जाने कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग कौन कौन होते है

आजकल के समय में लोग कामकाज़ को लेकर इतने व्यस्त हो गए हैं की वह अच्छे से अपनी सेहत पर ध्यान नहीं दे पाते जिससे की उन्हें अनेक बीमारियाँ हो जाती हैं छोटी – छोटी परेशानी को लेकर किसी भी मनुष्य को लापरवाह नहीं होना चाहिए यही बीमारियाँ आगे जाकर अधिक बढ़ जाती हैं और घातक साबित हो जाती हैं जैसे की कैल्शियम की कमी होने से अनेक प्रकार के रोग हो सकते हैं।

 

अधिकतर लोगो में कैल्शियम की कमी अधिक देखी जाती हैं कई लोग कैल्शियम की कमी को आम मानते हैं परन्तु इससे कई रोग भी हो सकते है। मनुष्य के शरीर में कैल्शियम की सही मात्रा होना बहुत आवश्यक होती हैं कैल्शियम एक मह्त्वपूर्ण मिनरल हैं जो शरीर की हड्डियों और दांतो को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। कैल्शियम की कमी होने पर व्यक्ति का शरीर विकास नहीं कर पाता और मांसपेशियों का निर्माण भी नहीं होता हैं इसलिए कैल्शियम की कमी होने पर डॉक्टर से सलाह लें और इसकी मात्रा बढ़ाने की कोशिश करें।

 

कैल्शियम के स्वास्थ्य लाभ कई हैं। सबसे महत्वपूर्ण हैं, यह हड्डियों के स्वास्थ्य और दंत स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। यह कोलन कैंसर की रोकथाम और मोटापे को कम करने में भी मदद करता है। कैल्शियम जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक मानव शरीर के लिए एक आवश्यक खनिज है। यह हृदय की मांसपेशियों की सुरक्षा करता है, इष्टतम शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद करता है, रक्तचाप को नियंत्रित करता है और माहवारी से पहले के अवसाद को रोकता है।

 

 

 

कैल्शियम की कमी के लक्षण क्या नज़र आते हैं ?

 

 

शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर लक्षण जल्दी नज़र नहीं आते हैं क्योकि शरीर हड्डियों से कैल्शियम निकालकर खून में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करता रहता हैं यदि कैल्शियम की कमी लम्बे समय तक चलती रहे तो यह गंभीर साबित हो सकती हैं जिन लोगो को कैल्शियम की कमी होती हैं उनमे कुछ इस प्रकार के लक्षण नज़र आते हैं –

 

  • सुस्ती या लगातार थकान रहना

 

  • अनिंद्रा

 

  • ठीक से भूख न लगना

 

  • मसूड़ों क रोग

 

 

 

  • दिल घबराना या दिल असामान्य रूप से धड़कना

 

  • कमजोर याददाश्त

 

  • एलेर्जी

 

 

 

  • मोतियाबिंद

 

 

 

कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग क्या होते हैं ?

 

 

जब मनुष्य के शरीर में पर्याप्त कैल्शियम नहीं होता तो कैल्शियम की कमी नामक एक बीमारी हो जाती हैं यह तब होती हैं जब आहार में पर्याप्त कैल्शियम की मात्रा नहीं होता हैं जिससे की मनुष्य को अनेक तरह के रोग हो जाते हैं जैसे की –

 

  • सूखा रोग में हड्डियां इतनी नाजुक और लचकदार हो जाती हैं की वह मुड़ने लगती हैं और सिर की हड्डियां भी कमजोर हो जाती हैं इन सब परेशानियों का कारण कैल्शियम की कमी होती हैं।

 

  • अगर किसी व्यक्ति के शरीर में लम्बे समय तक कैल्शियम की कमी हो जाती हैं तो स्किन ड्राई और नाखून भी ड्राई हो सकते हैं तथा कैल्शियम की कमी बालों को भी कमजोर करती हैं और त्वचा में सूजन और खुजली जैसी परेशानी होने लगती हैं और इन सब का कारण कैल्शियम की कमी होती हैं।

 

  • कैल्शियम की कमी से दांतों में दर्द की समस्या हो सकती हैं क्योकि शरीर में सबसे ज्यादा कैल्शियम दांतो और हड्डियों में जमा होता हैं इसलिए यदि कैल्शियम की कमी होती हैं तो दांतों को भी नुकसान पहुँचता हैं।

 

  • शरीर में कैल्शियम की कमी का होना अत्यधिक थकान का कारण बन सकता हैं जिससे की वह सुस्त व कमजोर महसूस करवा सकता हैं कैल्शियम की कमी के कारण कमजोरी से चक्कर भी आने लगते हैं और ब्रेन फोंग जैसी समस्या भो हो सकती हैं।

 

  • जब शरीर में कैल्शियम का स्तर कम होता है, तो हमारा शरीर हड्डियों से कैल्शियम को हटाना शुरू कर देता है, जिससे हड्डियां भुरभुरी हो जाती हैं और उनमें फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ जाता है। कैल्शियम की कमी से ऑस्टियोपीनिया की समस्या हो सकती है, साथ ही हड्डियों में मिनरल डेंसिटी कम सकती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस हो सकता है, इस स्थिति में आपकी हड्डियां पतली होने लगती हैं और उनमें फ्रैक्चर होने का खतरा होता है।

 

  • कैल्शियम की कमी के चलते आपको मांसपेशियों में ऐठंन का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप शरीर में पर्याप्त हीमोग्लोबिन और पानी की मात्रा होने के बाद भी मांसपेशियों में ऐंठन या खिंचाव का अनुभव कर रहे हैं तो यह कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है।

 

 

कैल्शियम की कमी को दूर करने के उपाय।

 

 

कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए व्यक्तियों को पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए जैसे की –

 

  • अंजीर(fig): ड्राई फ्रूट्स की श्रेणी में अंजीर का बहुत बड़ा स्थान हैं कैल्शियम के अलावा इसमें विटामिन और पोटैशियम भी भरपूर पाया जाता हैं। कैल्शियम के लेवल को बढ़ाने के लिए अंजीर बहुत मह्त्वपूर्ण होता हैं इसलिए इसका सेवन जीवनशैली में अधिक से अधिक करना चाहिए।

 

  • दूध (Milk): शरीर को प्रतिदिन जितने कैल्शियम की जरुरत होती हैं उसका एक तिहाई भाग दूध में पर्याप्त मिलता हैं दूध कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं इसलिए दूध का सेवन निरंतर करे।

 

  • मछली (Fish): मछली हमारे शरीर के लिए विभिन्न पोषक तत्व हासिल करने का बड़ा ही बेहतरीन स्त्रोत होता हैं तथा मछली में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता हैं इसलिए मछली का सेवन अधिक करना चाहिए।

 

  • ब्रोकली (Brockley): हरी पत्तेदार सब्ज़ियों की श्रेणी में ब्रोकली भी कैल्शियम का एक बेहतरीन स़्त्रोत मानी जाती है। मुख्य रूप से पालक के बारे मेें कहा जाता है कि उसमें भी कैल्शियम की मात्रा होती है लेकिन हमारा शरीर उसे पचा नहीं पाता है। इसके अलावा भी कुछ ऐसी हरी सब्ज़ियां हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होती हैं।

 

  • बादाम (Almond): बादाम को कैल्शियम का बेहद बड़ा ही उत्कृष्ट स्त्रोत माना जाता है। वैसे तो ये हमारे शरीर के लिए बेहद लाभदायक है, लेकिन अगर बात की जाए छिलकेदार मेवों और बादाम में कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है।

 

  • योगर्ट (Yogurt): इससे भी कैल्शियम का बढ़िया स्त्रोत माना जाता है। सादा योगर्ट के अंदर अच्छी मात्रा में कैल्शियम की उपस्थिति होती है। योगर्ट भी दूध से तैयार होता है जिसका रंग सफेद होता है और ये स्वाद में खट्टा होता है। कुछ लोग इसे दही समझते हैं लेकिन ये दही से अलग होता हैं।

 

 

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