10 अक्टूबर को मनाया जाता है “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2019”

 

 

आज कल हर एक व्यक्ति की ज़िन्दगी काफी बिजी होती जा रही है, जिसके चलते लोग मानसिक बीमारियों का शिकार हो रहे है, बस उसी को मद्देनज़र रखते हुए 10 अक्टूबर को “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस” मनाया जाता है। आपको बता दें की पहली बार इसे 10 अक्टूबर 2015 को मनाया गया। दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 2015 में इसकी घोषणा की थी। विश्व मानसिक स्वास्थय दिवस मनाने के पीछे का उद्देश्य ये है की लोगों को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियों के बारे में जागरूक किया जा सके वहीँ, विश्व स्वास्थय संगठन का कहना है की पुरे विश्व में  350 मिलियन से अधिक लोग मानसिक बीमारी से ग्रस्त हैं।

 

 

क्यों मनाया जाता है “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस”

 

 

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाने के पीछे का सबसे बड़ा कारण है की लोग इसे एक बीमारी नहीं टोटका, जादू-टोना और कई तरह की भ्रांतिया के तौर पर मानते है, लेकिन उन लोगो को यह नहीं मालूम है की यह एक अन्धविश्वास है। आज के इस दौर में विज्ञान इतना आगे बढ़ चुका है की, अब इंसानी शरीर में जल्द ही किसी भी तरह की बीमारी का पता लगाया जा सकता है। लेकिन अभी-भी कई बीमारी ऐसी है जिनका पता नहीं चल पता है। आम तौर पर मानसिक बीमारी एक तनाव है जिससे कई लोग ग्रसित होते है। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस को मनाने का मतलब यही है की लोगो को ये समझाया जा सके की यह एक मानसिक बीमारी है न की किसी तरह का जादू-टूना।

 

 

 विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर क्या कहते है “मनोचिकित्सकों”

 

 

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मनोचिकित्सक का कहना है की ‘जब किसी व्यक्ति की भावनाए, विचार और व्यवहार अन्य लोगो के लिए परेशानी बन जाए, तो यह उस व्यक्ति के मानसिक बीमारी से ग्रसित होने के लक्षण होते है। अगर ह्यूमन नेचर की बात करें तो उनके लिए कोई भी बीमारी तब तक गंभीर नहीं होती जब तक वो कोई बड़ी बीमारी में तब्दील न हो जाए। मानसिक बीमारी होने का मतलब है की किसी भी व्यक्ति का मानसिक संतुलन बिगड़ जाना जिसे हम आम भाषा में कहते है की दिमाग में ‘केमिकल इंबैलेंस’ हो जाना है।

 

 

क्यों होते है मानसिक बीमारी का शिकार

 

आज कल लोगों के ऊपर इतना बर्डन होता है की यही उनके तनाव का कारण बनता है। तनवाग्रस्त जीवनशैली ही आपको मानसिक तौर पर ज्यादा बीमार बनती है। हर साल इन्हीं उपाए को कम करने की लिए वर्ल्ड हेल्थ संगठन ने 10 अक्टूबर का दिन चुना ताकि वो ये जान सके की आखिर क्यों लोग मानसिक बीमारी से ग्रसित हो रहे है, इसके चलते वह इससे बचने के उपाए भी बताते है, ताकि मानसिक रूप से बीमार लोग इन उपायों का प्रयोग करके तनाव ग्रस्त जीवन से मुक्ति पा सके।

 

 

वैसे ये बात हर व्यक्ति को याद रखनी चाहिए की किसी भी समयस्या का हल तनाव नहीं है, लेकिन कई लोग इस बात को नहीं मानते है और मानसिक रूप से डिप्रेशन का शिकार हो जाते है। जबकि अपने काम को एक समयस्या के तौर पर न देख कर उसे केवल काम की तरह किया जाए तो वह आराम से हो सकता है, बल्कि उसे हल करने के भी कई उपायों के बारे में भी सोच जा सकता है। आपको बता दें की इस बीमारी के लिए कई तरह के आयोजन भी किये जाते है, ताकि इसके प्रति लोगो को जागरूक किया जा सके।

 

 

मानसिक बीमारी आपको हृदय रोग, माइग्रेन, तेज सिर दर्द, उच्च रक्त चाप जैसी कई बीमारियों से ग्रसित कर सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक हार्ट अटैक का मुख्य कारण मानसिक तनाव ही है। अब लोग विश्व मानसिक स्वास्थय को लेकर जागरूक हो रहा है।  साथ ही तनाव से दूर होने के उपाए भी ढूंढ रहे है। तो आप भी संकल्प लीजिये की आप खुद को तनाव मुक्त रखने की पूरी कोशिश करेंगे, तनाव आपके जीवन में आपकी समस्याओं और भी बढ़ाता है। तनाव लेने से समस्या और भी जटिल हो जाती है। तो इसलिए हस्ते हुए अपनी समस्याओं को सुलझाने के तरीके ढूंढिए वो भी अपने मन को शांत रखते हुए।


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