध बताते हैं कि प्रत्येक 15 सिगरेट पर डीएनए बदल जाता है और यही किसी कोशिका को कैंसर की कोशिका बनाने लगता है।
प्रदूषण : आज के समय में वायु प्रदूषण इतना बढ़ गया है की इसकी वजह से भी लोगों को बहुत सी गंभीर बीमारिया हो रही है। जिनमें से एक है, फेफड़ो का कैंसर। यदि कोई व्यक्ति धूम्रपान नहीं करता है तो उसे भी इस प्रदूषण की वजह से ये बीमारी हो सकती है।
परिवार में पहले किसी को फेफड़ो का कैंसर : यदि आपको फेफड़ो का कैंसर है तो ये आपके परिवार के इतिहास की वजह से भी हो सकता है।
फेफड़ो के कैंसर के लक्षण (Symptoms of lung cancer)
- सांस की कमी : जब आप ज्यादा काम करने लगते है तो आपको सांस लेने में दिक्कत होने लगती है।
- छाती में दर्द : बिना वजह छाती में दर्द होना ये भी फेफड़ो के कैंसर के लक्षण होते है।
- सांस लेने में दिक्कत होना : कुछ लोगों को सांस लेने में तकलिफ, घबराहट महसूस होना या सांस लेते समय आवाज आना।
- वजन कम होना : ऐसा होने पर वजन भी कम होने लगता है जिसके बाद आपको तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
- हड्डी और जोड़ो में दर्द : यदि आपकी हड्डियों या जोड़ों में दर्द रहने लगा हो तब भी आपको सतर्क रहने की जरुरत है।
- सिरदर्द : लंग कैंसर की वजह से आपको सिरदर्द भी हो सकता है, जब आप लगातार खांसते है तो उसकी वजह से ऐसा हो जाता है।
- खांसी में खून आना : खांसी के साथ खुन या भूरे रंग का थूक आने पर चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।
- गर्दन और चेहरे पर सूजन : यदि आपकी गर्दन या चेहरे पर सूजन होने लगे, तब आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
- सांस फूलना : जब आप ज्यादा काम कर लेते है तो उसके बाद आपकी सांस भी फूलने लगती है, यदि ऐसा आपके साथ हमेशा होता है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
फेफड़ो के कैंसर की स्टेज
स्टेज 1: कैंसर फेफड़ों में होता है, लेकिन फेफड़ों के बाहर नहीं फैलता है।
स्टेज 2: कैंसर फेफड़े के साथ-साथ पास के लिम्फ नोड्स में भी फ़ैल जाता है।
स्टेज 3: फेफड़ो का कैंसर, लिम्फ नोड्स में छाती के बीच में पाया जाता है।
स्टेज 3 (i): छाती के एक ही तरफ लिम्फ नोड्स में कैंसर पाया जाता है।
स्टेज 3 (ii): कैंसर लिम्फ नोड्स के साथ-साथ छाती के दूसरी तरफ भी फैल सकता है।
फेफड़ो के कैंसर से बचाव
धूम्रपान बिल्कुल मत करें
यदि आप धूम्रपान करते है तो आपको फेफड़ो का कैंसर होने का खतरा ज्यादा रहता है। वैसे भी आज कल की जनरेशन बहुत जयादा धूम्रपान करने लगी है, वह अपना तनाव कम करने के लिए धूम्रपान का सहारा लेते है। लेकिन इसकी वजह से उन्हें फेफड़ो का कैंसर हो सकता है।
खान पान अच्छा रखें
यदि आप मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करेंगे तो आप इस कैंसर से बचे रह सकते है। क्योंकि आपके शरीर को एक पौष्टिक भोजन मिलेगा तो आप पूरी तरह से स्वस्थ रहेंगे।
व्यायाम या योग करें
यदि आप नियमित रूप से व्यायाम या योग करेंगे तो आप पूरी तरह से स्वस्थ महसूस करेंगे। लेकिन ये ध्यान रहे की आप ज्यादा व्यायाम न करें, क्योंकि इसकी वजह से आपको अस्थमा भी हो सकता है।
फेफड़ो का कैंसर का पता जल्दी नहीं चल पता है यही वजह है की यह एक गंभीर बिमारी बन जाती है। वैसे भी लोगों के मन में कैंसर को लेके पहले से ही डर बना रहता है क्योंकि अभी तक सही तरीके से इसके उपचार का पता नहीं चल पाया है। यदि आपको फेफड़ो से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या होती है तो आप हमारे डॉक्टर से संपर्क कर सकते है।
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