आज कल की इस भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में इंसान तनाव नहीं लेना चाहता है। लेकिन फिर भी ये उसकी ज़िन्दगी का एक हिस्सा बन जाता है। हर इंसान की तनाव झेलने की एक क्षमता होती है, लेकिन एक सीमित समय तक। एक अध्ययन से पता चलता है कि जब तनाव किसी इंसान में लंबे समय तक बना रहता है तो यह कई तरह से उसके लिए घातक साबित हो सकता है।
इसका सबसे ज्यादा असर उस इंसान के हृदय, मस्तिष्क और अहम अंगों पर पड़ता है। यूं तो दुनियाभर में तनाव के खतरों पर रिसर्च हो रही है, और इसे कम करने के उपाय भी तलाशे जा रहे हैं, लेकिन यह भी सच है कि नई पीढ़ी पर इसका असर बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है।
तनाव क्या है ? (what is Stress)
तनाव (Stress) दिमाग की स्थिति से उपजा एक विकार है। दिमाग किसी परिस्थिति के बीच जब असंतुलन एवं असामंजस्य में पड़ जाता है तो इसके कारण तनाव उत्पन्न होता है। तनाव एक द्वन्द है, जो मन एवं भावनाओं के बीच एक दरार पैदा करता है। तनाव अन्य और बहुत सारे मनोविकारों को पैदा करता है। इसकी वजह से आप शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
पाचनशक्ति क्या है ? (What is Digestion)
पाचन शब्द आपके पेट से सम्बंधित होता है जब आपका पेट ख़राब होता है तो उसकी वजह से आपको कई तरह की बीमारिया हो सकती है, जैसे बुखार और सर्दी-जुकाम। जब आपका पेट साफ नहीं होगा तो आपको कुछ और खाने का मन भी नहीं करेगा। इसकी वजह से आपके शरीर से गन्दगी भी बहार नहीं निकलेगी। जो आपके शरीर में कई बीमारियों का कारण बनेगी। पाचन शक्ति ख़राब होने के पीछे उस इंसान की ख़राब जीवनशैली ही जिम्मेदार होती है।
तनाव से पाचन शक्ति पर क्या असर पड़ता है ?
दरअसल तनाव (कभी-कभी एक्यूट स्ट्रेस को भी प्रभवित करता है) उस व्यक्ति की आंत की प्रक्रिया को धीमी कर देता है। यही वजह है की आंते सही तरीके से खाने को पचा नहीं पाती है। इससे पाचन क्रिया धीमी पड़ जाती है और हमारा खाया हुआ खाना पूरी तरह से पचता नहीं है। अगर हम सीधी भाषा में कहे तो जब आपका दिमाग किसी भी बात को लेकर सोच में पड़ा रहेगा तो आपका किसी भी काम में मन नहीं लगेगा। यही वजह है की ऐसे होने पर कुछ लोग इसे कब्ज का नाम भी देते है और इसकी वजह से कभी-कभी पेट में गैस भी बनने लगती है।
तनाव के कारण (Cause of Stress)
- नींद में कमी
- काम का दबाव
- ज्यादा शारीरिक श्रम करना
- पारिवारिक झगड़े
- किसी काम को पूरा न करने की वजह से भी तनाव होता है।
पाचनशक्ति ख़राब होने का कारण
- अनियमित जीवनशैली
- व्यायाम या योग में कमी
- शारीरक श्रम ना करना
- फ़ास्ट फ़ूड ज्यादा खाना
- पानी कम पीना
- बहुत ज्यादा भोजन करना
- नींद पूरी ना करना
- शराब का ज्यादा सेवन
- खाते समय बहुत पानी पीना
- समय पर भोजन ना करना
तनाव और पाचनशक्ति को कैसे ठीक करें
योग या व्यायाम
अपनी पूरी दिनचर्या में कुछ समय अपने शरीर को जरूर दें, क्योंकि इससे आपका पूरा स्वास्थ्य जुड़ा हुआ है। यदि आप अपने पूरे दिन में सिर्फ 30 मिनट योग या व्यायाम करेंगे तो आप कई बीमारियों से बचे रहेंगे। साथी ही आप तनाव से भी दूर रहेंगे और आपको पाचन संबंधी समस्या नहीं होगी।
अपनी जरुरत के हिसाब से काम करें
यदि आप अपने आप को स्वस्थ रखना चाहते है तो जरुरी है की आप अपने शरीर की जरुरत के हिसाब से ही काम करें, तभी आप तनाव से भी दूर रहेंगे। जब आप तनाव से दूर रहेंगे तो आपको किसी तरह की बीमारी नहीं होगी, क्योंकि तनाव बहुत सी बीमारियों का करण बनता है।
7 से 8 घंटे सोए
यदि आप तनाव से पूर्ण रूप से मुक्ति चाहते हैं तो दिन में कम से कम 7 से 8 घंटे जरूर सोएं। वैज्ञानिकों का कहना है कि अच्छी नींद का हेल्दी हार्ट और हेल्दी ब्रेन के साथ संबंध होता है। जब हम सोते हैं तब हमारा दिमाग को शांत रहने का समय मिलता है। इसलिए ये आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरुरी है।
अच्छा खान-पान
जब आपका खान-पान अच्छा रहेगा तो आप पूरी तरह से स्वस्थ रहेंगे और आप कई बीमारियों से भी बचे रहेंगे। इससे आपके शरीर में प्रोटीन की कमी नहीं होगी और आपका शरीर बीमारियों से लड़ने में भी मदद करेगा।
ज्यादा मात्रा में पीए पानी
यदि आप तनाव और अपनी पाचनशक्ति को अच्छा रखना चाहते है तो इसके लिए सबसे जरुरी है की आप ज्यादा मात्रा में पानी पिए। इससे आप में ताजगी बनी रहेगी और आपको पेट से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी। पानी में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट होते है जो आपको रिफ्रेश रखने में मदद करते है।
यदि आप तनाव या पाचन संबंधी समस्या से परेशान है तो आप हमारे डॉक्टर से संपर्क कर सकते है। क्योंकि इसकी वजह से आपको काफी दिक्कत हो सकती है। आपके व्यवहार में भी बदलाव आएगा जो आपके लिए और दुसरो के लिए अच्छा नहीं रहेगा।
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