मशरूम खाने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो सकता है: अध्ययन

 

 

जानिए प्रोस्टेट कैंसर क्या है

 

प्रोस्टेट कैंसर केवल पुरुषों में होता है। यह प्रोस्टेट (prostate cancer) के कारण होता है, जो केवल पुरुषों में होता है। उम्र बढ़ने के साथ प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। प्रोस्टेट ग्रंथि एक अखरोट के आकार की ग्रंथि होती है जो मूत्र नली के आसपास फैली होती है। इसका काम शुक्राणुओं (Sperm) को न्यूट्रिशन (न्यूट्रिशन) देना है। प्रोस्टेट ग्रंथि का वजन आमतौर पर 18 ग्राम होता है, लेकिन जब इसका वजन 30 से 50 ग्राम होता है, तो प्रोस्टेट कैंसर हो जाता है। अभी तक किसी निश्चित कारण की पहचान नहीं हो पाई है। ऐसा देखा गया है कि 40 साल की उम्र के बाद ग्लैंड का आकार बढ़ने लगता है। अगर ये लक्षण शुरुआत में ही पता चल जाएं तो इससे बचा जा सकता है।

 

 

अध्ययनों के अनुसार

 

 

एक नए अध्ययन से पता चला है कि मशरूम खाने से मध्यम आयु वर्ग के और बुजुर्ग लोगों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है। अध्ययन को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर में प्रकाशित किया गया था।

 

बता दें कि इस अध्ययन में 40 से 79 साल के 36499 पुरुष शामिल थे। इन लोगों ने 1990 में मियागी कोहोर्ट स्टडी और 1994 में ओहसाकी कोहॉर्ट स्टडी में भाग लिया।

 

शोध के अनुसार, सप्ताह में एक बार मशरूम खाने वाले और दो बार में खाने वालों की तुलना में पता चला कि दो बार मशरूम खाने को 8 फीसदी प्रॉस्टेट कैंसर का खतरा कम पाया गया। वहीं, सप्ताह में तीन बार मशरूम खाने वालों में 17 फीसदी तक प्रॉस्टेट कैंसर का खतरा कम पाया गया।

 

जापान के तोहोकु यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के लीड लेखक शू झांग ने कहा कि मशरूम की प्रजातियों के बारे में जानकारी एकत्र नहीं की गई थी, इसलिए यह कहना मुश्किल है कि मशरूम की किस प्रजाति ने हमारे परिणामों में योगदान दिया।

 

लक्षण

 

1. यूरिन पास करने में कठिनाई प्रोस्टेट कैंसर का संकेत है। रात में कई बार पेशाब आना, मूत्र प्रवाह में अचानक कमी, पेशाब के बाद पेशाब आना प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण हैं। इसके अलावा, मूत्र और मल के साथ भी रक्त निकल सकता है। प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने के कारण ये समस्याएं होती हैं।

 

2. अगर शरीर के किसी भी हिस्से की त्वचा में कुछ बदलाव है, तो आपको डॉक्टर देखना चाहिए। त्वचा में यह बदलाव प्रोस्टेट कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। यदि शरीर का कोई हिस्सा काला या गहरा हो जाता है, तो इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

 

3. अगर बिना काम किए लगातार शरीर के किसी हिस्से में दर्द रहता है, तो प्रोस्टेट कैंसर का लक्षण हो सकता है। वहीं, अगर पीठ में लगातार दर्द रहता है, तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह लें।

 

4. लगातार वजन कम होना भी प्रोस्टेट कैंसर का एक लक्षण है। कैंसर भी बिना कोई उपाय किए शरीर के वजन में तेजी से कमी का संकेत है। एक और बात ध्यान देने वाली है कि जब पाचन ठीक से काम नहीं करता है, तो यह समझना चाहिए कि आप प्रोस्टेट कैंसर की चपेट में हैं। दूसरी ओर, प्रोस्टेट कैंसर रोग से लड़ने की शरीर की क्षमता को कम करता है। जिसके बाद शरीर में बीमारियों के बढ़ने की संभावना होती है।

 

 

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