शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम

आज के इस दौर में लोगो को खुद को फिट रखने का समय नहीं मिल पता है ऐसा इसलिए होता है क्योकि उनपर काम के इतना तनाव होता है की अपनी सेहत और फिटनेस पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे पाते हैं। बेहतर फिटनेस के लिए आपको वर्कआउट करने की आवश्यकता होती है। ज्यादातर लोगों के पास  इसके लिए आवश्यक समय नहीं होता। लोग इतने व्यस्त हो गए हैं कि खुद को स्वस्थ भी नहीं रख पा रहे हैं। यही वजह है की हमारी सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। दरअसल लोगों को अपने आपको युवा बनाए रखने के लिए जिम जाना भी नामुमकिन सा होता है। लेकिन आप कुछ ऐसे व्यायामों को अपनी जीवनचर्या में शामिल कर सकते हैं, जिनकी मदद से आप हमेशा फिट नजर आएंगे।

 

योग हो या एक्सरसाइज इन दोनों को करने से ही आपका शरीर पूरी तरह स्वस्थ रहता है और किसी भी तरह की बीमारी नहीं होती है व्यायाम इंसान के शरीर के लिए बेहद जरुरी है क्योंकि इससे आप को ही फायदा होता है और बीमारिया होने का खतरा कम होता है। यदि आप व्यायाम करते है तो आप किसी भी भावनात्मक चुनौती को पूरा करने केलिए तैयार रहते हैं। इन सबके लिए शारीरिक व्यायाम बहुत जरूरी होता है। व्यायाम के अन्य प्रकारों में योग का सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है। योग के विभिन्न आसनों द्वारा सांस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इसके और भी कई फायदे होते है। सबसे महत्वपूर्ण बात यदि आप व्यायाम सुबह के वक़्त बिलकुल खाली पेट करते है तो ये आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा।

 

ताड़ासन : नियमित रूप से ताड़ासन करने पर शरीर की मांसपेशियों में लचीलापन आता है। इसके साथ ही यह योगा आपको चुस्त-दुरुस्त ही नहीं रखता है। इसे करने के लिए आप एक दम सीधे खड़े हो जाए उसके बाद आप अपने हाथ को सिर के ऊपर ले जाए और सांस लेते हुए धीरे-धीरे पूरे शरीर को पैरो की तरफ ले जाए।

 

 

भुजंगासन : यह आसन छाती और कमर की मासपेशियो को लचीला बनाता है और कमर में आये किसी भी तनाव को दूर करता है। इस आसन को  के लिए आप को ज़मीन पर पेट के बल लेटना होगा, पादांगुली और मस्तक ज़मीन पे सीधा रखें और पैर एकदम सीधे रखें, पाँव और एड़ियों को भी एकसाथ रखें उसके बाद शरीर को ऊपर उठाए, दोनों हाथों का सहारा लेकर, कमर के पीछे की ओर खीचें।

 

 

 

सुखासन : इस आसान का नाम सुखासन (Sukhasan) इसलिए रखा गया है क्योंकि की इसका शाब्दिक अर्थ है सुख देने वाला आसन, यह आसन बहुत ही आसान है। इस आसान को करने के लिए आप पालथी मार कर बैठा जाए और दोनों हाथो से नमस्कार की मुद्रा में रखे अब आप अपनी पीठ और मेरूदंड को सीधा करें। ध्यान रहे कि अधिक झुक कर न बैठें वरना इससे आपको नुकसान हो सकता है।

 

 

त्रिकोणासन : त्रिकोणासन शरीर के विभिन्न भागों जैसे पेट, कूल्हों और कमर से चर्बी को घटाने के लिए भी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। त्रिकोणासन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे किसी भी समय किसी भी स्थान पर आसानी से किया जा सकता है।

 

 

वज्रासन : वज्रासन ही एक ऐसा आसन है, जिसे भोजन या नाश्ता करने के उपरांत तुरंत भी किया जा सकता है। स्वास्थ्य के लिए वज्रासन अभ्यास अति लाभदायक होता है। वज्रासन हर उम्र का व्यक्ति सरलता से कर सकता है। वज्र का अर्थ कठोर/ मजबूत / प्रबल ऐसा होता है।

 

 

शीर्षासन : शीर्षासन या हेडस्टैंड योग मुद्रा सभी उलटे होकर किये जाने वाले योग आसनो में सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय आसन है। शीर्षासन अंगों पर लगने वाले गुरुत्वाकर्षण बल के दबाव को उल्टा कर देता है जो आपके स्वास्थ्य के कई पहलुओं में फायदेमंद है।

 

 

शवासन : शव का अर्थ होता है मृत अर्थात अपने शरीर को शव के समान बना लेने के कारण ही इस आसन को शवासन कहा जाता है। यह दो शब्दों के योग से बना है, शव + आसन = शव आसन या शवासन। इस आसन का उपयोग प्रायः योगसत्र को समाप्त करने के लिए किया जाता है। यह एक शिथिल करने वाला आसन है और शरीर, मन और आत्मा को नवस्फूर्ति प्रदान करता है।

 

 

ये सारे व्यायाम किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ रखते है और इन सभी व्यायाम को कोई भी मरीज कर सकते है किसी भी इंसान को स्वस्थ रहना बहुत जरुरी है। यदि वह स्वस्थ नहीं रहेगा तो उसे कई तरह की बीमारिया हो सकती है। तो अपने शरीर को बीमारी का घर बनाने से अच्छा है की आप स्वस्थ रहे और दुसरो को भी स्वस्थ रहने के लिए प्रोत्साहित करें।


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