विश्व निमोनिया दिवस 2019 : जानिए न्यूमोनिया के लक्षण, उपचार

विश्व निमोनिया दिवस पूरे विश्व में 12 नवंबर को मनाया जाता है। इस बार इसे मानने का उद्देश्य है, बच्चो में निमोनिया को ख़त्म करना और ज्यादातर कमजोर बच्चों तक पहुँचने का प्रयास करना। पहली बार इसकी शुरुआत 12 नवंबर 2009 में की गई थी। आपको बता दें की भारत में 2016 में 1,58,176 बच्चों की मौत निमोनिया से हुई थी। दुनिया में निमोनिया और डायरिया से होने वाली बच्चों की मौतों का सबसे ज्यादा बोझ भारत पर है।

 

क्यों मनाया जाता है विश्व निमोनिया दिवस ?

 

विश्व निमोनिया दिवस को मनाने के पीछा का उद्देश्य यही है की निमोनिया को लेकर लोगों को जागरूक किया जा सके और इससे होने वाली बीमारी से प्रभावी रूप से बचाव और प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सके। साथ ही इसके लिए वैश्विक स्तर पर कार्यवाही करना है। आपको बता दें की निमोनिया विश्व में पांच वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चों को अधिकतर अपनी चपेट में लेता है।

 

निमोनिया क्या है ?

 

यह एक तरह का वायरस, बैक्टीरिया, फफूंदी व परजीवी के कारण होने वाला रोग है। ये इंसान के सांस के द्वारा उसके फेफड़ों में प्रवेश करता है और फेफड़ो में संक्रमण कर देते हैं। ज्यादातर यह स्ट्रेप्टोकोकस (Streptococcus) नामक बैक्टीरिया के कारण सबसे अधिक फैलता है। जब किसी बच्चे को सर्दी या जुकाम होता है और उसके ठीक नहीं होने पर यह धीरे-धीरे निमोनिया का रूप लें लेता है। इस रोग में फेफड़ों में कफ (बलगम) अथवा तरल पदार्थ जमा हो जाता है, जिसकी वजह से सांस लेने में कठिनाई होती है।

विश्व निमोनिया दिवस पर जानते है इसके लक्षण

 

  • गंभीर खांसी, जो कफ पैदा करे (बलगम)
  • अधिक बुखार
  • सीने में दर्द की तकलीफ
  •  उल्टी, मिचली
  • जल्दी-जल्दी सांस लेना
  • सांस लेने में आवाज आना

 

निमोनिया से बचने के उपाए

 

  • विश्व निमोनिया दिवस पर अपने बच्चे को इसका टिका जरूर लगवाए। वैसे बच्चों को बचपन में ही निमोनिया से बचाव के लिए टीकाकरण अवश्य लगवाना चाहिए।

 

  • यदि बच्चे का टीकाकरण हो चुका है तो आपको, एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

 

  • पौष्टिक आहार, एक अच्छी स्वच्छता बनाए रखने और स्वस्थ जीवन शैली निमोनिया को रोक सकती हैं।

 

  • न्यूमोनिया नामक बैक्टीरिया के खिलाफ न्यूमोकोकल टीके जो स्ट्रेटोकोकस का इस्तेमाल किया जाता हैं। उनका उपयोग निमोनिया के कुछ मामलों को विफल कर सकता है। इसलिए ये टिके बच्चों को लगाया जाते है।

 

  • बच्चों को खाना खाने से पहले साबुन व पानी से हाथ धोने चाहिए।

 

  • बच्चों को स्वच्छ व सुरक्षित पीने के पानी और स्वच्छता की आदत रखनी चाहिए।

 

  • घर में खाना पकाते वक़्त स्वस्छता का ध्यान रखे और अच्छे ईंधन का उपयोग करें।

 

  • आप अपने बच्चे को छह महीने तक स्तनपान अवश्य कराएं।

 

  • पर्याप्त पूरक आहार खिलाएं।

 

  • एक बात का ध्यान रखें की आप अपने बच्चे को पूरा आराम देने की कोशिश करें।

 

विश्व निमोनिया दिवस पर यदि आपने अपने बच्चे को निमोनिया का टिका नहीं लगवाया है, तो इसका टिका अवश्य लगवाए। यदि आपके बच्चे को या किसी जानने वाले बच्चे को निमोनिया है, तो आप हमारे डॉक्टर से संपर्क कर सकते है। बच्चे को निमोनिया होने पर बिना डॉक्टर की सलाह के उसे कोई भी दवाई न खिलाए।

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