किडनी हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगो में से एक होता हैं। किडनी हमारे शरीर से हानिकारक पदार्थो को बाहर निकालने में मदद करता है। किडनी को स्वस्थ रखने के लिए मनुष्य को कई बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है। लेकिन कई बार संक्रमित भोजन या दूषित पानी पीने से किडनी में अन्य प्रकार की बीमारी हो जाती हैं। कई बार किडनी कैंसर जैसी बीमारी भी मनुष्य को हो जाती हैं जो की बहुत दर्दनाक और जानलेवा साबित होती हैं इसलिए किडनी से सम्बंधित कोई भी बीमारी या कोई भी लक्षण सामने आते हैं तो डॉक्टर की सलाह अवश्य ले तथा इसका इलाज समय से करवा लें।
किडनी कैंसर क्या हैं ?
जब स्वस्थ किडनी की सेल्स अनियमित रूप से बढ़ने लगती हैं और अधिक बढ़ने लगती हैं जो की आगे जाकर ट्यूमर बनता हैं और देखते ही देखते वह कैंसर बन जाता हैं। यदि किडनी कैंसर का इलाज सही समय पर न हो तो इससे मरीज की जान को भी खतरा हो सकता हैं, कैंसर के शुरुआत में इलाज होना संभव होता हैं क्योकि तब तक कैंसर शरीर के अन्य अंगो तक नहीं पंहुचा होता हैं।
किडनी कैंसर होने के लक्षण क्या होता हैं ?
किडनी कैंसर के कई लक्षण नज़र आते हैं जैसे की –
- मूत्र में रक्त, मूत्र का रंग गुलाबी, लाल या भूरा हो सकता है
- उदर क्षेत्र के पार्श्व में एक गांठ का बनना
- पसलियों के ठीक नीचे, गंभीर पीठ दर्द
- लगातार पेट में परेशानी रहना
- अत्यधिक कमजोरी
- वजन कम होना
- खून की कमी (एनीमिया)
- निचले अंगों में सूजन
- सर्दी या संक्रमण के बिना लगातार बुखार रहना
किडनी कैंसर के कारण क्या होते हैं ?
किडनी कैंसर के निम्लिखित कारण होते हैं जैसे की –
- धूम्रपान करने से किडनी कैंसर का खतरा अधिक रहता हैं।
- यदि किसी मनुष्य को अधिक मोटापा हो जाता हैं तो उन्हें भी किडनी कैंसर होने का खतरा बना रहता हैं।
- परिवार में किसी को किडनी कैंसर हो या इतिहास में रहा हो तो इस बीमारी का खतरा हो सकता हैं।
- किडनी कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है।
- जिन लोगों ने सर्वाइकल कैंसर और टेस्टिकुलर कैंसर का इलाज कराया है, उनमें किडनी कैंसर होने की संभावना अधिक होती है।
- हेपेटाइटिस सी संक्रमण से किडनी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- किडनी विकारों का निदान होने पर डायलिसिस की आवश्यकता होने पर किडनी कैंसर विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
- उच्च रक्तचाप या उच्च रक्तचाप वाले लोगों में किडनी कैंसर होने का खतरा अधिक होता है।
किडनी कैंसर का इलाज किस प्रकार होता हैं ?
किडनी कैंसर का इलाज निम्नलिखित तरीकों से किया जाता हैं जैसे की –
रेडिएशन थेरपी: रेडिएशन थेरपी एक कैंसर का इलाज है जो कैंसर कोशिकाओं को मारने या उन्हें बढ़ने से रोकने के लिए उपयोग की जाती हैं। इसमें एक मशीन का उपयोग करती है जो कैंसर वाले जगह पर रेडिएशन भेजती है।
कीमोथेरपी: कीमोथेरेपी एक कैंसर इलाज है जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने के लिए दवाओं का उपयोग करता है, या तो कोशिकाओं को मारकर या उन्हें विभाजित करने से रोकता है।
इम्यूनोथेरेपी: इम्यूनोथेरेपी एक ऐसा इलाज है जो कैंसर से लड़ने के लिए रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली का उपयोग करता है।
किडनी ट्रांसप्लांट: जब कैंसर अधिक बढ़ जाता हैं और किडनी सही से काम करना बंद कर देती हैं तो डॉक्टर किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह देते हैं।
किडनी कैंसर के इलाज के लिए अच्छे अस्पताल।
- अपोलो अस्पताल, बैंगलोर
- फोर्टिस अस्पताल, चेन्नई
- एमजीएम हेल्थकेयर, चेन्नई
- कावेरी अस्पताल, चेन्नई
- कैलाश अस्पताल, नोएडा
- मारेंगो एशिया अस्पताल, फरीदाबाद
- एक्शन कैंसर अस्पताल, दिल्ली
- एसएसबी अस्पताल, फरीदाबाद
- जेपी अस्पताल, नोएडा
- शारदा अस्पताल, नोएडा
- वेंकटेश्वर अस्पताल, द्वारका, दिल्ली
- इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, दिल्ली
- फोर्टिस अस्पताल, नोएडा
- सीके बिरला अस्पताल, गुरुग्राम
- मेडिका सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, कोलकाता
- एमआरआई अस्पताल, कोलकाता
- ग्लेनएंजल्स ग्लोबल अस्पताल, चेन्नई
- कोकिलाबेन धीरूभाई अम्बानी अस्पताल, मुंबई
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