आसान उपाय: कामेच्छा बढ़ाने के लिए पुरुषों को क्या करना चाहिए

कामेच्छा एक ऐसी भावना है जो लिंग संबंध बनाने की इच्छा दर्शाती है। यह शारीरिक और मानसिक रूप से यौन गतिविधियों में रुचि लेने की प्राकृतिक इच्छा है।

 

 

कामेच्छा का महत्व –

 

 

  • कामेच्छा एक स्वस्थ यौन जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

 

  • यह जीवनसाथी के साथ निकटता और जुड़ाव महसूस करने में मदद करती है।

 

  • कामेच्छा से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

 

  • यह आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को बढ़ाती है।

 

  • कामेच्छा का होना एक स्वस्थ व्यक्तित्व का संकेत है।

 

 

 

कामेच्छा पर प्रभाव-

 

कामेच्छा पर कई कारक प्रभाव डालते हैं, जिनमें शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कारक शामिल हैं।

 

शारीरिक कारक-

 

  • उम्र: उम्र बढ़ने के साथ कामेच्छा में कमी आ सकती है।

 

  • हार्मोन स्तर: टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन का स्तर कामेच्छा पर प्रभाव डालता है।

 

  • स्वास्थ्य समस्याएँ: मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियाँ कामेच्छा को कम कर सकती हैं।

 

  • दवाएँ: कुछ दवाओं का दुष्प्रभाव कामेच्छा पर पड़ सकता है।

 

 

मानसिक कारक-

 

 

  • तनाव और चिंता: अत्यधिक तनाव और चिंता कामेच्छा को कम कर सकते हैं।

 

  • अवसाद: अवसाद में कामेच्छा में कमी आ जाती है।

 

  • रिश्ते में समस्याएँ: पार्टनर के साथ रिश्ते में समस्याएँ कामेच्छा को प्रभावित कर सकती हैं।

 

 

सामाजिक कारक-

 

 

  • व्यस्त जीवनशैली: व्यस्त दिनचर्या और काम का बोझ कामेच्छा को कम कर सकता है।

 

  • आर्थिक समस्याएँ : आर्थिक तनाव कामेच्छा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

 

  • सामाजिक मानदंड:  समाज के मानदंड भी कामेच्छा को प्रभावित कर सकते हैं।

 

 

 

कामेच्छा में कमी के कारण क्या हो सकते हैं ?

 

 

कामेच्छा में कमी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:

 

 

  • तनाव: जीवन में तनाव एक बहुत बड़ा कारक है जो कामेच्छा को कम कर सकता है। काम में, रिश्तों में या वित्तीय मामलों में तनाव शरीर को थका देता है और हार्मोन संतुलन को बिगाड़ देता है। इससे कामेच्छा प्रभावित होती है।

 

  • थकान: शारीरिक और मानसिक रूप से थकान कामेच्छा को कम कर सकती है। जब आप बहुत थके हुए होते हैं, तो आपके शरीर को आराम की ज़रूरत होती है, न कि संभोग की।

 

  • बीमारियाँ: कई बीमारियाँ जैसे डायबिटीज़, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप आदि कामेच्छा को कम कर सकती हैं। इन बीमारियों के कारण एनर्जी लेवल कम हो जाता है।

 

  • दवाएँ: कुछ दवाएँ जैसे एंटी-डिप्रेसेंट, एंटी-हाइपरटेंशन दवाएँ, एंटी-हिस्टमाइंस आदि कामेच्छा को कम कर सकती हैं। इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण कामेच्छा प्रभावित हो सकती है।

 

 

 

कामेच्छा बढ़ाने के लिए पुरुषों को किन चीज़ो का सेवन अधिक करना चाहिए ?

 

 

आहार में कुछ बदलाव करके आप अपनी कामेच्छा बढ़ा सकते हैं। कुछ खाद्य पदार्थ यौन शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं। इनमें शामिल हैं:

 

अंडे: अंडों में विटामिन बी6 और बी5 होता है जो टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में मदद करता है।

 

अखरोट: अखरोट में आर्जेनिन नामक एक ऐसा तत्व होता है जो रक्त प्रवाह बढ़ाकर यौन इच्छा बढ़ाता है।

 

अश्वगंधा: अश्वगंधा में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाकर यौन इच्छा बढ़ाते हैं।

 

शहद: शहद में बोरॉन नामक खनिज होता है जो टेस्टोस्टेरोन के स्राव को बढ़ाता है।

 

चॉकलेट:  कोको में फिनाइलएथाइलामिन नामक रसायन होता है जो मूड बूस्टर के रूप में काम करता है।

 

 

 

कामेच्छा बढ़ाने के लिए पुरुषों को अन्य उपाय क्या करने चाहिए ?

 

 

  • व्यायाम: व्यायाम करना पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाने में बहुत मददगार हो सकता है। व्यायाम से रक्त परिसंचरण बेहतर होता है जिससे शरीर के विभिन्न अंगों तक पोषक तत्व पहुंचते हैं। कार्डियो व्यायाम जैसे दौड़ना, तैरना, साइकिल चलाना आदि शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। ये हृदय को मजबूत बनाते हैं और रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं।

 

  • अच्छी नींद: अच्छी नींद लेना कामेच्छा बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। 7 से 9 घंटे की नियमित और गहरी नींद लेने से शरीर को आराम मिलता है और हार्मोन संतुलित रहते हैं। नींद की कमी से टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन्स का स्तर कम हो जाता है जो कामेच्छा को कम कर सकता है। इसलिए हर रात समय पर सोना और सुबह तैयार होकर उठना महत्वपूर्ण है। रात को सोने से पहले कैफीन या एल्कोहल से परहेज करें क्योंकि ये नींद में बाधा डाल सकते हैं।

 

  • तनाव प्रबंधन: तनाव आपकी कामेच्छा को कम कर सकता है। तनाव के कारण शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन बढ़ जाता है, जो लिबिडो को कम करता है। इसलिए तनाव को कम करना बहुत जरूरी है।

 

  • योग और ध्यान: योग और ध्यान करने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है। रोजाना कम से कम 15-20 मिनट योग और ध्यान करें।

 

  • माइंडफुलनेस: वर्तमान में रहें और अपने विचारों पर ध्यान केंद्रित करें। नकारात्मक विचारों को दूर करें।

 

  • गहरी साँसें: गहरी साँसें लेने से तनाव कम होता है और मन शांत होता है। रोजाना कम से कम 10 मिनट गहरी साँसें लें।

 

  • धूम्रपान बंद करें: धूम्रपान पुरुषों में कामेच्छा को कम कर सकता है। निकोटिन और अन्य रसायन जो तंबाकू उत्पादों में होते हैं, रक्त प्रवाह को कम करते हैं जिससे यौन उत्तेजना और संतोष में कमी आ सकती है।

 

  • शराब से परहेज: शराब पीने के कई नुकसान होते हैं, विशेष रूप से पुरुषों की कामेच्छा पर। शराब का सेवन नियमित रूप से करने से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आ सकती है जो यौन इच्छा और कार्य को कम कर देता है। इसके अलावा, शराब पीने से प्रतिक्रिया समय में देरी, संचार में दिक्कत और नींद में दिक्कत जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं जो कामुकता को प्रभावित करती हैं।

 

 

 

जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव क्या होंने चाहिए ?

 

 

जीवनशैली में कुछ सकारात्मक बदलाव करने से पुरुषों में कामेच्छा बढ़ सकती है।

 

आराम और खुशी: अपने दैनिक जीवन में आराम और खुशी लाने पर ध्यान दें। जो काम आपको खुशी देते हैं उन्हें करने का समय निकालें। आरामदायक गतिविधियों में शामिल हों जैसे कि संगीत सुनना, किताब पढ़ना आदि।

 

सकारात्मक सोच: नकारात्मक सोच से बचें और जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें। खुद पर भरोसा रखें और आत्मविश्वास से भरे रहें।

 

यौन जीवन में रुचि: अपने पार्टनर के साथ यौन जीवन को रोमांचक बनाने का प्रयास करें। एक-दूसरे की ज़रूरतों को समझें और कामुकता बढ़ाने वाली गतिविधियों में शामिल हों।

 

 

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