प्रेगनेंसी के पहले महीने के लक्षण: ध्यान और सावधानियाँ

जैसा की हम सब जानते हैं कि गर्भधारण करना एक महिला एक लिए बहुत ख़ुशी का पल होता हैं। प्रेग्नन्सी की खबर सुनते ही महिला ख़ुशी से फुले नहीं समाती हैं और साथ ही वह अपनी सेहत और बच्चे के विकास को लेकर चिंतित भी हो जाती हैं। प्रेगनेंसी एक ऐसी स्थिति हैं जिसमें महिलाओं को शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रहना चाहिए। प्रेगनेंसी के पहले महीने में ही गर्भवती महिलाओं को अपने आप में अनेक बदलाव नज़र आने लगते हैं और उन्हें कई अन्य तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ता हैं। आज हम इस लेख में बात करेंगे की प्रेगनेंसी के पहले महीने में महिलाओं के अंदर लक्षण किस प्रकार दिखते हैं और उन्हें अपना ध्यान कैसे रखना चाहिए ?

 

 

 

प्रेगनेंसी के पहले महीने में महिलाओं में किस प्रकार नज़र आते हैं ?

 

 

प्रेगनेंसी के शुरुआती लक्षण हर महिला में अलग-अलग होते है इसका कारण यह है की प्रकृति ने हर महिला का शरीर अलग बनाया हैं। प्रेगनेंसी के पहले महीने में लक्षण कुछ इस प्रकार नज़र आते हैं जैसे की-

 

 

  • पीरियड मिस होना
  • बहुत थकान या थकावट होना
  • जल्दी जल्दी पेशाब आना
  • सर चकराना
  • उलटी आना
  • कुछ खाते रहने की इच्छा होना या खाने से चीड़ होना
  • स्तनों में संवेदनशीलता होना
  • निप्पल्स का रंग बदलना और दर्द होना
  • शरीर के तापमान में परिवर्तन
  • हाई बी पी
  • अत्यधिक थकान
  • मुहांसे होना
  • लगातार वजन होना

 

 

 

गर्भावस्था में महिलाओं को खुद का ध्यान कैसे रखना चाहिए ?

 

 

गर्भावस्था की स्थिति में महिलाओं को अपने ऊपर अधिक ध्यान चाहिए ताकि वह खुद भी स्वस्थ रहे और बच्चा भी स्वस्थ रहे। कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बातें हैं जिनका ध्यान महिलाओं को गर्भावस्था में रखना चाहिए जैसे की-

 

 

  • स्वस्थ भोजन व पौष्टिक आहार: गर्भावस्था में महिलाओं को अपने खाने-पिने का अधिक ख्याल रखना चाहिए। उन्हें पोषण से भरपूर आहार लेना चाहिए जैसे की- फल, सब्जियाँ, अनाज, प्रोटीन युक्त आहार।

 

  • हाइड्रेट रहे: रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें ताकि आपका शरीर हाइड्रेट रहे और कमजोरी जैसा आपको अनुभव न हो। साथ ही हाइड्रेट रहने के लिए फलों के रस का भी सेवन करें।

 

  • नियमित व्यायाम: स्वस्थ और नियमित व्यायाम करना गर्भावस्था के दौरान बेहद लाभकारी होता है। योगा और प्राणायाम भी उपयोगी हो सकते हैं तथा यह सब करने से मानसिक संतुलन भी अच्छा रहता हैं।

 

  • अच्छी नींद: पर्याप्त और अच्छी नींद लेना जरूरी है। नींद की कमी के कारण स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता हैं, जिससे आप कमजोरी महसूस कर सकते हैं और यह बच्चे पर भी प्रभाव डाल सकता हैं।

 

  • मानसिक स्वास्थ्य: मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें चिंता, अवसाद, तनाव से दूर रहे, यह समस्याएं गर्भावस्था के दौरान आपके शरीर पर गलत प्रभाव डाल सकती हैं।

 

  • साफ़-सफाई का अधिक ध्यान रखें: गर्भावस्था एक नाजुक स्थिति होती हैं इसलिए इस स्थिति में संक्रमण होना का खतरा बना रहता हैं। इसलिए आपको ताजे और साफ कपड़े पहने चाहिए और संक्रमित लोगो से दूर रहे, नियमित रूप से हाथ धोते रहे।

 

  • अपनी सुरक्षा करें: अपनी सुरक्षा पर अधिक ध्यान दें, जैसे की सीढिया उतरते वक़्त अपना ध्यान रखें, भारी वजन उठाने से बचें, गिरने से बचें तथा प्रेगनेंसी के कुछ समय बाद यात्रा करना भी बंद कर दें।

 

 

 

गर्भावस्था में महिलाओं को क्या अधिक खाना चाहिए ?

 

 

कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे होते हैं जो की गर्भावस्था की स्थिति में अधिक फायदेमंद रहते हैं और यह एक गर्भवती महिला को पता होना चाहिए की क्या खाना है और क्या नहीं खाना है। गर्भावस्था में महिलाओं को खाना चाहिए जैसे की-

 

 

  • साबुत अनाज: साबुत अनाज का सेवन करें जैसे की ओट्स, भूरे चावल और क्विनोआ। इन सब में अछि मात्रा में कैलोरी होती हैं जो की माँ और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद रहता हैं।

 

  • फल खाएं: प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को फलों का सेवन अधिक मात्रा में खाना चाहिए। फलों में विटामिन, प्रोटीन और आयरन की मात्रा अधिक होती हैं जो कि इम्युनिटी को मजबूत रखती हैं और कमजोरी से भी दूर रखती हैं।

 

  • अंडा: गर्भवती महिलाओं और गर्भ में बच्चे के लिए अंडा अधिक लाभदायक होता हैं। अंडे में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन होता हैं जो की गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद रहता हैं।

 

  • डेरी प्रोडक्ट: डेरी प्रोडक्ट का सेवन अधिक करें जैसे की- दूध, छाछ, दही और घी। डेरी प्रोडक्ट्स में भरपूर मात्रा में कैल्शियम प्रोटीन होता हैं जो शिशु के विकास के लिए जरूरी होता हैं।

 

  • हरी-पत्तेदार सब्जियाँ: गर्भवती महिलाओं को हरे-पत्तेदार सब्जियाँ अधिक खानी चाहिए जैसे की- पालक, पत्तागोभी और ब्रोकली आदि। जिससे की उन्हें आयरन मिले और शरीर में खून की कमी न रहे।

 

  • मांस: गर्भवती महिलाओं के लिए मांस का सेवन लाभदायक साबित हो सकता है। हालांकि, गर्भवती महिलाओं को बिना वसा वाले मांस को ही अपने खान-पान में शामिल करना चाहिए।

 

 

प्रेगनेंसी के पहले महीने में महिलाओं को क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए ?

 

 

प्रेगनेंसी के पहले महीने के दौरान खान पान पर जितना ध्यान देना जरूरी है उतना ही जरूरी कुछ सावधानियों पर ध्यान देना भी है। अक्सर कुछ महिलाएं अपनी प्रेगनेंसी को हल्के में ले लेती हैं और खुद ओवर स्मार्ट बनने के चक्कर उन सभी चीजों का सेवन और वे सभी काम करती हैं जिनसे उन्हे खुद को दूर रखना चाहिए और अंतत रिजल्ट के तौर पर या तो उनका गर्भपात हो जाता है या फिर उनके सामने गंभीर समस्याएं आ जाती हैं। प्रेगनेंसी के पहले महीने में महिलाओं को कुछ इस प्रकार की सावधानियाँ बरतनी चाहिए जैसे की-

 

 

  • छोटी मोटी समस्या होने पर दवा का सेवन न करें।
  • ज्यादा तैलीय और मसालेदार चीजों को खाने से बचें।
  • सिगरेट, शराब और दूसरी नशीली चीजों से परहेज करें।
  • प्रदूषण वाली जगह पर जाने से बचें।
  • ज्यादा देर तक डांस न करें और कुछ समय के बाद बंद कर दें।
  • लंबी यात्रा पर जाने से बचें क्योंकि इससे गर्भपात होने का खतरा रहता है।
  • पैकेट वाली चीजें और माइक्रोवेव में बनाई गई चीजों से का सेवन करने से बचें।
  • ज्यादा ड्राइविंग न करें।

 

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